कन्नौज में हिंसा एक व्यक्ति की मौत कर्फ्यू जैसा माहौल

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कन्नौज 23 अक्टूबर (सुरजीत सिंह कुशवाहा)गुरुवार दोपहर को शहर में स्थापित पूजा पंडालों से दुर्गा विसर्जन यात्रा निकाली जा रही थी। जैसे ही यह यात्रा शहर के संवेदनशील इलाके लाखन तिराहा पहुंची तो वहां विवाद शुरू हो गया। यहां चूड़ीवाली गली निवासी एक युवक पर रंग पड़ गया तो उसके समर्थकों ने यात्रा में शामिल एक युवक के साथ मारपीट कर दी। वहीं यात्रा में शामिल लोगों का कहना है कि दूसरे संप्रदाय के लोग महिलाओं के साथ अश्लील हरकतें कर रहे थे, विरोध किया तो मारपीट करने लगे। इस बात को कुछ लोगों ने बीच में पड़कर शांत करवा दिया। इस दौरान पुलिस यात्रा में शामिल लोगों को जल्दी-जल्दी आगे बढ़ाने लगी। इस पर यात्रा में शामिल भीड़ ने शहर कोतवाली प्रभारी भुल्लन यादव के साथ मारपीट कर दी। उसके बाद मौके पर अपर पुलिस अधीक्षक सुभाष चंद्र पुलिस फोर्स के साथ पहुंच गए। वह घटना के संबंध में पूछताछ कर ही रहे थे कि चूड़ी वाली गली में स्थित तीन मंजिले मकान के ऊपर मौजूद कुछ युवकों ने शोभायात्रा में शामिल लोगों पर ताबड़तोड़ फाय¨रग शुरू कर दी। जवाब में यात्रा में शामिल लोगों ने भी जमकर पथराव किया। इस दौरान गोली लगने से मौसमपुर मौरारा, मकरंदनगर निवासी महेश कुशवाहा (35) और अपूर्व गुप्ता गोली लगने से घायल हो गए। आनन-फानन दोनों को जिला अस्पताल लाया गया, लेकिन महेश कुशवाहा ने रास्ते में दम तोड़ दिया। उसके बाद शहर की स्थिति बिगड़गई। जगह-जगह यात्राएं रोक दी गई। महिलाओं में भगदड़ मच गई। भीड़ में शामिल लोगों ने पुलिस पर भी पथराव करते हुए कुछ दुकानों के शटर तोड़नेका प्रयास किया। भीड़ ने पुलिस की कुछ बाइकों में भी तोड़फोड़ की। भीड़ द्वारा किए गए पथराव से कई पुलिस कर्मी भी चुटहिल हो गए। घटना की जानकारी होते ही एसपी कलानिधि नैथानी भारी लाव-लश्कर के साथ पहुंचे। वहां उन्होंने खड़ी शोभायात्रा की झाकियों को आगे बढ़वाया। उधर जिलाधिकारी अनुज कुमार झा जिला अस्पताल पहुंचे। वहां से लौटते वक्त मकरंदनगर में डीएम एसपी का काफिला भीड़ ने रोक किया। डीएम ने किसी तरह लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया। उधर घटनाके विरोध में ग्वाल मैदान में सभी यात्राएं रोक दी गई। घटना के विरोधमें शहर में हो रही रामलीला और बाबा गौरीशंकर मंदिर में आरती भी स्थगित कर दी गई।