कन्नौज में दुल्हन ने दूल्हा बुलाया फिर निकाह से पहले ठेंगा दिखाया

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कन्नौज 5 दिसबर  (सुरजीत सिंह कुशवाहा)।घोड़ी पर सवार दूल्हे राजा निकले थे अपनी दुल्हनिया को लेने। भांगड़े पर डांस करते सैकड़ों बाराती भी झूमते हुए दुल्हन के दरवाजे पर पहुंच गए। लेकिन बारातियों को स्वागत में नाश्ता और भोजन की जगह मिली जलालत। परिजनों के दबाव में दुल्हन ने शादी से इनकार कर दिया। दूल्हे मियां और उनके परिवार के लोग काफी देर तक शादी के लिए दबाव डाल तरह-तरह से मान-मनौव्वल करते रहे लेकिन दुल्हन और उसके परिजनों ने निकाह से साफ मना कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को बैठाकर समझौता कराया।

मामला कन्नौज जनपद के गुरुसहायगंज कोतवाली के जलालाबाद का है। यहां पर रहने वाले एक व्यापारी का पूरा परिवार दिल्ली में रहता है। यहां पर पुराना पुश्तैनी मकान है। व्यापारी के बेटे का प्रेम-प्रसंग पड़ोस में रहने वाली बिरादरी की युवती से करीब पांच साल से चल रहा था। कुछ दिन पहले दोनों ने विवाह का फैसला ले लिया। व्यापारी का परिवार दिल्ली से जलालाबाद घर पहुंचा। लड़की के परिजन निकाह के सख्त खिलाफ थे लेकिन लड़की की जिद के आगे सभी को झुकना पड़ा। लड़की की हां पर दूल्हा शुक्रवार को बारातियों के साथ लड़की के दरवाजे पर पहुंचा। बारातियों के पहुंचने पर दुल्हन के परिजन फिर पुराने फैसले पर आ गए। सभी ने शादी से इनकार कर दिया। दूल्हे के यह पूछने पर दुल्हन तो तैयार है, परिजनों ने कहा कि उसने भी इनकार कर दिया है। दुल्हन को बुलाया गया तो उसने भी दूल्हे से कह दिया कि मैं निकाह नहीं करूंगी। दुल्हन के इनकार पर दूल्हे मिया और उसके परिजनों के पैरों से जमीन खिसक गई। काफी देर तक दुल्हन के दरवाजे पर ही तकरार होती रही। बारातियों ने भी बीच में पड़कर निकाह कराने के लिए दबाव बनाया लेकिन लड़की के परिजन टस से मस नहीं हुए। निकाह न होते देख बाराती वापस हो गए। सूचना थाना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों की बातचीत सुनने के बाद देर रात समझौता करवा दिया। सूत्रों की मानें तो बारात पहुंचने से पहले ही दुल्हन को उसके परिजनों ने तरह-तरह की धमकियां दी थीं। जिसकी वजह से ऐन वक्त पर दुल्हन ने भी दुल्हे को न कर दी।