चंबाघाट क्षेत्र में बीएसएनएल सेवा ठप होने से उपभोक्ता परेशान’ ‘8 दिसम्बर से बंद पड़ी है बीएसएनएल की ब्राॅड बैंड सेवा’

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सोलन-12-दिसम्बर-( धर्मपाल ठाकुर ) –  9 दिसम्बर से चंबाघाट व इसके आसपास क्षेत्रों में भारतीय दूरसंचार निगम लि. की ठप पड़ी सेवा ने बीएसएनएल की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है। सोलन के इस प्रमुख औद्योगिक और व्यापारिक क्षेत्र में बीएसएनएल की मृत पड़ी ब्रांड बैंड सेवा से उद्योगपतियों और कारोबारियों सहित आम उपभोक्ताओं को भारी नुकसान और परेशानियों का सामना करना पड़ा है। बीएसएनएल की माने तो गत चार दिनों से टेलिफोन एक्सचेंज में आए टेकनिकल फाल्ट के कारण चंबाघाट सहित कुछ क्षेत्रों में ब्राॅड बैंड सेवा को बहाल नहीं किया जा सका है।

उपभोक्ताओं का आरोप है कि बार-बार आग्रह के बावजूद बीएसएनएल ब्राॅड बैंड इंटरनेट सेवा बहाल करने में नाकाम रहा है। ब्राड बैंड सेवा बाधित होने के कारण जहां कारोबारियों और उद्योगपतियों को अपनी विभिन्न व्यापारिक सेवाओं को जारी रखने में मुश्किलें आ रही हैं वही घरेलु उपभोक्ता भी इससे खासे परेशान चल रहे हैं। उपभोक्ताओं ने बीएसएनएल की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए इसे सरासर निगम की लापरवाही करार दिया है। उपभोक्ताओं का कहना है कि गत चार दिनों से ब्राॅडबैंड सेवाएं बाधित हैं और विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा हुआ है।

उल्लेखनीय है वर्तमान में सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव के कारण इंटरनेट सेवाएं बाधित होने से युवाओं में बेचैनी बढ़ जाती है। सोलन और इसके आसपास हजारों की संख्या में छात्र और युवा वर्ग आवास करता है। छात्र वर्ग हर समय इंटरनेट से जुड़ा रहना चाहता है ताकि विभिन्न परीक्षाओं के समय वे ताजा अपडेट लेते रहें। प्रदेश के प्रमुख नगर सोलन में इंटरनेट बाधित होने के कारण छात्र उपभोक्ताओं की पढ़ाई भी बाधित हो रही है।

चंबाघाट क्षेत्र के निवासियों राजेन्द्र, रमेश, दिनेश, रेखा, वंशिका, सुमिता आदि ने कहा कि यह अत्यंत खेदजनक है कि पिछले कई दिनों से बीएसएनएल की ब्राॅड बैंड सेवा बाधित है और विभाग हाथ पर हाथ धरा बैठा है। उन्होंने कहा कि बार-बार पूछने पर भी सही उत्तर नहीं मिल पा रहा है। उपभोक्ताओं का कहना है कि बीएसएनएल की सेवाएं अब विश्वसनीय नहीं रही है लिहाजा उन्हें अब दूसरे विकल्पों पर विचार करना ही पड़ेगा।

बहरहाल, चंबाघाट आदि क्षेत्रों में लंबे समय से ब्राॅड बैंड सेवा बाधित होने से जहां निगम की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई है, वहीं उपभोक्ता अब बीएसएनएल सेवा छोड़ दूसरे विकल्पों पर विचार करने लगे हैं। यदि समय रहते बीएसएनएल अपनी कार्यप्रणाली में सुधार नहीं करता है तो डर है कि कहीं उसके उपभोक्ता अन्य प्रतिस्पर्धी कंपनियों की झोली में न चले जाएं जिससे बीएसएनलए को व्यापारिक और प्रतिष्ठात्मक दोनों ही स्थिति में भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।