देश में तूफान ला देंगे भाजपा नेताओं के दयनीय मानसिकता भरे ब्यान
भाजपाइयों की जुबां फिसलती या बीमार मानसिकता ग्रस्त सत्ता का अँधा अंह
चंडीगढ़ ; आरके विक्रांत शर्मा ;— भारतीय जनता पार्टी के नेता कभी देश के उच्च कोटि के वक्ता कहे जाते थे ! अटल बिहारी वाजपेयी सिरमौर वक्त रहे ! उमा बरती और साध्वी ऋतम्भरा के भाषण तो हर चलते आमुक के कदम तक रोक देते थे ! समय समय पर भाजपा अपने मुखर और संतुलित भाषा और शब्दावली का उपयोग करने वाले वक्ताओं की बदौलत ही सत्ता पर काबिज होती रही है ! लेकिन सत्ता का साया जब भी किसी पर पड़ता है तो वह सर्वप्रथम तो जनता से किये लुभावने वादे, कायल कर देने वाली कसमें और दवा सा अचूक असर करने वाले दावे सब भूल जाता है ! शिष्टाचार की आचार संहिता के दुहाईदार गोले दागने वाले राजनीतिज्ञ क्यों भ्रष्ट शब्दावली प्रयोग में लेन लगे ! आखिर मानसिकता क्या सब राजनीतिज्ञों की समरूप ही रहती है ये बन जाती है ! आज दरअसल भाजपा सत्ता और शक्ति का पर्याय बनी है और भूल कर अपना शब्द रूपी विरोध भी स्वीकार नहीं करेगी ! कोई मार्ग द्रष्टा बनकर भाजपा को कैसे अनुशासन का सबक सिखाने की जहमत उठाएगा ! मुक्त अभिव्यक्ति की पराकाष्ठा धूमिल हो रही है ! उदाहरण बनने वाले मुक्त अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का त्रास कर रहे हैं ! नारी के सम्मान का बिगुल वादन करने वाले भाजपाई ही नारी मान सम्मान का मर्दन करने का क्षणिक अवसर तक नहीं छोड़ रहे हैं ! ऐसे में लोकतंत्र की बुलंद आगाज बनती आबाज अपनी अस्मिता को खो रही है ! पाठकों की नजर पाठक वर्ग के ही किसी चितेरे सतर्क पाठक ने भाजपा वक्ताओं की करनी और कथनी में अंतर प्रदर्शित करने के लिए कठिन परिश्रम किया और नामवर बीजेपी नेताओं के कुसित कथनों को एकत्रित किया है ! उक्त बयानों को पढ़ने के बाद ओछी हिमाकत सामने आ खड़ी होती है ! अंतर आत्मा से झिंझोड़ कर सवाल दागती ये बयान विपक्ष होते तो भी सहनशक्ति को सहलाते ! शर्म ह्या और सोचनीय तो ये है कि कभी अपनी ओज भरी वाणी और नारी सम्मान की परिचायक भाजपा आज आचरण के चरण छूने से भी वंचित हो रही है ! हैरत तो देखो मोदी ने बोधि नगरी में फ़रमाया कि आपसी संवाद से कोई नया समाधान और रास्ता सामने आता है ! मोदी के अनुसार हर विकट और विषम समस्या का समाधान नितांत आपसी निजी बैठक में विचार विमर्श और शब्दों के सही प्रयोग से समाधान सरलता और सरसता से सहज मिलते हैं ! लेकिन इतने दूरदर्शी और ज्ञान वान धर्म प्रज्ञ मोदी जी खुद और सरकार सहित उनकी भारतीय जनता पार्टी के अनेकों मंत्री संतरी ऐसे निम्नस्तरीय और बिना विवेक बनाये बयान दागते हैं कि सुनते पढ़ते कलेजा मुंह को आता है ! इन गैर जिम्मेदाराना बयानों के पीछे कैसी संकीर्णता