“जाको रखे साइयां मार सके न कोई”..
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बरनाला 16 (अखिलेश बंसल) अगस्त चींटियों और कुत्तों का ग्रास बनने के लिए निर्दयी माँ/बाप ने नवजात बच्ची को झड़ियों में फेंक दिया पर
इस बच्ची का इस दुनिया में आना जब लिखा ही था तो उसे कौन रोकता..भगवान ने इस बच्ची को दुनिया दिखाने का नसीब समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसाइटी बठिंडा को बख्शा।
संस्था सदस्यों ने बच्ची के शरीर से चींटियाँ हटा कर बच्ची को बठिंडा के अस्पताल में जच्चा/बच्चा वार्ड में दाखिल करवा दिया गया है. जहाँ उसकी हालत बेहतर बताई जा रही है।
संस्था ने जिला के उपयुक्त को खबर दे दी है. जिन्होंने डॉक्टर्स को बच्ची की पूरी देख रेख करने का निर्देश दिया है।