ग्रामीणों ने सरपंच पर लगाया निर्माण कार्य में भेदभाव के आरोप,

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कैथल,26 अक्टूबर (कृष्ण प्रजापति) सरकार और जिला प्रशासन द्वारा काफी प्रयास किया जाता है कि प्रत्येक गांव और गली साफ सुथरा हो सूबे की सरकार भी चाहती है कि उनके प्रत्येक गांव गंदगी से बने। अधिकारी चाहते हैं कि जिले में कोई भी ऐसा गांव ना रहे जहां गंदगी के ढेर और सड़क पक्की हौ। सरपंच चाहते हैं उनका गांव सफाई और स्वच्छता के मामले में जिले और प्रदेश भर में अव्वल आए और इसके साथ साथ जिला प्रशासन द्वारा साफ-सफाई रखने वाले गांव के लिए इनाम देने की घोषणा भी की जाती है लेकिन इन सभी बातों पर तब ग्रहण लग जाता है जब किसी गांव के मोहल्ले में सड़क कच्ची हो और उसके पक्की सड़क के बनते-बनते उसमें सरकारी अधिकारी या पंचायत अधिकारी, गांव के मुखिया या फिर जिम्मेवार व्यक्ति रोड़ा अटकाने लगे ऐसा ही मामला गांव चुहड़ माजरा में देखने को मिला। ग्रामीण जगदीश, राज्यपाल, बलजीत ,सुरेंद्र, लाल सिंह, रणबीर ,जय सिंह, पालाराम पंच, प्रतिनिधि ,अनिल कुमार, नेकीराम,जयकरण , सतपाल, पाली राम, जसमत, पंडित वेदप्रकाश, सोहनलाल ,अख्तर अली ,सुरजीत मास्टर, रतिराम, सूबे सिंह ,पवन आदि ग्रामीणों ने बताया की हमारी गली मे सरपंच ने हमें कहकर मिट्टी डलवाई और यह मिट्टी हम कई बार डाल चुके हैं। इसको डालने में हमारे काफी रुपए भी खर्च हो चुके हैं। परंतु हर बार सरपंच टाल देता था। हमने अबकी बार सरकार द्वारा चलाई गई ऑनलाइन सुविधा में देखा कि हमारी गली की ग्रांट आई हुई है। हम सरपंच के पास गए तो उन्होंने कहा कि आप मिटटी डलवा दो और मैं इस पर काम शुरु करवा दूंगा। ग्रामीणों ने मिलकर गली में लगभग 120 ट्राली मिटटी डलवा दी और सरपंच ने उस गली में काम शुरू करवा दिया काम शुरू होने के 1 दिन बाद सरपंच साहब ने गली का काम बंद करवा दिया और जे बी सी मशीन बुलाकर सड़क के पास खुदी हुई नींव को बंद करवाने लगा। ग्रामीणों ने इसका विरोध किया। इस समय भी गांव की गली में मिट्टी डाली हुई है और उसके साथ नाली भी बनी हुई है और दूसरी तरफ नींव भी खोदकर उसमें काम भी शुरु किया हुआ है, ग्रामीणों में इस बात को लेकर काफी रोष व्याप्त है और वह यह शिकायत लेकर पंचायत अधिकारी बी डी ओ से मिलने के लिए पुण्डरी पहुंच गए।