ग्वालियर।13 सितम्बर (सीएनआई) व्यापम फर्जीवाड़े में फंसे डीमेट के पूर्व कोआर्डिनेटर योगेषचन्द्र उपरीत के खिलाफ 90 दिन में चालान पेष नहीं करने में फजीहत झेल रही सीबीआई की उलझनें बढ़ रही हैं। वहीं, जमानत पर छूटे उपरीत की सुरक्षा को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं। व्हिसिल ब्लोअर्स इसमें लापरवाही को उपरीत की जान का खतरा मान रहे हैं। आरटीआई एक्टिविस्ट आषीष चतुर्वेदी ने सीबीआई निदेषक से उपरीत को सतत निगरानी और उनका लगातार मेडीकल चेकअप कराने के लिए खत लिखा है। चतुर्वेदी ने पत्रक में कहा है कि उपरीत पर व्यापम के अलावा डीमेट में धांधली में शामिल होने के आरोप हैं। डीमेट में क्या गोरख धंधा चला है इसकी जानकारी उन्हें है। इसलिए उनकी सुरक्षा जरूरी है।
चिरायु अस्पताल पर भी आरोप – डीमेट में सीट कैंसिलेषन में चिरायु अस्पताल पर भी उंगलियां उठ चुकी हैं। पुलिस हिरासत से निकल कर उसी अस्पताल में अब्दुल वहीद खान (70) की मौत कई सवाल खड़े कर रही है।
ग्वालियर।13 सितम्बर (सीएनआई) व्यापम फर्जीवाड़े में फंसे डीमेट के पूर्व कोआर्डिनेटर योगेषचन्द्र उपरीत के खिलाफ 90 दिन में चालान पेष नहीं करने में फजीहत झेल रही सीबीआई की उलझनें बढ़ रही हैं। वहीं, जमानत पर छूटे उपरीत की सुरक्षा को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं। व्हिसिल ब्लोअर्स इसमें लापरवाही को उपरीत की जान का खतरा मान रहे हैं। आरटीआई एक्टिविस्ट आषीष चतुर्वेदी ने सीबीआई निदेषक से उपरीत को सतत निगरानी और उनका लगातार मेडीकल चेकअप कराने के लिए खत लिखा है। चतुर्वेदी ने पत्रक में कहा है कि उपरीत पर व्यापम के अलावा डीमेट में धांधली में शामिल होने के आरोप हैं। डीमेट में क्या गोरख धंधा चला है इसकी जानकारी उन्हें है। इसलिए उनकी सुरक्षा जरूरी है।
चिरायु अस्पताल पर भी आरोप – डीमेट में सीट कैंसिलेषन में चिरायु अस्पताल पर भी उंगलियां उठ चुकी हैं। पुलिस हिरासत से निकल कर उसी अस्पताल में अब्दुल वहीद खान (70) की मौत कई सवाल खड़े कर रही है।