बिजली कम बिल ज्यादा उपभोक्ता परेषान

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ग्वालियर।१० दिसंबर [सीएनआई ब्यूरो]  अत्यावष्यक सेवा बिजली की आंख मिचोली से डबरा नगर के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के लोग भारी परेषान हैं। हाईकोर्ट के निर्देषों के विपरीत बिजली अधिकारी बिलों में आंकलित खपत लगाकर अपनी बसूली का टारगेट पूरा कर रहे हैं। रोजाना 100 से 200 महिला-पुरूष बिजली घर में बिल सुधरवाने, हर माह आखिरी तारीखों में अधिकारियों का इंतजार घंटों करते हैं और अधिकारी शाम 4 बजे के बाद अवैध बसूली दलालों के माध्यम से कर राजषाही स्टाइल में आते हैं और 1 घंटे में लोगों को हड़काकर अपमानित कर महिलाओं से बदतमीजी कर लौटा देते हैं, जिससे लोगों में भारी असंतोष फैला रहा है। दिखाबे के लिये कुछ लोगों के बिल जो दलालों के माध्यम से आते हैं, उनको सुधार दिया जाता है। विद्युत संकट से छात्र, ग्रहणियां, दुकानदार, सभी परेषान हैं। पूरे म.प्र. में कटौती न होने की बात की जाती है, लेकिन डबरा में सुबह 6 बजे से 9 बजे तक नियमित रूप से कई महीनों से विद्युत कटौती जारी है। बताया जाता है कि बिजली कंपनी के ग्रह जिले में पदस्थ जूनियर इंजीनियर और बिहार से फर्जी परीक्षा पेंसिल से देकर लाखों रूपये रिष्वत देकर पास होकर आये, सहायक यंत्री डबरा में अवैध बसूली का रिकॉर्ड बना रहे हैं। कुछ दलालों के माध्यम से ठेका प्रथा चालू कर, कनेक्षन काटे और जोड़े जा रहे हैं। कुछ खास क्षेत्रों में चैकिंग नहीं की जा रही, जबकि सबसे ज्यादा चोरी वहीं होती है। बताया जाता है कि दलालों के माध्यम से बिजली घर में हर अनैतिक कार्य हो रहा है। वरिष्ठ अधिकारियों को षिकायत करने के बाद भी बिजली कंपनी के अधिकारी और जिला प्रषासन ने ध्यान नहीं दिया तो डबरा कभी भी सेवा नगर बन सकता है। लोगों में भारी आक्रोष है, लोग अपना दैनिक कार्य छोड़कर बिजली अधिकारियों की मनमानी से बढ़े हुये बिल ठीक कराने में मजदूरी, धंधा छोड़कर लगे रहते हैं।mpeb urja vibhagfraud