बरनाला, 23 नवम्बर (अखिलेश बंसल/विपन गुप्ता) सरकारी अस्पतालों के अधिकारी किस तरह लापरवाह रहते हैं जिसका खमियाजा मरीजों व उनके अविभावकों को भुगतना पड़ता है की उदाहरण तपा में देखने को मिली। जब जिला के डिप्टी कमिशनर श्री घणस्याम थोरी ने औचक दौरा किया और वहां की लिफ्टें बन्द मिलीं। जिन्हें तुरन्त ठीक करवाने तथा मरीजों को दवाओं समेत ज्यादा से ज्यादा सहूलतें देने के आदेश जारी किए। इस मौके एडीशनल डिप्टी कमिशनर (विकास) परवीन कुमार भी मौजूद थे। डिप्टी कमिशनर श्री घणश्याम थोरी वार्डों का दौरा करते दिशा निर्देश दिए कि अस्पताल में पहुंचते मरीजों को अस्पताल में से ही दवाएँ उपलब्ध करवाई जाएं। अस्पताल में साफ़-सफ़ाई का विशेषतौर पर ध्यान रखा जाए। सिवल अस्पताल में मरीजों के लिए लाखों रुपए की लागत से लगाई गई 2 लिफटें लंबे समय से बन्द पड़ी हैं, जिसके बारे में वहां के व्यापार मंडल के कोषाध्यक्ष श्री राजेश कुमार और अश्वनी कुमार ने जानकारी दी। उन्होंने श्री थोरी को बताया कि बार बार कहने के बावजूद अस्पताल के आधिकारियों की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। जिसको लेकर डिप्टी कमिशनर श्री थोरी ने अस्पताल के अधिकारियों को अस्पताल की तमाम कमियों को युद्धस्तर पर दरुस्त करने के आदेश दिए। उन्होंने समाजसेवियों से कहा कि इसके बाद यदि कोई दिक्कत पेश आती है तो प्रशासन के ध्यान में लाया जाये। इस मौके पर डा. ए.एस. बराड़, डा. सतीन्द्र पाल सिंह बुट्टर, डा. कमल कुमार और सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।
बरनाला, 23 नवम्बर (अखिलेश बंसल/विपन गुप्ता) सरकारी अस्पतालों के अधिकारी किस तरह लापरवाह रहते हैं जिसका खमियाजा मरीजों व उनके अविभावकों को भुगतना पड़ता है की उदाहरण तपा में देखने को मिली। जब जिला के डिप्टी कमिशनर श्री घणस्याम थोरी ने औचक दौरा किया और वहां की लिफ्टें बन्द मिलीं। जिन्हें तुरन्त ठीक करवाने तथा मरीजों को दवाओं समेत ज्यादा से ज्यादा सहूलतें देने के आदेश जारी किए। इस मौके एडीशनल डिप्टी कमिशनर (विकास) परवीन कुमार भी मौजूद थे। डिप्टी कमिशनर श्री घणश्याम थोरी वार्डों का दौरा करते दिशा निर्देश दिए कि अस्पताल में पहुंचते मरीजों को अस्पताल में से ही दवाएँ उपलब्ध करवाई जाएं। अस्पताल में साफ़-सफ़ाई का विशेषतौर पर ध्यान रखा जाए। सिवल अस्पताल में मरीजों के लिए लाखों रुपए की लागत से लगाई गई 2 लिफटें लंबे समय से बन्द पड़ी हैं, जिसके बारे में वहां के व्यापार मंडल के कोषाध्यक्ष श्री राजेश कुमार और अश्वनी कुमार ने जानकारी दी। उन्होंने श्री थोरी को बताया कि बार बार कहने के बावजूद अस्पताल के आधिकारियों की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। जिसको लेकर डिप्टी कमिशनर श्री थोरी ने अस्पताल के अधिकारियों को अस्पताल की तमाम कमियों को युद्धस्तर पर दरुस्त करने के आदेश दिए। उन्होंने समाजसेवियों से कहा कि इसके बाद यदि कोई दिक्कत पेश आती है तो प्रशासन के ध्यान में लाया जाये। इस मौके पर डा. ए.एस. बराड़, डा. सतीन्द्र पाल सिंह बुट्टर, डा. कमल कुमार और सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।