ट्राईसिटी  में बाबे नानक दी जयंती चा रंग्या हर कोई
चंडीगढ़ ; 25 नवम्बर ; करण शर्मा /गगनदीप/एनके धीमान ;—-सिख धर्म के प्रवर्तक बाबा गुरु नानक देव जी का प्रकाश दिवस समूचे देश  की तरह सोहनी सिटी चंडीगढ़ और मोहाली सहित हरियाणा की पैरिस सिटी पंचकुला में धूमधाम से मनाया जा रहा है ! ट्राईसिटी के गुरुद्वाए सजे हुए हैं रौशनी की गई  हैं और  दरवार सजे हैं ! कीर्तनी जत्थे शब्द गा  रहे हैं ! बड़ी सवेरे सेक्टर 44 व् 45 सहित बुड़ैल  कीर्तन निकाले गए और जगह जगह  शोभा यात्राओं का भव्य स्वागत हुए ! आस्थावानों के लिए पड़ावों पर जलपान परशादी व्यवस्था की गई थीं ! संगतों ने श्रद्धावत होकर बाबे  जपा और खूब जयकारे लगाये! सिखों के इस पवित्र दिवस के मौके हिन्दू धर्म के समर्पित त्यागी और समानता भावना लिए हिंदुंओ ने स्वागत किये और यात्रा का हिस्सा बने ! जहाँ सिख धर्म वाले बाबे नानक की जयंती मनाते हुए खुश थे वहीँ विशाल हृदयी हिन्दू धर्म के आस्थावान भी फुले नहीं स्म रहे थे क्योंकि इसी धर्म में से ये धर्म रूपी पवित्र पौधा अंकुरित हुआ ! ये शोभा यात्रा सेक्टरों  की गलियाँ से गुजरा तो प्रशाद  लेने  हेतु खूब होड़ मची ! पर सबको परशाद मिला और संगतों ने चाय परशादे छके ! गुरु घर की बातें हुई उनकी महिमा के बखान  गाये गए !  गुरुद्वारों में  गुरु घर का अटूट लंगर बरताया जा रहा है ! संगतों की भारी भीड़ गुरुद्वारों में उमड़ रही है ! हिन्दुओं के सजे घर भी बाबे की जयंती में रौशनी बिखेर रहे हैं ! 
ट्राईसिटी  में बाबे नानक दी जयंती चा रंग्या हर कोई
चंडीगढ़ ; 25 नवम्बर ; करण शर्मा /गगनदीप/एनके धीमान ;—-सिख धर्म के प्रवर्तक बाबा गुरु नानक देव जी का प्रकाश दिवस समूचे देश  की तरह सोहनी सिटी चंडीगढ़ और मोहाली सहित हरियाणा की पैरिस सिटी पंचकुला में धूमधाम से मनाया जा रहा है ! ट्राईसिटी के गुरुद्वाए सजे हुए हैं रौशनी की गई  हैं और  दरवार सजे हैं ! कीर्तनी जत्थे शब्द गा  रहे हैं ! बड़ी सवेरे सेक्टर 44 व् 45 सहित बुड़ैल  कीर्तन निकाले गए और जगह जगह  शोभा यात्राओं का भव्य स्वागत हुए ! आस्थावानों के लिए पड़ावों पर जलपान परशादी व्यवस्था की गई थीं ! संगतों ने श्रद्धावत होकर बाबे  जपा और खूब जयकारे लगाये! सिखों के इस पवित्र दिवस के मौके हिन्दू धर्म के समर्पित त्यागी और समानता भावना लिए हिंदुंओ ने स्वागत किये और यात्रा का हिस्सा बने ! जहाँ सिख धर्म वाले बाबे नानक की जयंती मनाते हुए खुश थे वहीँ विशाल हृदयी हिन्दू धर्म के आस्थावान भी फुले नहीं स्म रहे थे क्योंकि इसी धर्म में से ये धर्म रूपी पवित्र पौधा अंकुरित हुआ ! ये शोभा यात्रा सेक्टरों  की गलियाँ से गुजरा तो प्रशाद  लेने  हेतु खूब होड़ मची ! पर सबको परशाद मिला और संगतों ने चाय परशादे छके ! गुरु घर की बातें हुई उनकी महिमा के बखान  गाये गए !  गुरुद्वारों में  गुरु घर का अटूट लंगर बरताया जा रहा है ! संगतों की भारी भीड़ गुरुद्वारों में उमड़ रही है ! हिन्दुओं के सजे घर भी बाबे की जयंती में रौशनी बिखेर रहे हैं ! 
 
                 
 
		








