चंडीगढ़ /लुधियाना 11 मार्च, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लुधियाना को 199.54 करोड़ रुपए का बड़ा तोहफ़ा दिया है जिससे इस स्मार्ट सिटी के बुनियादी ढांचे के विकास को प्रोत्साहन दिया जा सके।
घर -घर रोजग़ार स्कीम अधीन हुए दूसरे मेगा नौकरी मेले दौरान नौजवानों को नियुक्ति पत्र बांटने के लिए आज यहाँ आए मुख्यमंत्री ने कुल 7 बड़े प्रोैजेक्टों का नींव पत्थर रखा। इन प्रोैजेक्टों में एल.ई.डी. स्ट्रीट लाईट (44.38 करोड़ रुपए), आधुनिक तकनीक के दिशा सूचक (9.14 करोड़ रुपए), सराभा नगर मार्केट का आधुनिकीकरन (14.88 करोड़ रुपए), ए.बी.डी.(क्षेत्र आधारित विकास) क्षेत्र के लिए 24 घंटे भू जल आधारित जल सप्लाई स्कीम (46.50 करोड़ रुपए), क्षेत्र आधारित विकास की मौजूदा सीवरेज प्रणाली के पुर्न निर्माण (39.30 करोड़ रुपए), क्षेत्र आधारित विकास की पानी के ड्रेनेज प्रणाली (22.59 करोड़ रुपए) और स्मार्ट स्ट्रीट फेज़ -1 मल्हार रोड (22.76 करोड़ रुपए) आदि शामिल हैं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 5 प्रोजेक्टों का नींव पत्थर 3 स्थानों पर रखा जिससे इन प्रोजैेक्टों को अमल में लाया जा सके। उन्होंने शहर का विकास करने का वायदा किया क्योंकि यह शहर राज्य का प्रमुख औद्योगिक और व्यापारिक धुरी है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार शहर के विकास को लगातार प्राथमिकता देती रहेगी।
एक सरकारी प्रवक्ता ने बाद में बताया कि एल्ल.ई.डी. स्ट्रीट लाईटों और आधुनिक तकनीक के दिशा सूचक बोर्डों को स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
इस एल.ई.डी. प्रोजैक्ट के साथ मौजूदा 105000 लाईटों बदलें जाएंगी, जिससे बिजली की बचत होगी। यह काम इस महीने के आखिर तक शुरू हो जायेगा और दिसंबर तक मुकमल होगा। इसके साथ 63.25 प्रतिशत (29.75 मिलियन ईकाईयां प्रति वर्ष) ऊर्जा की बचत होगी। इससे प्रथम वर्ष 6.09 करोड़ रुपए की ऊर्जा बचेगी। इसके बाद हर वर्ष 6 प्रतिशत ओैर बचत बढ़ती जायेगी। आधुनिक तकनीक के दिशा सूचक बोर्डों के प्रोजैक्ट में 757 बोर्ड लगाए जाएंगे।
सराभा नगर मार्केट का छवि बदलने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए टैंडर माँगे जा रहे हैं जिसमें डिज़ाइन, सप्लाई और सभी तरह का लैंडस्केप का काम शामिल होगा जिसमें बिजली सेवाओं के भूमिगत काम भी होंगे। इस प्रोजैक्ट की मुख्य विशेषता सार्वजनिक प्लाज़ा की महत्ता को बढ़ाना है और सभी तरह की सेवाओं लोगों के लिए आसान बनानीं हैं।
प्रवक्ता अनुसार बाकी 4 प्रोजेक्टों के लिए भी पहले ही टैंडर जारी कर दिए गए हैं। ए.बी.डी. क्षेत्र की मौजूदा जल सप्लाई ग्राउंड जल स्रोतों आधारित है यहाँ 25 ट्यूबवैल हैं और प्रतिदिन की तकरीबन 10 घंटे जल सप्लाई होता है। मौजूदा प्रणाली पूरी तरह मीटरों से बिना और उपभोक्ताओं से फ्लैट दरे वसूली जा रही हैं। स्मार्ट सिटी मिशन के अधीन मौजूदा सम्पूर्ण जल सप्लाई की काया कल्प करने का प्रस्ताव है जिसके अधीन भू जल स्रोत (सिधवांं नहर) की तरफ जाना है। इस के नीचे 90 किलोमीटर लम्बा वितरण नैटवर्क होगा और पूरे प्रेशर के साथ 24 घंटे सप्लाई रहेगी।
एक सरकारी प्रवक्ता ने आगे बताया कि स्मार्ट सिटी मिशन अधीन ए.बी.डी. क्षेत्र की मौजूदा सीवरेज प्रणाली को दुरूस्त करने और मज़बूत बनाने का प्रस्ताव है। इस प्रोजैक्ट में सर्वे, सफ़ाई और जी.आई.एस. (जियोग्राफिक इन्नफरमेशन व्यवस्था) के द्वारा खऱाब हुए सीवरेज को ठीक करना और मौजूदा बड़े सीवरेज को मज़बूत करना। यह प्रोजैक्ट 25 मई से शुरू होगा और 21 महीने में ख़त्म होगा। स्मार्ट सिटी फेज -1 के प्रोजेैक्टों में स्मार्ट सुविधाएं, बढिय़ा पार्किंग व्यवस्था, बढिय़ा रोड और अन्य मौजूदा बुनियादी ढांचे को मज़बूत करना है।
इस मौके पर अन्य के अलावा वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल, लोकसभा मैंबर रवनीत सिंह बिट्टू, विधायक भारत भूषण आशु और राणा गुरमीत सिंह सोढी आदि उपस्थित थे।