एसएसपी व डीएसपी सहित इंस्पेक्टर उदयपाल को हाईकोर्ट ने थमाया नोटिस,कारगुजारी से कोर्ट खफा

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एसएसपी व डीएसपी सहित इंस्पेक्टर उदयपाल को हाईकोर्ट ने थमाया नोटिस,कारगुजारी से कोर्ट खफा
चंडीगढ़ ; सीएनआई डेस्क ;—–हाईकोर्ट ने पुलिस के खुदमुख्त्यार बने अफसरों पर नोटिस गाज गिराई है ! पुलिस पे आज मंगल खूब भारी साबित हुए ! एक तो डिस्ट्रिक्ट कोर्ट से डीएसपी जगबीर सिंह पर गोली दागने वाले आरोपी राजन भट्टी की फरारी उपर से डीएसपी सतीश कुमार और इंस्पेक्टर उदय पाल की कथित तानाशाही के चलते इंसाफ और इंसानियत पसंद आईपीएस सुखचैन सिंह गिल एसएसपी को भी कोर्ट का नोटिस जारी हो गया ! पिछले दिनों धानस के कलौनी निवासियों द्वारा डी. सी आफिस पर दिए धरने पर बर्बर लाठी चार्ज करने के बाद धरने की अगुवाई कर रहे सी.पी.आई (एम एल) लिबरेशन के नेताओं पर थाने में टॉर्चर का मामला अखबारों में चर्चित रहा था. लेकिन कम्युनिस्ट नेताओं द्वारा एस.एस.पी चंडीगढ़ को दी गई शिकायतों पर भी आज तक कोई कार्य्वाइ नहीं की गई ! धरने में शामिल बच्चों तक को चंडीगढ़ पुलिस ने बुरी तरह पीटा था. महिलाओं को पुरुष पुलिस द्वारा पीटे जाने की तस्वीरें अखबारों में छपी थीं !
इसी बात को लेकर टॉर्चर का शिकार हुए लिबरेशन के सचिव कामरेड कंवलजीत सिंह ने पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. इस का संज्ञान लेते हुए माननीय उच्च न्यायालय ने इन्सपेक्टर उदैपाल, डी.एस.पी सतीश कुमार को तो नोटिस जारी किया ही साथ ही चंडीगढ़ के एस.एस.पी सुखचैन सिंह गिल आईपीएस को भी 1 दिस्मबर 2015 तक जवाब देने को कहा है ! कोर्ट ने तेवर तरेरे कि जब एसएसपी गिल को शिकायत दी गई थी तो कार्यवाही क्यों नहीं की गई.!
कामरेड कंवलजीत सिंह ने कहा कि पुलिस और अफसरशाही को जनता के शांतमयी धरने प्रदर्शन को लॉ एंड ऑर्डर की समस्या की तरह डील करना बंद करना होगा.! उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ पुलिस का वो रुप जो उन्होंने 29-30 की रात को देखा वह् किसी ने शायद सपने में भी नहीं सोचा होगा.! उस सीन के बारे में सोच कर आज भी रूह काँप जाती है ! आखिर निहत्थे निर्दोष लोगों का कसूर क्या था ! यहीं कि कानून में मिली आजादी के तहत अपना दुखड़ा व्यक्त करने शांति पूर्वक जा रहे थे ! ऐसे पुलिस अफसरों पर करवाई करने के साथ साथ चंडीगढ़ पुलिस को एक सभ्य समाज में सिविलाइज्ड पुलिसिंग के संकल्प को सही तरीके से समझना होगा और अमल में भी लाना होगा ! आला अफसरों को अपने अधीनस्थ कर्मचारियों पर कंट्रोल रखना होगा !