ग्वालियर। २१अक्तुबर [सीएनआई] दूसरी पत्नी ने इतना परेषान किया कि पिता-पुत्र ने फांसी लगाकर जान दे दी। माधवगंज थाना क्षेत्र जगताप की गोठ निवासी वासुदेव सचदेवा जूता व्यापारी थे। 21 अगस्त की दोपहर 12 बजे वासुदेव ने अपने बेटे जीतू उर्फ जयप्रकाष सचदेवा के साथ फांसी लगा ली थी। पुलिस को सुसाइड नोट मिला था, जिसमें वासुदेव ने पहली पत्नी के निधन के बाद अंजू नामक युवती से शादी की थी। वह उसे अपने भाईयों से धमकियां दिलवाने लगी। मौत से 15 दिन पहले पंचायत बुलाकर व्यापारी ने दूसरी पत्नी से अलग होने का फैसला किया। इस पर पत्नी ने 6 लाख रूपये मांगे। रकम देने के बाद भी महिला उसके मकान में अपने भाईयों के साथ आकर कब्जा करने लगी, जिस कारण वासुदेव ने परेषान होकर अपने पुत्र के साथ आत्महत्या कर ली। गत दिवस उक्त मामले की जांच पूरी होने पर पुलिस ने मृतक की दूसरी पत्नी अंजू, उसके साले राजेष उर्फ राजू, कमल तथा ससुर साधूराम व रमेष अग्रवाल के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपी फरार बताये जाते हैं।
ग्वालियर। २१अक्तुबर [सीएनआई] दूसरी पत्नी ने इतना परेषान किया कि पिता-पुत्र ने फांसी लगाकर जान दे दी। माधवगंज थाना क्षेत्र जगताप की गोठ निवासी वासुदेव सचदेवा जूता व्यापारी थे। 21 अगस्त की दोपहर 12 बजे वासुदेव ने अपने बेटे जीतू उर्फ जयप्रकाष सचदेवा के साथ फांसी लगा ली थी। पुलिस को सुसाइड नोट मिला था, जिसमें वासुदेव ने पहली पत्नी के निधन के बाद अंजू नामक युवती से शादी की थी। वह उसे अपने भाईयों से धमकियां दिलवाने लगी। मौत से 15 दिन पहले पंचायत बुलाकर व्यापारी ने दूसरी पत्नी से अलग होने का फैसला किया। इस पर पत्नी ने 6 लाख रूपये मांगे। रकम देने के बाद भी महिला उसके मकान में अपने भाईयों के साथ आकर कब्जा करने लगी, जिस कारण वासुदेव ने परेषान होकर अपने पुत्र के साथ आत्महत्या कर ली। गत दिवस उक्त मामले की जांच पूरी होने पर पुलिस ने मृतक की दूसरी पत्नी अंजू, उसके साले राजेष उर्फ राजू, कमल तथा ससुर साधूराम व रमेष अग्रवाल के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपी फरार बताये जाते हैं।