बरनाला, 26 अक्टूबर (अखिलेश बंसल/विपन गुप्ता) जिला की सुरक्षा पर उस वक्त प्रश्न चिन्ह लग गया जब यह पता लगा कि जिला प्रबन्धकीय परिसर की बेसमैंट में घुसे चोर दो वाहनों से टायर, बैटरी, रिम लाईटें व अन्य सामान उड़ा ले गए। जिसको लेकर सिटी थाना की पुलिस ने मामला दर्ज किया है। मामले की जांच एएसआई चरनजीत सिंह को सौंपी गई है।
यह बताया मामला:
कर व आबकारी विभाग के सहायक कमिशनर द्वारा पुलिस के पास दर्ज करवाई शिकायत में बताया है कि आबकारी एकत्ट के अधीन विभिन्न जगह पर की गई चैकिंग के दौरान जिन वाहनों को कब्जे में लिया था और उन्हें जिला प्रबन्धकीय परिसर की बेसमैंट की पार्किंग में जमा किया हुआ था। उनमें से
चोरों ने दो वाहनों (टाटा इंडिका नंबर पीबी.-11 वाई/1689 के चारों टायर समेत रिम, बैटरियां, लाईटें और मारूती कार नंबर पीबी.-40/2545 की बैटरी) उड़ा ले गए हैं।
बेसमैंट की सुरक्षा जीरो:
भले ही जिला प्रबन्धकीय परिसर पर करोड़ों रुपया पानी में बहा दिया जा चुका है लेकिन उसकी सुरक्षा राम भरोसे है। गौर हो कि परिसर की बेसमैंट
जहां अधिकतर मुलाज़िमों व अधिकारियों के वाहन खड़े किए जाते हैं वहां कोई सुरक्षा कर्मी तैनात नहीं किया गया है और जो सीसीटीवी कैमरे नजर आ रहे हैं, उनसे क्या नतीजा सामने आएगा ये तफ्तीश के बाद ही पता चलेगा। यहां यहभी बता दें कि ऐसी चोरी की घटनाओं के डर से कई मुलाजिम अपने दो पहिया वाहनों को रैंप के जरिए इमारत की तीसरी मंजिल तक ले जा रहे हैं।
बरनाला, 26 अक्टूबर (अखिलेश बंसल/विपन गुप्ता) जिला की सुरक्षा पर उस वक्त प्रश्न चिन्ह लग गया जब यह पता लगा कि जिला प्रबन्धकीय परिसर की बेसमैंट में घुसे चोर दो वाहनों से टायर, बैटरी, रिम लाईटें व अन्य सामान उड़ा ले गए। जिसको लेकर सिटी थाना की पुलिस ने मामला दर्ज किया है। मामले की जांच एएसआई चरनजीत सिंह को सौंपी गई है।
यह बताया मामला:
कर व आबकारी विभाग के सहायक कमिशनर द्वारा पुलिस के पास दर्ज करवाई शिकायत में बताया है कि आबकारी एकत्ट के अधीन विभिन्न जगह पर की गई चैकिंग के दौरान जिन वाहनों को कब्जे में लिया था और उन्हें जिला प्रबन्धकीय परिसर की बेसमैंट की पार्किंग में जमा किया हुआ था। उनमें से
चोरों ने दो वाहनों (टाटा इंडिका नंबर पीबी.-11 वाई/1689 के चारों टायर समेत रिम, बैटरियां, लाईटें और मारूती कार नंबर पीबी.-40/2545 की बैटरी) उड़ा ले गए हैं।
बेसमैंट की सुरक्षा जीरो:
भले ही जिला प्रबन्धकीय परिसर पर करोड़ों रुपया पानी में बहा दिया जा चुका है लेकिन उसकी सुरक्षा राम भरोसे है। गौर हो कि परिसर की बेसमैंट
जहां अधिकतर मुलाज़िमों व अधिकारियों के वाहन खड़े किए जाते हैं वहां कोई सुरक्षा कर्मी तैनात नहीं किया गया है और जो सीसीटीवी कैमरे नजर आ रहे हैं, उनसे क्या नतीजा सामने आएगा ये तफ्तीश के बाद ही पता चलेगा। यहां यहभी बता दें कि ऐसी चोरी की घटनाओं के डर से कई मुलाजिम अपने दो पहिया वाहनों को रैंप के जरिए इमारत की तीसरी मंजिल तक ले जा रहे हैं।