एस जी पी सी , निगम और प्रदूषण बोर्ड एक करोड़ की लागत से हरमंदिर साहिब को प्रदूषण से बचाने के लिए फ्रांस की कम्पनी से नवम्बर के अंत तक यंत्र लगवाएगी

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अमृतसर 27 अगस्त ( धर्मवीर गिल) परदुषण की मार से जहाँ पर पर्यावरण को नुक्सान हो रहा है , वहीँ इस बीच आस्था के केंद्र श्री हरी मंदिर साहिब में बी इस प्रदूषण की मार पड़ती हुई नज़र आ रही है आलम यह है की इस प्रदूषण के दर्द को कह्तम करने के लिए अब फ्रांस की कम्पनी आपने यंत्र यहाँ पर लगाने जा रही है जो की इस के प्रदूषण के स्तर को बाहर निकालेगा

दुनिया भर में आस्था के केंद्र सच खंड श्री हरी मंदिर साहिब जहाँ पर हर रोज हज़ारों श्रद्धालु
नतमस्तक हो कर गुरु घर का आशीर्वाद लेने के लिए आटे है और आपना सीस निवा कर गुरु घर की खुशियाँ प्राप्त करते है , लेकिन आस्था के इस समुन्द्र यानी गुरु घर श्री हरी मंदिर साहिब को आज कल प्रदूषण की मार झेलनी पड़ रही है , दरसल पिछले कुछ सालो से इस इलाके के आस पास हुए अवैध निर्माण और प्रसाशन की बेरुखी के कारण आस्था का यह केंद्र पर्दुषित होता जा रहा है , जिस कारण हवा के साथ साथ सरोवर और साथ ही श्री हरी मंदिर साहिब के ऊपर लगा हुआ सोना इस प्रदूषण की मार की चपेट में आया है जिस कारण प्रदूषण की मार पड़ने के कारण इस पर लगा हुआ सोना अब काला होता जा रहा है और इस के साथ ही संगत के लिए लगा सोने का संगमरमर बी इस प्रदूषण की मार के चलते कला होता जा रहा है जो की इस आस्था के भंवर पर एक दाग लगता जा रहा है , आलम यह है की इस के लिए अब कई प्रयास किये जा चुके है , लेकिन कोई बी प्रयास सार्थक नतीजे ले कर नहीं आया और प्रदूषण की तरह हवा में उड़ता गया , आलम यह है की सुन्दरता की अनूठी मिसाल देने वाला हरी मंदिर साहिब बी परदुषण की मार के चलते आ गया है , दरसल इस का एक कारण नहीं है इस के लिए इस के आस पास की सडको पर वाहनों का बे तहाशा आना और साथ ही इस के आस पास बने होटल और सरा में हो रहा अवैध निर्माण और वहां पर चल रही भट्टियां से निकल रही कालीक इस सुन्दरता को ग्रहण लगा रही है , यह ही नहीं हरी मंदिर साहिब में गुरुपुर्व पर हो रही आतिशबाजी बी कई बार प्रदूषण का कारण बनी है , जिस के ऊपर कई विचार किये गए और इस आतिशबाजी के पर्योग को कम किया गया , इस के सतह ही कई नै तरह के पटाके लगाए गए जो की हरी मद्निर साहिब के ज़मीनी स्तर से उंचाई पर जाते थे जिस से की प्रदूषण को कम करने का पर्यास किया गया , लेकिन इस काले दाग को ख़तम करने के लिए फ्रांस की एक कंपनी इस प्रदूषण को नियंत्रित करने और इस के खाके को जानने के लिए आ रही है , वहीँ इस मामले में एस जी पी सी ने बी चिंता का इजहार किया है और कई बार इस मामले में प्रशासन और सरकार को इस बारे में लिखा गया है , इस मामले में एस जी पी सी का कहना है की श्री हरी मंदिर साहिब रूहानियत का केंद्र है और इस की खूबसूरती खराब होने का कारण प्रदूषण है और साथ ही इस के आस पास के इलाके को नो ट्रैफिक जोन बनाने का आदेश कई बार जारी हुआ है , लेकिन उस पर कोई अमली जामा नहीं बना साथ ही उन का कहना है की हरी मंदिर साहिब में ज्यादा गन्दगी के कारण बी इस प्रभाव गलत पड़ रहा है , साथ सफाई न होने के कारण सुनहरी ईमारत पर बुरा असर पड़ रहा है , साथ ही इस मामले में 27लाख 50 हज़ार रूपए की राशि प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को राशि दी गयी है की वेह यहाँ पर कोई यंत्र लगाए जिस से की इस केप्रदूषण की मात्रा का पता चल सके , साथ ही यह रकम प्रदूषण बोर्ड की मंज़ूरी के बाद ही राशि दी गयी थी, साथ ही एस जी पी सी ने मांग की इस मामले में प्र्शशन सख्त कार्यवाही करे ,साथ ही उन्हूने प्रशासन पर आरेप लगया की उन से सफाई की व्यवस्थता भी ठीक नहीं रहेती और जिस कारण कार सेवा के लोग कर रहे है और सफाई निगम नहीं करवा रहा है , साथ ही नो वेकल ज़ोन बन जाने से इस के प्रदूषण पर नियंत्रण किया जा सकता है , और उन का कहना है की सब से जयदा प्रभाव ईमारत पर और दीवारों पर पड़ रहा है और उस का मुख्य कारण वाहनों और भाटियों को धुंआ है

