बेटी बचाओ-बेटी पड़ाओ’ योजना के जाली फार्म भरवाने वाला गिरोह सक्रिय सरकारी योजनाओं का दुरुपयोग करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा -घणश्याम थोरी

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बरनाला, 7 नवम्बर (अखिलेश बंसल/विपन गुप्ता) देश के कोने-कोने में बैठे असामाजिक तत्व सरकारी योजनाओं का नायाब तराकों से किस तरह फायदा उठाते आ रहे हैं और सरकारी अधिकारियों को उससे बचाव के लिए कैसे प्रबन्ध करने पड़ते हैं का खुल्लासा इस जिला में ‘बेटी बचाओ-बेटी पड़ाओ’ योजना के तहत हुआ है। जिसको लेकर डिप्टी कमिशनर श्री घणश्याम थोरी ने असामाजिक तत्वों पर कड़ी नज़रे रखने तथा पकड़े जाने पर उनके खिलाफ पौरन कार्यवायी करने के सख्त निर्देश दिए हैं। गौर हो कि 25
साल पहले भी एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश हुआ था जिसने पुलिस द्वारा करवाए जाने वाले 52 लड़कियों के सामूहिक विवाह का फायदा उठाते हुए दहेज जुटाने के नाम पर लोगों से पैसे एकत्रित करने शुरू किए थे।
यह बताया मामला:-डिप्टी कमिशनर श्री घणश्याम थोरी ने बताया कि कुछ असामाजिक तत्व व ग़ैर
सरकारी संगठनों द्वारा ग़ैर-कानूनी ढंग से ‘बेटी बचाओ-बेटी पड़ाओ’ योजना के फार्म यह कह कर बेचे जा रहे हैं कि इस योजना के अधीन 8 से 32 साल तक नकद पैसा मिलेगा। उनके द्वारा यह भी कहा जा रहा है कि उक्त फार्म भरकर भारत सरकार के स्त्री व बाल विकास मंत्रालय को भेजे जाएंगे। श्री थोरी ने
बताया कि ऐसे तत्वों व संगठनों के जाल में फंसकर भोले भाले लोग धोखा व ठगी के शिकार हो रहे हैं और पैसे भी लुटा रहे हैं।
सरकार की नहीं कोई योजना:-डीसी श्री थोरी ने कहा कि ‘बेटी बचाओ-बेटी पड़ाओ’ योजना के अधीन सरकार या जि़ला प्रशासन की तरफ से किसी भी व्यक्ति को नकद राशि देने की कोई योजना नहीं है। उन्होंने आगाह करते कहा है कि यदि किसी के ध्यान में सरकारी योजनाओं के नाम का दुरुपयोग करने वाला सामने नकार आए तो उसकी सूचना तुरन्त सरकारी अधिकारी के ध्यान में लाई जाये। सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा।
योजना का यह है उद्देश्य:- बेटी बचाओ-बेटी पड़ाओ’ योजना कोई डी.बी.टी. योजना नहीं है। बल्कि यह
योजना समाज में बेटियों के प्रति रूढि़वादी सोच को बदलना है, पी.सी. और पी.एन.डी.टी. कानून को सख़्ती के साथ लागू करना है, बेटियों की शिक्षा को आगे बढ़ाने और महिला सशक्तिकरन करने जैसे मुद्दों पर ज़ोर देना है।
असामाजिक तत्व रहते हैं मौके की तलाश में:-करीब 25 साल पहले बरनाला जिला की पुलिस द्वारा तत्कालीन जिला पुलिस मुखी श्री जगदीष कुमार मित्तल के नेतृत्व में अनाज मंडी में अपने जि़ला
कार्याल्य के समक्ष 52 गरीब व जरूरतमंद लड़कियों के सामूहिक विवाह करने का फैसला लिया गया था। लड़कियों के दहेज के लिए जिलाभर की समाजसेवी संस्थाओं ने यथायोग्य सहयोग दिया था। लेकिन दूसरी तरफ एक असामाजिक गिरोह ने मौके का फायदा उठाते दहेज जुटाने के नाम पर लोगों से पैसे एकत्रित करने शुरू किए थे। जिसकी सूचना मिलते ही तत्कालीन थाना सिटी प्रभारी आशुतोश शर्मा ने गिरोह के सदस्यों को कच्चा कालेज रोड की गलियों में से रंगे हाथ काबू में लिया था।
यह दी चेतावनी:
डिप्टी कमिशनर श्री घणश्याम थोरी का कहना है कि सरकारी योजनाओं का फायदा उठा लोगों से ठगी लगाने वालों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। काबू आने पर उन्हें जेल पहुंचा दिया जाएगा।