खटटर ने गुरु तेग बहादुर शहीदी समारोह में की शिरकत
चण्डीगढ़ : 15 नवम्बर; आरके शर्मा /करण सरमा / मोनिका शर्मा ;—- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि सिख समाज का गौरवमयी इतिहास रहा है तथा इस समाज के लोगों ने धर्म की रक्षा तथा देश को आजाद कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ऐसी हजारों मिसालें हैं जिनमें सिखों ने देश व इंसानियत की रक्षा के लिए अपने प्राणों तक न्यौछावर कर दिए। हम भेदभाव मुक्त समाज की परिकल्पना को सार्थक करके ही श्री गुरू तेग बहादुर जैसे गुरुओं के सपनों को साकार कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री आज हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा सोनीपत जिले के बड़ख़ालसा मैमोरियल पर आयोजित गुरु तेग बहादुर शहीदी दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर ने जब मुगलों के सामने झुकने से मना कर दिया तो उन्होंने उसे तरह-तरह की यातनाएं दी और नवंबर, 1675 को उनका शीश कलम कर दिया। जब भाई जैता सिंह उनका शीश लेकर आनंदपुर साहिब जा रहे थे तो इसी पवित्र जगह बडख़ालसा में उन्हें पता लगा कि मुगल सेना उनका पीछा कर रही है। इसके बाद इसी गांव के एक व्यक्ति खुशहाल सिंह ने अपना शीश काटकर मुगलों को दे दिया और गुरु तेग बहादुर का शीश सुरक्षित आनंदपुर साहिब पहुंच गया। इसी वजह से इस स्थान का नाम बड़ा खालसा यानिके बडख़ालसा रखा गया। उन्होंने कहा कि मैं इस पवित्र स्थल को नतमस्तक करता हूं। उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर ने धर्म की रक्षा के लिए अपनी जान की कुर्बानी दी थी। ऐसे ही शहीदों की बदौलत आज हम देश की खुली हवा में सांस ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने लोगों से आह्वान किया कि प्रत्येक मजहब कौम का व्यक्ति हरियाणवी बनकर कार्य करे तभी हम प्रदेश को विकास के रास्ते पर आगे लेकर जा सकते हैं। इसलिए हमने हरियाणा एक-हरियाणवी एक का नारा भी दिया है।
सिख समाज द्वारा रखी गई मांगों पर उन्होंने कहा कि समाज के सभी लोग इकट्ठा होकर एक कमेटी बनाएं ताकि उनकी मांगों को पूरा किया जा सके।
इस अवसर पर महिला, बाल विकास एवं समाज कल्याण मंत्री कविता जैन, सांसद रमेश कौशिक, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव जैन, भाजपा जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश आत्रेय, मुख्यमंत्री के ओएसडी राजकुमार भारद्वाज, पूर्व मंत्री कृष्णा गहलावत, रामचंद्र जांगड़ा के अलावा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
खटटर ने गुरु तेग बहादुर शहीदी समारोह में की शिरकत
चण्डीगढ़ : 15 नवम्बर; आरके शर्मा /करण सरमा / मोनिका शर्मा ;—- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि सिख समाज का गौरवमयी इतिहास रहा है तथा इस समाज के लोगों ने धर्म की रक्षा तथा देश को आजाद कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ऐसी हजारों मिसालें हैं जिनमें सिखों ने देश व इंसानियत की रक्षा के लिए अपने प्राणों तक न्यौछावर कर दिए। हम भेदभाव मुक्त समाज की परिकल्पना को सार्थक करके ही श्री गुरू तेग बहादुर जैसे गुरुओं के सपनों को साकार कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री आज हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा सोनीपत जिले के बड़ख़ालसा मैमोरियल पर आयोजित गुरु तेग बहादुर शहीदी दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर ने जब मुगलों के सामने झुकने से मना कर दिया तो उन्होंने उसे तरह-तरह की यातनाएं दी और नवंबर, 1675 को उनका शीश कलम कर दिया। जब भाई जैता सिंह उनका शीश लेकर आनंदपुर साहिब जा रहे थे तो इसी पवित्र जगह बडख़ालसा में उन्हें पता लगा कि मुगल सेना उनका पीछा कर रही है। इसके बाद इसी गांव के एक व्यक्ति खुशहाल सिंह ने अपना शीश काटकर मुगलों को दे दिया और गुरु तेग बहादुर का शीश सुरक्षित आनंदपुर साहिब पहुंच गया। इसी वजह से इस स्थान का नाम बड़ा खालसा यानिके बडख़ालसा रखा गया। उन्होंने कहा कि मैं इस पवित्र स्थल को नतमस्तक करता हूं। उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर ने धर्म की रक्षा के लिए अपनी जान की कुर्बानी दी थी। ऐसे ही शहीदों की बदौलत आज हम देश की खुली हवा में सांस ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने लोगों से आह्वान किया कि प्रत्येक मजहब कौम का व्यक्ति हरियाणवी बनकर कार्य करे तभी हम प्रदेश को विकास के रास्ते पर आगे लेकर जा सकते हैं। इसलिए हमने हरियाणा एक-हरियाणवी एक का नारा भी दिया है।
सिख समाज द्वारा रखी गई मांगों पर उन्होंने कहा कि समाज के सभी लोग इकट्ठा होकर एक कमेटी बनाएं ताकि उनकी मांगों को पूरा किया जा सके।
इस अवसर पर महिला, बाल विकास एवं समाज कल्याण मंत्री कविता जैन, सांसद रमेश कौशिक, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव जैन, भाजपा जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश आत्रेय, मुख्यमंत्री के ओएसडी राजकुमार भारद्वाज, पूर्व मंत्री कृष्णा गहलावत, रामचंद्र जांगड़ा के अलावा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।