किसानों को वापिस की जमीन छीन कर दुबारा किया सरकारी कब्जा, सरकार ने धक्केशाही बंद ना की तो परिवार सहित आत्महत्या के लिए होंगे मजबूर !

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सुल्तानपुर 24 अक्टूबर (निर्मल सिंह) प्रदेश में किसानों की अलग अलग मांगे पिछले काफी समय से चली आ रही है जिस के चलते एक मांग उन जमीनों के मालकाना हक है जिन्हें किसान एक लंबे अरसे से आबाद कर खेती कर रहे है इस के सम्बंध में पिछले कुछ दिन पहले किसान जथेबंदियो की पंजाब के मुख्यमंत्री केप्टन अमरिंदर सिंह से मुलाकात भी हुई थी पर बैठक बे नतीजा रही थी इसी तरह से कपूरथला के विधानसभा हल्का सुलातनपुर लोधी के टापूनुमा क्षेत्र मंड के किसान भी एक लंबे समय से इस क्षेत्र की पंचायती जमीनों पर मालकाना हक मांग रहे है और इसी के लिए लगातार प्रदर्शन भी कर रहे है पर इन किसानों की उमीदो पर पानी तब फिर गया जब मंगलवार को सिविल और पुलिस प्रशासन ने बड़े योजनाबद्ध ढंग से बड़ी सख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर किसानों और उनके परिवारों की घेरा बंधी कर उक्त क्षेत्र की 219 एकड़ सरकारी जमीन से किसानों का कब्जा तुड़वा दुबारा से निशानदेही कर जमीन पर सरकारी कब्जा कर लिया इस दौरान किसानों ने अपने परिवारों समेत इस का विरोध किया जिस के चलते उनकी पुलिस के साथ हल्की फुल्की झड़प भी हुई पर पुलिस फोर्स ज्यादा तादाद में होने के चलते किसान कुछ खास विरोध नही कर पाये पर किसानों ने पहले से लिखे सुसाईड नोट दिखाते हुए चेतावनी दी की अगर सरकार ने इस तरह धकेशाही बंद ना की तो वह परिवार समेत आत्महत्या के लिए मजबूर होंगे !
दूसरी तरफ पंजाब पुलिस के डी एस पी वरियाम सिंह ने किसानो को धमकी दी के अगर कोई बी किसान जहा से हिला तो उसका पंचकूला जैसा हशर होगा और किसानो ने कहा के हम किसे से नहीं डरते हम अपनी जमीन के लिए हम मर मिटेंगे,