ग्वालियर।७ नवम्बर[ सीएनआई] राज्य सरकार दतिया कलेक्टर प्रकाष जांगरे और एसपी इरषाद वली को क्लीन चिट देने की तैयारी में हैं। प्रमुख सचिव फोरेस्ट दीपक खांडेकर द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट में कार्यपालन यंत्री केके सिंगारे के पक्ष में एक भी गवाही नहीं हैं। जो उपयंत्री सिंगारे के साथ 2 घंटे थाने में बैठा था, उसने भी गवाही नहीं दी है। लगभग 18 दिन घटना पुरानी हो चुकी है। इंजीनियरों के विरोध को देखते हुये, सीएस के निर्देष ने पीएस फोरेस्ट दीपक खांडेकर को जांच अधिकारी बनाया था। कलेक्टर एसपी सहित उपयंत्री के बयान दतिया में लिये गये। जबकि सिंगारे ने मंत्रालय भोपाल में जाकर अपने बयान दर्ज कराये थे। एसपी ने इस तरह की कोई घटना होने से इन्कार कर दिया। कलेक्टर ने मारपीट से इन्कार करते हुये, डांटने की बात कही। ऑडियो कुछ अलग कहानी कह रहा है। रिपोर्ट में सिंगारे के पक्ष में किसी भी गवाह के न आने की बात है, इसके बाद सरकार दतिया कलेक्टर को क्लीन चिट दे सकती है।
ग्वालियर।७ नवम्बर[ सीएनआई] राज्य सरकार दतिया कलेक्टर प्रकाष जांगरे और एसपी इरषाद वली को क्लीन चिट देने की तैयारी में हैं। प्रमुख सचिव फोरेस्ट दीपक खांडेकर द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट में कार्यपालन यंत्री केके सिंगारे के पक्ष में एक भी गवाही नहीं हैं। जो उपयंत्री सिंगारे के साथ 2 घंटे थाने में बैठा था, उसने भी गवाही नहीं दी है। लगभग 18 दिन घटना पुरानी हो चुकी है। इंजीनियरों के विरोध को देखते हुये, सीएस के निर्देष ने पीएस फोरेस्ट दीपक खांडेकर को जांच अधिकारी बनाया था। कलेक्टर एसपी सहित उपयंत्री के बयान दतिया में लिये गये। जबकि सिंगारे ने मंत्रालय भोपाल में जाकर अपने बयान दर्ज कराये थे। एसपी ने इस तरह की कोई घटना होने से इन्कार कर दिया। कलेक्टर ने मारपीट से इन्कार करते हुये, डांटने की बात कही। ऑडियो कुछ अलग कहानी कह रहा है। रिपोर्ट में सिंगारे के पक्ष में किसी भी गवाह के न आने की बात है, इसके बाद सरकार दतिया कलेक्टर को क्लीन चिट दे सकती है।