कोटकपूरा 19 नवंबर (मक्खन सिंह) हिंदुस्तान और पाकिस्तान को बाँटने के दौरान विछड़े परिवारों को मिलाने के लिए सरहद के आर पार रहते लोगों में भाईचारक एकता को मजबूत करने के लिए साँईं मियाँ मीर ईटरनैशनल फाऊँडेशन की और से निकाले जा रहे बंदीछोड़ चेतना मार्च का कोटकपूरा में पहुंचने से पहले ही जिले की हद बाजाखाना में शानदार स्वागत किया गया फाऊँडेशन के सूबा प्रधान डॉ मनजीत सिंह ढिल्लो और जिला प्रधान डॉ प्रीतम सिंह शोकर ने बताया कि उकत चेतना मार्च में साईं मियाँ मीर ईटरनैशनल फाऊँडेशन के राष्ट्रीय प्रधान हरभजन सिंह बरार सहित भारी संख्या में अनेको अन्य मैंबरों ने शमूलियत की उन्होंने बताया कि दोनों देशों की साँझ को मजबूत करने के लिए 11 नवंबर को ग्वालियर से शुरू होकर बंदीछोड़ चेतना मार्च दिल्ली और हरियाणा से होता हुआ पंजाब के अलग अलग शहरों से गुजरने के बाद 18 नवंबर को श्री अकाल तखत साहिब पहुँचेगा और वहाँ से 20 नवंबर को गुरुद्वारा ढेरा साहिब लाहोर ( पाकिस्तान ) में पहुंच कर समापन होगा उन्होंने बताया कि बेशक पंजाब दो मुलकों में बाँटा जा चुका है परंतु फिर भी दोनों मुलकों में काफी कुछ समान है इस सांझ को काईम रखने के लिए उपरोकत उपराले किए जा रहे हैं इस उपरालों में दिल्ली सिक्ख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और अनेक जथेबंदीयों की तरफ से पूरा सहयोग दिया जा रहा है इस अवसर पर डॉ गुरमेल सिंह चाहल, परमिंदर सिंह संगा, कशमीर कौर ढिल्लों डी.एस.पी पुलिस समेत और अन्य भी कार्यकर्ता भी उपस्थित थे
कोटकपूरा 19 नवंबर (मक्खन सिंह) हिंदुस्तान और पाकिस्तान को बाँटने के दौरान विछड़े परिवारों को मिलाने के लिए सरहद के आर पार रहते लोगों में भाईचारक एकता को मजबूत करने के लिए साँईं मियाँ मीर ईटरनैशनल फाऊँडेशन की और से निकाले जा रहे बंदीछोड़ चेतना मार्च का कोटकपूरा में पहुंचने से पहले ही जिले की हद बाजाखाना में शानदार स्वागत किया गया फाऊँडेशन के सूबा प्रधान डॉ मनजीत सिंह ढिल्लो और जिला प्रधान डॉ प्रीतम सिंह शोकर ने बताया कि उकत चेतना मार्च में साईं मियाँ मीर ईटरनैशनल फाऊँडेशन के राष्ट्रीय प्रधान हरभजन सिंह बरार सहित भारी संख्या में अनेको अन्य मैंबरों ने शमूलियत की उन्होंने बताया कि दोनों देशों की साँझ को मजबूत करने के लिए 11 नवंबर को ग्वालियर से शुरू होकर बंदीछोड़ चेतना मार्च दिल्ली और हरियाणा से होता हुआ पंजाब के अलग अलग शहरों से गुजरने के बाद 18 नवंबर को श्री अकाल तखत साहिब पहुँचेगा और वहाँ से 20 नवंबर को गुरुद्वारा ढेरा साहिब लाहोर ( पाकिस्तान ) में पहुंच कर समापन होगा उन्होंने बताया कि बेशक पंजाब दो मुलकों में बाँटा जा चुका है परंतु फिर भी दोनों मुलकों में काफी कुछ समान है इस सांझ को काईम रखने के लिए उपरोकत उपराले किए जा रहे हैं इस उपरालों में दिल्ली सिक्ख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और अनेक जथेबंदीयों की तरफ से पूरा सहयोग दिया जा रहा है इस अवसर पर डॉ गुरमेल सिंह चाहल, परमिंदर सिंह संगा, कशमीर कौर ढिल्लों डी.एस.पी पुलिस समेत और अन्य भी कार्यकर्ता भी उपस्थित थे