सिमटी होगी ! क्या सत्ता और शक्ति आज भाजपा के अंह की महाभारत लिखने के पथ पर अग्रसर है ! क्या कोई इनको जवाबदेही के कटघरे में खड़ा करेगा ! भविष्य को क्या संदेश और क्या संस्कृति सभ्यता परम्पराओं का उपहार सौंपेंगे ! मोदी सरकार ने भले ही चंद नेत्रियों को सियासत के साम्राज्य की अभिनेत्री बना दिया है पर सभ्य वाणी शिष्ट आचरण पर तो सवाल खड़ा हो रहा ! नारी वर्ग की गरिमामय अस्मिता को तिरछी नजर के बजाए घूरती नजरों से भाजपा की अनुशासित मंत्री मंडली समाज को क्या संदेश किस माध्यम से दे रही इसका स्पष्टीकरण तो मोदी जी बखूबी अपनी वाक्पटुता से करें तो शीघ्र समाज को समझ आएगी ! भाजपा के ऊपर से निचे तक के मंत्री संत्री कब क्या बोलते रहे बेलगाम होकर ये मुंहफट वाक आज चारों और बहुचर्चित क्षोभ पनपते हैं ! लो सब की नजर इन अशिष्ट गैर जिम्मेदाराना बयानों की बानगी——–जो बीमार मानसिकता का नमूना पेश करती है ! अब देखो देश की बागड़ोर हम सब ने क्या सोच कर भाजपा और इसके नेताओं के हाथ में सौंपी थी——–! पहले ये बयान दो एक बयान जो अच्छे दिनों की लम्बाई बढ़ाने हेतु काफी हैं ! 1. 2022 तक देश के हर गांव में होगी चौबीसों घंटे बिजली ; मोदी [2] 2022 तक देश के हर व्यक्ति के पास होगा अपना घर ;मोदी का सपना ; संजय टंडन अध्यक्ष भाजपा [3] ————-स्मृति ईरानी [4] लड़की बेचे आचार तो ज्यादा बिकेगा :- नरेन्द्र मोदी [5] बिहार बिमारु राज्य है :- नरेन्द्र मोदी [5] ब्लात्कार के लिये लड़की जिम्मेदार :- हरियाणा मुख्यमंत्री खट्टर [6] किसान आत्महत्या लव अफेर्स और नपुंसकता की वजह से करते है :- केन्द्रीय कृषि मंत्री [7] सरकार हनुमान नही है जो इराक मे फसे भारतीयों को ले आयेगी :- वी.के सिंह [8] बलात्कार कुछ हद तक अच्छा है कुछ हद बुरा है :- बाबू लाल गौर [9] रेल किराये महेंगे हो गये यह बड़ी बात नही छोटी बात है :- किरिट सौमैया ? [10] 25 % Inflation बराबर है :- राधा राम मोहन सिंग [11] बिना प्रोटेक्शन ऐइड्स को दूर भगायेंगे :- हेल्थ मिनिस्टर हर्ष वर्धन [12] जवान डकैत है :- वी.के सिंग [13] महिलाएँ चार पांच बच्चे पैदा करे :- साक्षी महाराज सांसद [14] लडकियों को मर्यादा मे रहना होगा तब जाकर बलात्कार नही होंगे :- विजय वर्गीय ( भाजपा नेता) [15] व्यापम स्केम बडी बात नही :- विजय वर्गीय [16] नितिश का DNA खराब है :- नरेन्द्र मोदी [17]. किसान मरते है तो मरने दो हम क्या करे :- भाजपा सांसद संजय दोत्तरे [18]. दाल और सब्जी के भाव बढना महेंगाइ नही है :- अरुण जेटली [19] विदेशों मे कितना कालाधन है मुझे पता नही :- नरेन्द्र मोदी [20] चुनाव मे कालेधन की बात जुमला थी :- अमित शाह [21]. राम मंदिर के लिये 320 सिट चाहिए :- अमित भाइ शाह [22]. मुझे पहले शर्म आती थी भारत देश मे पैदा होने के लिये :- नरेन्द्र मोदी [23]. भारत सपेरो का देश था :- नरेन्द्र मोदी [24]. अच्छे दिन 25 साल बाद आयेंगे :- अमित शाह [25]. पाकिस्तान को बिजली देंगे :- नरेन्द्र मोदी [26]. 370 हटाना नामुमकिन :- राजनाथ सिंह [27]. चीन गलती से हमारी सिमा मे घूस जाता है :- राजनाथ सिंह [28]. भ्रष्टाचार ऐसे करो के किसी को पता न चले :- विजयवर्गीय [29]. देश के जवानों से बडा काम हम करते है, शहीद होना बडी बात नही :- अमित शाह [30]. जवान से ज्यादा जोखिम व्यापारी उठाता है :- नरेन्द्र मोदी [31]. ज्यादातर बंगाल और बिहार की विधवा महिलाएँ भिख मांगती है मथुरा मे :- हेमा मालिनी [32]. लाल गाल वाले टमाटर खाते है , गरीब नही :- प्रभात झा. [34]. लडकीया अपने फिगर बनाने के चक्कर मे कुपोषण का शिकार बनती है :- नरेन्द्र मोदी [35]. दलित और दलित महिलाएँ को मार मारने पर ही सिधे चलते है :- पुरुषोत्तम रूपाला [36]. बढते क्राइम रेट के लिये यु.पी और बिहार के लोग जिम्मेदार :- नितिन पटेल !!!???!!! शर्म की बात तो ये है कि हेमा जैसी अभिनेत्री नेत्री ये कहती कि विधवा –मथुरा में भीख मांगती ये तो शर्म की बात आपने उनके बारे कुछ्ह करना कोई आबाज को आगाज तक देना भी मुनासिब न जाना ! बाबू लाल गौर बलात्कार को कितनी घटिया मानसिकता के साथ परिभाषित करता है ! एक मुख्यमंत्री जो कि खुद अविवाहित हैं ने बलात्कार के लिए खुद लड़की जिम्मेवार करार दे दिया ! संसद संजय दित्तरे कि किसान मरते हैं तो मरने दो हम क्या करें —-पब्लिक ने किस लिए चुन कर भेजा आपको ये बताने की जरूरत और जुर्रत जल्दी ही जनता करेगी वो दिन दूर नहीं हैं अब ! अमित शाह का वो बयान कालाधन तो जुमला मात्र था भाजपा की नैतिक और कानूनी जिम्मेवारि का नमूना पेश करता है ! अमित शाह वीर रणबांकुरों की शहादत को ही पद दलित कर दिया था ! देश के जांबाजों का ऐसा अपमान और क्या होगा ! शाह की नजर में शहीद होना आम बात है जिससे कि नेता राजनीतिज्ञ सब कोसों दूर फटकते भी नहीं हैं ! गृहमंत्री राजनाथ सिंह का रिपु राष्ट्र को लेकर हास्यास्पद बयान उनकी संदिग्ध राष्ट्र भक्ति का पटाक्षेप करता है ! अत ; सब इक ही थैली के चट्टे बट्टे जो ठहरे ! सब की मानसिकता सोच का दायरा और संस्कारों की ऊर्जा नारी का सम्मानीय स्तर क्या क्या है इन सब की नजरों में आप खुद जान लें ! ये बयान साम्प्रदायिकता आपसी खींचतान बैर विरोध को बढ़ाने वाले तत्व नहीं तो क्या हैं ! कहाँ सो रहा हा समूचे देश का पुलिस तंत्र ! क्यों कर खामोश हुआ न्यायप्रिय तंत्र ! क्या वाक्य ही आज के संदर्भ में सत्ता और शक्ति के सिवा कुछ नहीं है जो दूसरे समाज देश सहित सामाजिकता को संदेश दे सके !
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