बरनाला, 28 अक्टूबर (अखिलेश बंसल/विपन गुप्ता।) जि़ला व सैशन जज स. सुखदेव सिंह ने जिला जेल का दौरा कर बैरकों में सफ़ाई, बिजली, पानी की सहूलतों व अन्य प्रबन्धों का जायजा लिया। उन्होंने हवालातियों व कैदियों को कानूनी सहायता देने को वकीलों के काम बारे मेंजानकारी भी दी। इसमौके पर उनके साथ सी.जे.एम.-कम-सचिव जि़ला कानूनी सेवाएं अथारटी स. पी.एस.कालेका और जेल डिप्टी सुपरीटेंडेंट गुरप्रीत सिंह भी मौजूद थे।
शनिवार को भारत की माननीय सर्वोच्य न्यायालय की हिदायतों के अंतर्गत जि़ला की जेल की चैकिंग करने पहुंचे डिस्ट्रिक एंड सैशन्ज जज स. सुखदेव सिंह ने कैदियों /हवालातीयों को उनके कानूनी अधिकारों बारे जानकारी दी और कैदियों से उनके मामलों की पैरवी करने के लिए दिए गए कानूनी सहायता माहिरों/वकीलों के काम बारे जानकारी दी। कैदियों को बताया गया कि अगर उनके मामलों की पैरवी करने के लिए किसी के पास वकील नहीं हैं, तो वो जि़ला कानूनी सेवाएं अथारटी, बरनाला से संपर्क कर मुफ़्त कानूनी सेवाएं प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बैरकों में जा कर साफ़-सफ़ाई, रौशनी/बिजली, पानी आदि की सहूलतों के इलावा रसोई घर जाकर खाने के प्रबन्धों का जायज़ा लिया और कैदियों से जेल में पेश आ रही समस्याओं के बारे में पूछ पेश आ रही समस्याओं का हल करने के लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए।
बरनाला, 28 अक्टूबर (अखिलेश बंसल/विपन गुप्ता।) जि़ला व सैशन जज स. सुखदेव सिंह ने जिला जेल का दौरा कर बैरकों में सफ़ाई, बिजली, पानी की सहूलतों व अन्य प्रबन्धों का जायजा लिया। उन्होंने हवालातियों व कैदियों को कानूनी सहायता देने को वकीलों के काम बारे मेंजानकारी भी दी। इसमौके पर उनके साथ सी.जे.एम.-कम-सचिव जि़ला कानूनी सेवाएं अथारटी स. पी.एस.कालेका और जेल डिप्टी सुपरीटेंडेंट गुरप्रीत सिंह भी मौजूद थे।
शनिवार को भारत की माननीय सर्वोच्य न्यायालय की हिदायतों के अंतर्गत जि़ला की जेल की चैकिंग करने पहुंचे डिस्ट्रिक एंड सैशन्ज जज स. सुखदेव सिंह ने कैदियों /हवालातीयों को उनके कानूनी अधिकारों बारे जानकारी दी और कैदियों से उनके मामलों की पैरवी करने के लिए दिए गए कानूनी सहायता माहिरों/वकीलों के काम बारे जानकारी दी। कैदियों को बताया गया कि अगर उनके मामलों की पैरवी करने के लिए किसी के पास वकील नहीं हैं, तो वो जि़ला कानूनी सेवाएं अथारटी, बरनाला से संपर्क कर मुफ़्त कानूनी सेवाएं प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बैरकों में जा कर साफ़-सफ़ाई, रौशनी/बिजली, पानी आदि की सहूलतों के इलावा रसोई घर जाकर खाने के प्रबन्धों का जायज़ा लिया और कैदियों से जेल में पेश आ रही समस्याओं के बारे में पूछ पेश आ रही समस्याओं का हल करने के लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए।