ग्वालियर। २३अक्तुबर [सीएनआई] बिना डिग्री झोलाछाप डॉ0 एके वाधवानी द्वारा सुधा पत्नी हरिओम शर्मा निवासी सात भाई की गोठ माधवगंज का फोड़े का इलाज सामान्य फोड़ा समझकर किया जाता रहा। काफी समय जब ठीक नहीं हुआ तो डॉ0 एसएम तिवारी के यहां ले जाने की सलाह दी। वहीं डॉ0 तिवारी ने सुधा को जनक हॉस्पीटल में भर्ती करा दिया। जांच रिपोर्ट में पता चला कि मरीज को केंसर का फोड़ा है। केंसर अस्पताल में डॉ0 बीआर श्रीवास्तव को दिखाया गया, लेकिन केंसर बढ़ने के कारण 7 जून 2014 को मरीज की मौत हो गई। परिवादी ने इलाज संबंधित दस्तावेज जनक हॉस्पीटल व डॉ0 एसएम तिवारी से मांगे जो उन्होंने नहीं दिये, इस पर फोरम ने उन पर 5-5 हजार का जुर्माना लगाया तथा झोलाछाप डॉ0 एके बाधवानी को क्षतिपूर्ति के रूप में एक लाख रूपया परिवादी को देने के आदेष दिये। परिवादी ने 17.50 लाख की क्षर्ति की मांग की थी
ग्वालियर। २३अक्तुबर [सीएनआई] बिना डिग्री झोलाछाप डॉ0 एके वाधवानी द्वारा सुधा पत्नी हरिओम शर्मा निवासी सात भाई की गोठ माधवगंज का फोड़े का इलाज सामान्य फोड़ा समझकर किया जाता रहा। काफी समय जब ठीक नहीं हुआ तो डॉ0 एसएम तिवारी के यहां ले जाने की सलाह दी। वहीं डॉ0 तिवारी ने सुधा को जनक हॉस्पीटल में भर्ती करा दिया। जांच रिपोर्ट में पता चला कि मरीज को केंसर का फोड़ा है। केंसर अस्पताल में डॉ0 बीआर श्रीवास्तव को दिखाया गया, लेकिन केंसर बढ़ने के कारण 7 जून 2014 को मरीज की मौत हो गई। परिवादी ने इलाज संबंधित दस्तावेज जनक हॉस्पीटल व डॉ0 एसएम तिवारी से मांगे जो उन्होंने नहीं दिये, इस पर फोरम ने उन पर 5-5 हजार का जुर्माना लगाया तथा झोलाछाप डॉ0 एके बाधवानी को क्षतिपूर्ति के रूप में एक लाख रूपया परिवादी को देने के आदेष दिये। परिवादी ने 17.50 लाख की क्षर्ति की मांग की थी