पत्रकारों को समुचित सुविधाएँ देने के मांग पत्र पर विस अध्यक्ष ने हल करवाने का दिया आश्वासन
चंडीगढ़ ; आरके शर्मा /करण शर्मा /मोनिका शर्मा ;—–देश में पत्रकारों की स्थिति भयावह और दर्दनाक बनती जा रही है ! जमीनी पत्र्कारिता करने वाले जिन्दे जलाये जा रहे हैं ! और कार्यवाही के नाम पर सिर्फ केस दर्जगी के नाम से असहनीय और कभी न भरने वाले घावों पर मरहम लगाई जाना आम बात है ! ये विचार ट्राईसिटी प्रेस क्लब के महासचिव राजा विक्रांत शर्मा ने कहे ! इसी उपलक्ष्य में प्रिंट एंड इलेक्ट्रॉनिक जर्नलिस्ट एसोसिएशन के राजेन्द्र भरद्वाज[ अध्यक्ष,हरियाणा प्रदेश ] व् सुभाष शर्मा [प्रदेश उपाध्यक्ष] सहित सुरेन्द्र भाटिया [प्रदेश उपाध्यक्ष ] जसदीप सिंह बेदी के अलावा अरविन्द मोहन [प्रदेश महासचिव,हरियाणा ] ने बताया कि मीडिया के समक्ष पेश आ रहीं मुश्क्लातों से हरियाणा विधान सभा के अध्यक्ष कंवरपाल जी को ज्ञापन देकर अवगत करवाया गया ! प्रेस शब्द के मिसयूज पर भी कार्यवाही की मांग की गई ! और प्रदेश में नई मीडिया पॉलिसी जल्दी लागू की जाने पर बल दिया गया ! प्रदेश के पत्रकारों को विधान सभा गैलरी के पास उपलब्ध करवाना,विस की कवरेज वीडियो क्लिंपिंग देना और लघु श्माचार पत्रों हेतु विज्ञापन पॉलिसी को उदार बनाना और चंडीगढ़ की तर्ज पर प्रदेश के पत्रकारों को सरकारी आवास सुविधा दी जाये और रिहायशी प्लाट देने के मामले पर नरम शुरुआत की जाये ! सुरेन्द्र भाटिया और राजेन्द्र भरद्वाज ने कहा कि सरकार ने अभी तक पत्रकारों की झोली में कुछ भी नहीं डाला है ! अपनी मांगों का और खुलासा देते हुए बताया कि प्रेस शब्द की भरमार से निपटा जाये और नीति बनाई जाये और कार्यवाही की जाये ! जिला स्तर पर एक प्रेस कल्ब भवन बनाया जाये ! और ब्लाक तर पर पत्रकारों को मान्यता दी जाये ! लोकसम्पर्क विभाग की सूचि में दर्ज प्रत्येक पत्रकार का दुर्घटना बीमा और मुफ्त उपचार बीमा सुविधा मुहैया करवाई जाये ! वृद्ध और दिवंगत पत्रकारों के फैमिली मेंबर्स की सामाजिक सुरक्षा के मद्देनज पेंशन योजना शुरू की जाये ! जिला शिकायत और कष्ट निवारण समितियों में पत्रकारों के प्रतिनिधीयों को शामिल किया जाये ! हरियाणा विधान सभा के अध्यक्ष कंवरपाल ने हर मांग ध्यान से सुनी और जल्दी ही प्रेदश मुख्यमंत्री खटटर से इस बाबत सविस्तार पूर्वक बात करने की ठोस हामी भरी है ! ट्राईसिटी प्रेस क्लब ने भी उक्त एसोसिएशन की पत्रकारों के हित की मांगों का भरपूर समर्थन करते हुए इन का जल्दी
समाधान किये जाने पर बल दिया ! ये भी मुख्य अंगों में शुमार की गई कि प्रिंट मीडिया के तर्ज पर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को भी सरकार समारोहों आदि की क्लिपिंग उपलब्ध करवाई जाई ! बड़े छोटे समाचार पत्रों के आधार पर पत्रकारों और कैमरामैनों के साथ भेदभाव और पक्षपात दूर किया जाये ! बुद्धिजीवी समाज में ये सब निंदनीय है !