नई पीढ़ी से बांटी लोहिया की बिरासत: उपराष्ट्रपति अंसारी।

0
1285

ग्वालियर। २६ सितम्बर[ सी एन आई ] उपराष्ट्रपति मोहम्मद आमिद अंसारी ने आईटीएम यूनिवर्सिटी में आयोजित डॉ0 राममनोहर लोहिया स्मृति में आयोजित व्याख्यान में बोलते हुये कहा कि डॉ0 लोहिया एक आदर्षवादी व्यक्ति थे, शुरूआती दौर में उनके कुछ आदर्ष व्यक्तित्व थे। मसलन महात्मा गांधी ने उनके स्वप्न, नेहरू जी ने उनकी इच्छा और सुभाष चन्द्र बोस जी ने उनके कार्य का प्रतिनिधित्व किया। श्री अंसारी ने कहा कि डॉ0 लोहिया ने प्रजातंत्र को जिंदा रखने के लिये एक राजनैतिक दल के एकाधिकार को चुनौती दी, उन्होंने आगे कहा कि असहमति की अवधारणा में आपत्ति करने, प्रतिबंध करने, विरोध करने यहां तक की प्रतिरोध करने का लोकतांत्रिक अधिकार भी शामिल है। श्री अंसारी ने कहा कि कोई भी विष्लेषण राममनोहर लोहिया का पूरी तरह से निरूपण नहीं कर सकता। नागरिक स्वतंत्रता की अवधारणा पर व्यक्त किये गये डॉ0 लोहिया के विचारों का उल्लेख करते हुये कहा कि उनमें कानूनी ज्ञान का अपार भंडार था, नागरिक स्वतंत्रता की अवधारणा से ओत-प्रोत जनता राज्य को स्पष्ट एवं सुपरिभाषित सीमाआंे के भीतर कार्य करने को बाध्य करती है। लोहिया जी उन गिने-चुने लोगों मे से थे, जिन्होंने कठिनाईयों के साथ संघर्ष किया। इस अवसर पर राज्यपाल रामनरेष यादव ने कहा कि डॉ0 राममनोहर लोहिया ने समतामूलक समाज की स्थापना के लिये जीवन भर संघर्ष किया। वे राष्ट्रीयता के प्रबल पुजारी थे। सांसद एवं समाजवादी विचारक केसी त्यागी ने डॉ0 मनोहर लोहिया को महान व्यक्ति बताया। सांसद डीपी त्रिपाठी ने उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के जीवन से जुड़े अनछुए पहलुओं पर प्रकाष डाला। आरंभ में समाजवादी विचारधारा के धनी राजकुमार जैन ने डॉ0 राममनोहर लोहिया के सम्पूर्ण जीवन को रेखांकित किया। आईटीएम यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति रमाषंकर सिंह पूर्व विधायक ने स्वागत उद्बोधन दिया, उन्होंने कहा डॉ0 लोहिया के विचार आज भी प्रासंगिक हैं। नई पीढ़ी इसे समझे और अमल करे, कार्यक्रम में केन्द्रीय इस्पात एवं खान मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, महिला बाल विकास मंत्री मायासिंह, विधायक डॉ0 गोविन्द सिंह विभिन्न विष्वविद्यालयों के कुलपतिगण, कमिष्नर केके खरे, आईजी आदर्ष कटियार, कलेक्टर डॉ0 संजय गोयल, एसपी हरीनारायणाचारी मिश्रा एवं आमजन उपस्थित थे।hamid ansari m up rashtrpati