ग्वालियर।२१अक्तुबर [सीएनआई] डबरा सिविल अस्पताल में भले ही जननी एक्सप्रेस की सुविधा हो लेकिन समय पर जननी एक्सप्रेस के न पहुंचने पर कभी सड़कों पर प्रसव होते हैं, कभी वाहनों में कई बार जच्चा-बच्चा की जान पर बन आती है। इसकी मुख्य बजह जननी संचालकों द्वारा लापरवाही दिखाना हैं। गत दिनों जननी एक्सप्रेस के पहुंचने पर डबरा बस स्टेंड के पास बीच सड़क पर टेªक्टर से आ रही रजनी पत्नी राकेष श्रीवास्तव की सड़क पर डिलेवरी हुई, जिससे जच्चा-बच्चा की जान पर आ बनी थी। एक दूसरी घटना में 23 अप्रेल को 108 एम्बुलेंस के समय पर न आने से मनोज जाटव निवासी जाटव मोहल्ला चीनोर की पत्नी की प्रसव पीड़ा के दौरान मौत हो गई। इसी प्रकार 21 अप्रेल को रेल से गिरकर घायल हुये युवक को ले जाने के लिये 108 एम्बुलेंस के एक घंटे तक नहीं पहुंचने पर मरीज तड़पता रहा। 20 जनवरी को लड़ैयापुरा स्थित मानिकपुर कॉलौनी डबरा में जननी, 108 के न पहुंचने पर रजनी पत्नी रामू राय ने रिक्षे में जाते समय बच्चे को जन्म दिया। इससे जच्चा-बच्चा की जान पर आ बनी थी। इसी प्रकार 22 जनवरी को जनवरी को स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस से आ रही एक महिला यात्री को प्रसव पीड़ा होने पर जननी और 108 के न आने पर स्टेषन पर प्रसव हो गया। करीब तीन लाख की आबादी वाले क्षेत्र के लिये एक 108 एम्बुलेंस गाड़ी मिली है। वह भी टेकनपुर खड़ी होती है, जबकि डबरा के लिये मंजूर हुई थी। आने-जाने में हीं उसे आधा-पौन घंटा लग जाता है। तब तक मरीज तड़पता रहता है। सीएमएचओ अनूप कम्ठान से पूछने पर बताया कि षिकायतें मिलने पर जननी एक्सप्रेस के संचालक को बुलाकर फटकार लगाई जायेगी। अगर सुधार नहीं आया तो नए टेंडर की प्रक्रिया की जायेगी।
ग्वालियर।२१अक्तुबर [सीएनआई] डबरा सिविल अस्पताल में भले ही जननी एक्सप्रेस की सुविधा हो लेकिन समय पर जननी एक्सप्रेस के न पहुंचने पर कभी सड़कों पर प्रसव होते हैं, कभी वाहनों में कई बार जच्चा-बच्चा की जान पर बन आती है। इसकी मुख्य बजह जननी संचालकों द्वारा लापरवाही दिखाना हैं। गत दिनों जननी एक्सप्रेस के पहुंचने पर डबरा बस स्टेंड के पास बीच सड़क पर टेªक्टर से आ रही रजनी पत्नी राकेष श्रीवास्तव की सड़क पर डिलेवरी हुई, जिससे जच्चा-बच्चा की जान पर आ बनी थी। एक दूसरी घटना में 23 अप्रेल को 108 एम्बुलेंस के समय पर न आने से मनोज जाटव निवासी जाटव मोहल्ला चीनोर की पत्नी की प्रसव पीड़ा के दौरान मौत हो गई। इसी प्रकार 21 अप्रेल को रेल से गिरकर घायल हुये युवक को ले जाने के लिये 108 एम्बुलेंस के एक घंटे तक नहीं पहुंचने पर मरीज तड़पता रहा। 20 जनवरी को लड़ैयापुरा स्थित मानिकपुर कॉलौनी डबरा में जननी, 108 के न पहुंचने पर रजनी पत्नी रामू राय ने रिक्षे में जाते समय बच्चे को जन्म दिया। इससे जच्चा-बच्चा की जान पर आ बनी थी। इसी प्रकार 22 जनवरी को जनवरी को स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस से आ रही एक महिला यात्री को प्रसव पीड़ा होने पर जननी और 108 के न आने पर स्टेषन पर प्रसव हो गया। करीब तीन लाख की आबादी वाले क्षेत्र के लिये एक 108 एम्बुलेंस गाड़ी मिली है। वह भी टेकनपुर खड़ी होती है, जबकि डबरा के लिये मंजूर हुई थी। आने-जाने में हीं उसे आधा-पौन घंटा लग जाता है। तब तक मरीज तड़पता रहता है। सीएमएचओ अनूप कम्ठान से पूछने पर बताया कि षिकायतें मिलने पर जननी एक्सप्रेस के संचालक को बुलाकर फटकार लगाई जायेगी। अगर सुधार नहीं आया तो नए टेंडर की प्रक्रिया की जायेगी।