ग्वालियर। १९अक्तुबर [सीएनआई] भीलवाड़ा से दो बेटे अपनी मां को झांसा देकर ग्वालियर लाये, यहां वे अपनी वृद्ध मां को मरने के लिये रेलवे ट्रेक पर उसी की साड़ी से हाथ पैर, मुंह, गला बांधकर फैंक गये, जैसे-तैसे किसी राहगीर ने देखा और उसे बचा लिया। बेटों द्वारा ट्रेक पर फैंकने से शरीर पर चोटें आईं। 80 वर्षीय पार्वती तोमर नामक मां को नवदुर्गा महोत्सव के दौरान रेल टेªक पर फैंकने वालों के खिलाफ उसने षिकायत दर्ज नहीं कराई और ऑन लाइन एसोसियेषन समाज सेवी संस्था ने वृद्धा के कहने पर आगरा स्थित आश्रम में पहुंचा दिया
ग्वालियर। १९अक्तुबर [सीएनआई] भीलवाड़ा से दो बेटे अपनी मां को झांसा देकर ग्वालियर लाये, यहां वे अपनी वृद्ध मां को मरने के लिये रेलवे ट्रेक पर उसी की साड़ी से हाथ पैर, मुंह, गला बांधकर फैंक गये, जैसे-तैसे किसी राहगीर ने देखा और उसे बचा लिया। बेटों द्वारा ट्रेक पर फैंकने से शरीर पर चोटें आईं। 80 वर्षीय पार्वती तोमर नामक मां को नवदुर्गा महोत्सव के दौरान रेल टेªक पर फैंकने वालों के खिलाफ उसने षिकायत दर्ज नहीं कराई और ऑन लाइन एसोसियेषन समाज सेवी संस्था ने वृद्धा के कहने पर आगरा स्थित आश्रम में पहुंचा दिया