Bite of Roop Singh (Secretry SGPC)

वहीँ इस मामले में जब पंजाब प्रदूषण बोर्ड से बात की गयी तब पहले वेह इस मामले में कुछ बी बोलने को तयार नहीं हुए , लेकिन बाद में उन्हूने आपना पक्ष रखते हुए कहा की कई बार उन को जनता और एस जी पी सी से शिकायत आयी थी की श्री हरी मंदिर साहिब अब प्रदूषण की मार के चलते आपने अक्स से पीछे हो रहा है जिस के चलते अब इस के नियंत्रण करने के लिए सब से पहले इस के कारणों के बारे में पता लगया जा रहा है , जिस में की अब एक करोड़ की लागत से ज्यादा का पैसा खर्च कर के फ्रांस की एक कंपनी को लाया गया है , जो की यहाँ पर आपने यंत्र हरी मंदिर साहिब के आस पास लगाएगी जो की यह पता लगा सके की प्रदूषण किस वक़्त किस कारण से हो रहा है और इस का स्तर क्या है इस मामले में बी जानकारी दी जायेगी , साथ ही इस फ्रांस के यंत्र को नवम्बर के अंत तक लगा दिया जाएगा , साथ ही इस का खर्च एस जी पी सी , निगम और प्रदूषण बोर्ड के मदद से करवाया जारहा है , साथ ही इस विदेशी यंत्र ओंलिंबे डाटा देगा की हवा में प्रदूषण का स्तर काया है , साथ ही जोमाप थंड बनाये गए है उस के बारे में जानकारी देगा और इस से के बाद इस का हल निकालने के लिए प्रयास किये जायेंगे और इस रेपर्ट को केंद्र सरकार और हाई कोर्ट में दिया जाएगा क्यूँ की हाई कोर्ट में एक याचिका डाली गयी है जो की प्रदूषण के खिलाफ है , साथ ही जो नया यंत्र है वेह सारे वक़्त की जानकारी उपलब्ध करवाएगा जिस से की लाभ मिलेगा

Bite of Kuldeep singh (Pollution Control Board Officer)

वहीँ जो प्रयास आज किये जा रहे है अगर इन प्रयासों को अगर पहले किया जाता तो यकीनन इस प्रदूषण की चेतवानी को समाप्त किया जा सकता साथ ही हरी मंदिर साहिब के सोने को काला होने से बचाया जा सकता , लेकिन यह सब हवा में प्रदूषण की तरह उड़ गया है