ग्वालियर।१७ नवम्बर [सीएनआई ] एयरफोर्स के बिग कमांडर के बेटे अष्विनी को जीआरपी द्वारा रेल से चोरी करते समय पकड़ा गया। अष्विनी से पूछताछ में पूरा एक ट्रक माल जिसमें 7 लाख रूपये गहने, 5 लाख की टाटा सवारी तथा 4 लाख के गहने अन्य स्थानों पर रखना बताया। इसके अलावा महंगे ब्रांडेड कपड़े, कॉस्मेटिक आयटम, ब्रांडेड जूते, 45 ट्रॉली बैग, 10 पिट्ठू बैग, महंगी शराब की बोतलें मिली हैं। जीआरपी के पास उक्त सामान रखने की जगह ही नही हैं, उक्त फ्लैट किसी ब्रिगेडियर का होना बताया। शातिर बदमाष अष्विनी कुमार श्रीवास्तव चोरी के मिले गहनों से गोल्ड लोन लेता था। जीआरपी ने उसके खुलासे के बाद मणप्पुरम फायनेंस से 7 लाख के गहने बरामद किये हैं, यही नहीं उसने अपनी शादी पर भी चोरी के गहनों का ही उपयोग किया था। अष्विनी चोरी के दौरान मिले जेवरातों को बेचता नहीं था वह इन गहनों को मणप्पुरम फायनेंस में गिरवीं रखकर लोन लेता था। अष्विनी के पास महंगी कारें भी हैं, जिनको जीआरपी जल्दी ही बरामद करेगी।
मोबाइल लैपटॉप फैंक देता था – अष्विनी चोरी में मिले मोबाइल और लैपटॉप हमेषा शहर के बाहरी इलाकों में फैंक देता था, जिससे वह आसानी से पकड़ में नहीं आता था।
पूर्व विधायक के कूपन पर सफर करते थे चोर – शातिर चोरी अष्विनी श्रीवास्तव रेल के फर्स्ट क्लास में पूर्व विधायक राजेन्द्र भारती के चोरी किये हुये कूपनों से सफर करता था। इसके 18 कट्टे अष्विनी ने चुराये थे, कूपन होने से आरक्षण कराने की आवष्यकता नहीं पड़ती थी और ना ही कोई टीटीई कूपन देखकर ज्यादा पूछताछ करता था। यात्रा में जो यात्री गहरी नींद में सोया मिलता और उसका सामान बिना चैन के होता उसे उठाकर अष्विनी ग्वालियर में उतर जाता। एसपी रेल अवधेष गोस्वामी ने बताया कि 09 नवम्बर को कर्नाटिका एक्सप्रेस से चोरी करते पकड़े जाने के बाद कई चोरियां स्वीकार की हैं। दतिया के पूर्व विधायक राजेन्द्र भारती का सामान करीब डेढ़ साल पहले फर्स्ट क्लास से चोरी किया था। इसके अलावा वह टीटीई के यात्रा पास पर भी सफर करता था। जो मुख्य बुकिंग पर्यवेक्षक पष्चिम मध्य रेलवे द्वारा प्रमाणित हैं। अष्विनी बर्थ के पास रखे उन्हीं बैगों की चोरी करता था, जो चैन से नहीं बंधे होते थे, जिसमें कोच कंडक्टर होता था, उसमें चोरी नहीं करता था। चोरी में मिला नगद और सोना अपने पास रखता था, मोबाइल, लैपटॉप हाइवे पर सफारी से जाकर फैंक आता था। अष्विनी ने बताया कि अगर मोबाइल, लैपटॉप रखता तो सात साल तक नहीं चल पाता। उसने चोरी का सोना गलवाकर 21 अप्रेल को अपनी शादी में पत्नी के लिये गहने भी बनवाये। महंगी शराब, लड़कियों पर पैसा खर्च करता था। बिंडसरहिल में एक पुलिस अधिकारी के भाई का फ्लैट किराये से लिया था, पुलिस के पहुंचने पर दहषत में बिंडसरहिल के निवासी आ गये। वहां के लोगों का कहना हैं कि अब हम असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
इन्हें बनाया षिकार – झांसी के संकल्प अग्रवाल, गुजरात के बीके झा, उत्तराखंड के सोलेमन, दिल्ली की दीपा सप्रे, अंकिता गुलाटी, दिल्ली के अजय कुमार, अंकित ऋचा शर्मा, जालंधर के कैप्टन हर्ष जैन, सहायक लेखा अधिकार अजय कुमार, मुम्बई के बीके झा, सागर के कैप्टन शक्ति सिंह, अरूण कांत, चित्रा मेरी, हरिद्वार के बलवंत सिंह, झांसी के अमित कुमार, कानपुर की सुष्मा, झांसी के एमपी सिंह, कानपुर के रितिष, दिल्ली के रॉयल चैके, दिल्ली के नवीन सचदेव, जितेन्द्र, हर्ष यादव, करौली के लोचन सिंह मीना, हरजोत सिंह मारवा, मुन्ना कुमार पांडे, अग्नेल, अंकित गर्ग, जगदीष चन्द्र पाटीदार, मुरली गुप्ता, विजय शंकर, डेरेन माइकल, विकास गुलाटी, कृष्णा नागर, महेष चौधरी, अन्नाफ कैलहो को निषाना बनाया। इसके अलावा भी भोपाल के दवा विक्रेता अनिल कुमार की फर्म के चैक मोहन संदीप से चोरी कर बैंक से भुना लिये थे, जिसका प्रकरण पूर्व में दर्ज है। अन्य कई यात्रियों का भी सामान बरामद हुआ है, जिन्हें जीआरपी ने सूचना दे दी है।