ग्वालियर। 30 सितम्बर (सीएनआई)डबरा नगर के कमल टॉकीज रोड़ पर बनी पानी की टंकी जिससे सुभाषगंज क्षेत्र के हजारों घरों में पानी सप्लाई होता है। नियम विरूद्ध उससे 10-15 फुट दूर बने पोहा मिल से काली राख और धुंआ नगर पालिका के टेंक में गिरता है, जिससे पूरा टेंक अषुद्ध रहता है और गंदगी, राख से भरा रहता है वही पानी नलों के माध्यम से घरों में पहुंचकर लोगों में बीमारियां फैला रहा है, जनता दूषित पानी पीने को मजबूर है, उक्त पोहा मिल संचालक प्रभावषाली व्यक्ति पैसे के दम पर पूरे प्रषासन को धता बताकर नगर के बीच में हाईकोर्ट के आदेष के बाद भी पोहा मिल का संचालन कर प्रदूषण फैला रहा है, इस प्लांट द्वारा फैलाई गई गंदगी और राख से लोगों को लीवर, पेट की एवं अन्य बीमारियां होती हैं, पूर्व में पानी साफ करने के लिये फिटकरी, ब्लीचिंग पाउडर, चूना आदि का उपयोग होता था, लेकिन वह भी पर्याप्त नहीं हो रहा। सूत्रों के अनुसार वर्तमान में इस टंकी से सुभाषगंज, ढीमरपुरा, जंगीपुरा, कमल टॉकीज, क्षेत्र रामगढ़, ठाकुर बाबा रोड़ एवं नगर के बड़े हिस्से को पानी सप्लाई होता है। पूर्व में कई बार प्रदूषण की, राख की षिकायतें की पर चांदी की चमक के आगे सबसे षिकायतें दबा दी गईं। नगर के हजारों लोगों की जान से खिलवाड़ करने वाले उक्त पोहा मिल की राख से न जाने कितने लोग बीमार होते हैं। इसकी किसी को परवाह नही हैं। जिला प्रषासन से उक्त पोहा मिल से हो रहे वायु प्रदूषण एवं काली राख से हो रहे, जल प्रदूषण को रोकने हेतु उक्त पोहा मिल को नगर सीमा से बाहर किये जाने की मांग की है।
ग्वालियर। 30 सितम्बर (सीएनआई)डबरा नगर के कमल टॉकीज रोड़ पर बनी पानी की टंकी जिससे सुभाषगंज क्षेत्र के हजारों घरों में पानी सप्लाई होता है। नियम विरूद्ध उससे 10-15 फुट दूर बने पोहा मिल से काली राख और धुंआ नगर पालिका के टेंक में गिरता है, जिससे पूरा टेंक अषुद्ध रहता है और गंदगी, राख से भरा रहता है वही पानी नलों के माध्यम से घरों में पहुंचकर लोगों में बीमारियां फैला रहा है, जनता दूषित पानी पीने को मजबूर है, उक्त पोहा मिल संचालक प्रभावषाली व्यक्ति पैसे के दम पर पूरे प्रषासन को धता बताकर नगर के बीच में हाईकोर्ट के आदेष के बाद भी पोहा मिल का संचालन कर प्रदूषण फैला रहा है, इस प्लांट द्वारा फैलाई गई गंदगी और राख से लोगों को लीवर, पेट की एवं अन्य बीमारियां होती हैं, पूर्व में पानी साफ करने के लिये फिटकरी, ब्लीचिंग पाउडर, चूना आदि का उपयोग होता था, लेकिन वह भी पर्याप्त नहीं हो रहा। सूत्रों के अनुसार वर्तमान में इस टंकी से सुभाषगंज, ढीमरपुरा, जंगीपुरा, कमल टॉकीज, क्षेत्र रामगढ़, ठाकुर बाबा रोड़ एवं नगर के बड़े हिस्से को पानी सप्लाई होता है। पूर्व में कई बार प्रदूषण की, राख की षिकायतें की पर चांदी की चमक के आगे सबसे षिकायतें दबा दी गईं। नगर के हजारों लोगों की जान से खिलवाड़ करने वाले उक्त पोहा मिल की राख से न जाने कितने लोग बीमार होते हैं। इसकी किसी को परवाह नही हैं। जिला प्रषासन से उक्त पोहा मिल से हो रहे वायु प्रदूषण एवं काली राख से हो रहे, जल प्रदूषण को रोकने हेतु उक्त पोहा मिल को नगर सीमा से बाहर किये जाने की मांग की है।