गीता ज्ञान कर्तव्य और कर्म का मूल सिद्धान्त है -स्वामी आदेशपुरी

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इंदौरा 15 दिसंबर ( गगन ) शिव शक्ति आश्रम तपोभूमि पनियाला में होने वाले गीता जयंती महोत्सव के उपलक्ष्य मे एक बैठक बुलाई गई जिसमें आश्रम अध्यक्ष स्वामी आदेश पूरी जी ने बताया की गीता ज्ञान हमे कर्तव्य और निष्काम कर्म करने का मूल सिद्धान्त सिखाता है गीता ज्ञान से जीवन में प्रसनता और आत्मशान्ति मिलती हैउन्होंने कहा गीता ज्ञान को किसी एक जाति धर्म या देश से नहीं जोड़ना चाहिए गीता ज्ञान तो सर्व मनुष्य जाति के लिए है पांच हजार वर्षो से भी ज्यादा बीतने पर भी आज गीता ज्ञान नवीन ज्ञान लगता है गीता में ज्ञान,वैराग्य,भक्ति और मानव सेवा तथा राष्ट्र भक्ति का मुख्य उपदेश मिलता है 21 दिसम्बर को होने वाली गीता जयंती में कई स्कूली शात्रों की गीता प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता करवाई जायेगी जिसमे श्री सुजान सिंह पठानीया मान्नीय उर्जा एवं कृषि मंत्री ही प्र के कर कमलो द्वारा सभी विजेता बच्चों को समानित किया जायेगा निष्काम सेवा समिति के प्रधान श्री बालमुकुंद व् रूप लाल जी ने बताया की इस गीता प्रश्नोत्तरी में कई श्रद्धालु भक्त व् हरीद्वार से कई संत भी लिखित रूप से भाग ले रहे है इससे आपसी प्रेम व् भाईचारे को भी बढ़ावा मिलेगा इस बैठक में महासचिव श्री हेम राज जी शर्मा ,कोषाध्यक्ष ठाकुर जसवंत सिंह,सलाहकार कमल सिंह,व् कमिटी के सभी सदस्यों ने विशेष रूप से भाग लिया