सीबीआई ने कहा – सरकार हमें काम नहीं करने दे रही।

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ग्वालियर। 01 अक्टूबर (सीएनआई) राज्य सरकार हमें काम नहीं करने दे रही है। न्यायमूर्ति यूसी माहेष्वरी तथा न्यायमूर्ति एसके गुप्ता की युगलपीठ के समक्ष पीएमटी मामले की सुनवाई के दौरान सीबीआई के डीएसपी राजीव चन्दोला ने उक्त आरोप लगाया तो अदालत ने तत्काल अतिरिक्त महाधिवक्ता अरविन्द दूदावत से पूंछा कि कौन सीबीआई के काम में बाधा डाल रहा है। उनके नाम बताएं व्यापम घोटाले की जांच कर रहे सीबीआई के डीएसपी राजीव चन्दोला ने जांच में आ रही परेषानियों से कोर्ट को अवगत कराते हुये, कहा कि चम्बल कॉलौनी में ऑफिस के लिये 4 कमरे दिये गये थे, लेकिन अचानक जल संसाधन विभाग के इंजीनियर ने दो कमरों में ताला डाल दिया है, जिससे काम करने में परेषानी आ रही है। कोई संसाधन उपलब्ध नहीं कराये हैं, जब हमने इंजीनियर से इस संबंध में पूंछा तो उन्होंने बताया कि रवी की फसल का सीजन शुरू हो रहा है, इसके लिये अधिकारियों का आना-जाना होगा। उनके लिये कमरों की जरूरत होगी। व्यापम जांच के संबंध में उनको बताया तो उन्होंने कमरे का ताला खोलने से इन्कार कर दिया। श्री चन्दोला ने बताया कि इस संबंध में संभागीय आयुक्त व कलेक्टर को भी अवगत कराया था। उन्होंने तिघरा पर ऑफिस बनाने को कहा है जो कि गवाहों और अन्य लोगों की सुरक्षा के लिये ठीक नही हैं, जांच को प्रभावित करने के लिये ऐसा किया जा रहा है।
शपथ पत्र पर लिखकर दें – न्यायालय ने सीबीआई से कहा कि वे शपथ पत्र पर यह लिखकर दें, समस्याएं न्यायालय सुलझवा लेगा। सीबीआई अधिकारी ने बताया कि उन्हें संसाधन भी उपलब्ध नहीं कराये गये हैं, जिस कारण जांच में भी दिक्कत आ रही है। कोई व्यवस्थाएं नही हैं। न्यायालय ने उपस्थित अतिरिक्त महाधिवक्ता से कहा कि आप व्यवस्थाएं ठीक कर लें। कौन अधिकारी सीबीआई के काम में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं, उनकी जानकारी न्यायालय को दें।
एसपी को दी खटारा टैक्सी – सीबीआई के एसपी पंकज कम्बोज जब ग्वालियर आये थे, तब उन्हें खटारा टैक्सी दी गई थी, इस कारण वे परेषान हो गये थे। सीबीआई अपने बकीलों को बता चुकी है कि उन्हें जो वाहन दिये गये हैं, वे इतने खटारा हैं कि जिला न्यायालय से हाईकोर्ट जाने में काफी देर लग जाती है। वाहन रिपेरिंग मांगते हैं। अधिकारी जांच की बजाय वाहनों में उलझा रहता है।
सूत्रों के अनुसार कुछ बड़े लोग जो सीबीआई की जांच में फंस सकते हैं, वे येन-केन प्रकारेण अधिकारियों के माध्यम से सीबीआई को गुमराह कर काम में बाधा डाल रहे हैं, ताकि सीबीआई की जांच प्रभावित हो और वे बचे रहें।hc2cbi 1 hindi