ग्वालियर। १ दिसंबर [सीएनआई ]जीवाजी युनिवर्सिटी में परीक्षा केन्द्रों में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। ईसी मेम्बर कार्य परिषद सदस्य हुकुम सिंह यादव के एसएमएस पर उनके रिष्तेदारों से जुड़े राधाकृष्ण महाविद्यालय का परीक्षा केन्द्र सांई कृपा कॉलेज ऑफ एज्युकेषन इन्दरगढ़ और डