– बस्ती 27 जून ( विवेक पाल )एक सिपाही ने बुलाये थे बदमाश, ग्रामीणों ने खदेड़ा, बाइकों में लगायी आग- ज्ञापन सौंपकर ग्रामीणों ने किया घटना के उच्चस्तरीय जांच की मांगबस्ती। लालगंज थाना क्षेत्र के तिघरा गांव में एक सिपाही द्वारा जमीनी विवाद में बाहरी बदमाशों को बुलाकर दहशत फैलाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। घटना से नाराज ग्रामीणों ने जिलाधिकारी आवास पर प्रदर्शन किया और ज्ञापन सौंपकर ठोस कार्रवाई की मांग किया। मामले में स्थानीय पुलिस पर घटना की लीपापोती का आरोप लगने लगा है। ग्रामीणों का कहना है कि घटना के पीछे सहजनवां थाने में तैनात एक सिपाही सोची समझी रणनीति है, जो तिघरा गांव का मूल निवासी है। मुख्य आरोपी के विभागीय होने के कारण स्थानीय पुलिस आरोपियों को बचाना चाहती है। यही कारण है कि गांव में घुसकर हथियारबंद लोगों द्वारा दहशत फैलाने के मामले में पुलिस ने काफीहलकी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। घटना 26 जून की है, लालंगज के तिघरा गांव में करीबसाढ़े दस बजे सिपाही वासुदेव यादव पुत्र रामानन्द यादव ने दर्जनों की संख्या में बाहरी बदमाशों को बुलाकर तिघरा मेहनौना सम्पर्क मार्ग को छतिग्रस्त करना शुरू कर दिया, ग्रामीणोंद्वारा आपत्ति जताने पर दहशत फैलाने के लिये बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग करना शुरू कर दिया। गांव वालों ने जान जोखिम में डालकर बदमाशों को खदेड़ लिया, बदमाश भागने लगे, और वासुदेव के घर में जाकर शरण ले लिया। ग्रामीणों ने मकान को चारों से ओर घेर लिया और बदमाशों की बाइकों में आग लगा दी।घटना की सूचना थानाध्यक्ष लालगंज एवं 100 नम्बर पर दी गयी। स्थानीय पुलिस के घटनास्थल पर करीब डेढ़ घण्टे बाद पहुचने पर ग्रामीणों ने मिलीभगत का आरोप लगाया है। बाद में पुलिस नेमीडिया की मौजूदगी में घर में छिपे बदमाशों को बाहर निकाला, प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कुल 17 लोगों को बाहर निकाला गया। जबकि मुकदमें में केवल 12 लोगों को ही बाहर निकालनाबताया गया, जबकि 11 नामजद सहित 25 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम प्रधान द्वारा दी गयी तहरीर के आधार पर बदमाशों के खिलाफ हलकी धाराओं मेंमुकदमा दर्ज किया गया है जबकि वासुदेव की तहरीर पर ग्रामीणों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। जिलाधिकारी आवास पर प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि लालगंजथानाध्यक्ष 25-25 हजार रूपया रिश्वत लेकर बदमाशों को छोड़ रहे हैं। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को दिये ज्ञापन में पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच करवाकर दबंग सिपाही समेत सभीआरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग किया है जिससे इस प्रकार के घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। जिलाधिकारी आवास पर प्रदर्शन करने वालों में मुख्य रूप से सिकन्दर यादव,हरिश्चन्द्र मौर्या, मुसाफिर, दीपक सिंह, लालचंद, दिनेश, नेबू लाल, उमेश, सोहनलाल, सोनू, रामसजीवन, रामकिशुन, अजय सिंह, जयसिंह, राममिलन, रमेश चौधरी, मिर्चा मौर्या, अलगू, रामजनक, विष्णु, रामकिशोर, बाबूराम, सीताराम आदि मौजूद रहे।
– बस्ती 27 जून ( विवेक पाल )एक सिपाही ने बुलाये थे बदमाश, ग्रामीणों ने खदेड़ा, बाइकों में लगायी आग- ज्ञापन सौंपकर ग्रामीणों ने किया घटना के उच्चस्तरीय जांच की मांगबस्ती। लालगंज थाना क्षेत्र के तिघरा गांव में एक सिपाही द्वारा जमीनी विवाद में बाहरी बदमाशों को बुलाकर दहशत फैलाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। घटना से नाराज ग्रामीणों ने जिलाधिकारी आवास पर प्रदर्शन किया और ज्ञापन सौंपकर ठोस कार्रवाई की मांग किया। मामले में स्थानीय पुलिस पर घटना की लीपापोती का आरोप लगने लगा है। ग्रामीणों का कहना है कि घटना के पीछे सहजनवां थाने में तैनात एक सिपाही सोची समझी रणनीति है, जो तिघरा गांव का मूल निवासी है। मुख्य आरोपी के विभागीय होने के कारण स्थानीय पुलिस आरोपियों को बचाना चाहती है। यही कारण है कि गांव में घुसकर हथियारबंद लोगों द्वारा दहशत फैलाने के मामले में पुलिस ने काफीहलकी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। घटना 26 जून की है, लालंगज के तिघरा गांव में करीबसाढ़े दस बजे सिपाही वासुदेव यादव पुत्र रामानन्द यादव ने दर्जनों की संख्या में बाहरी बदमाशों को बुलाकर तिघरा मेहनौना सम्पर्क मार्ग को छतिग्रस्त करना शुरू कर दिया, ग्रामीणोंद्वारा आपत्ति जताने पर दहशत फैलाने के लिये बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग करना शुरू कर दिया। गांव वालों ने जान जोखिम में डालकर बदमाशों को खदेड़ लिया, बदमाश भागने लगे, और वासुदेव के घर में जाकर शरण ले लिया। ग्रामीणों ने मकान को चारों से ओर घेर लिया और बदमाशों की बाइकों में आग लगा दी।घटना की सूचना थानाध्यक्ष लालगंज एवं 100 नम्बर पर दी गयी। स्थानीय पुलिस के घटनास्थल पर करीब डेढ़ घण्टे बाद पहुचने पर ग्रामीणों ने मिलीभगत का आरोप लगाया है। बाद में पुलिस नेमीडिया की मौजूदगी में घर में छिपे बदमाशों को बाहर निकाला, प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कुल 17 लोगों को बाहर निकाला गया। जबकि मुकदमें में केवल 12 लोगों को ही बाहर निकालनाबताया गया, जबकि 11 नामजद सहित 25 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम प्रधान द्वारा दी गयी तहरीर के आधार पर बदमाशों के खिलाफ हलकी धाराओं मेंमुकदमा दर्ज किया गया है जबकि वासुदेव की तहरीर पर ग्रामीणों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। जिलाधिकारी आवास पर प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि लालगंजथानाध्यक्ष 25-25 हजार रूपया रिश्वत लेकर बदमाशों को छोड़ रहे हैं। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को दिये ज्ञापन में पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच करवाकर दबंग सिपाही समेत सभीआरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग किया है जिससे इस प्रकार के घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। जिलाधिकारी आवास पर प्रदर्शन करने वालों में मुख्य रूप से सिकन्दर यादव,हरिश्चन्द्र मौर्या, मुसाफिर, दीपक सिंह, लालचंद, दिनेश, नेबू लाल, उमेश, सोहनलाल, सोनू, रामसजीवन, रामकिशुन, अजय सिंह, जयसिंह, राममिलन, रमेश चौधरी, मिर्चा मौर्या, अलगू, रामजनक, विष्णु, रामकिशोर, बाबूराम, सीताराम आदि मौजूद रहे।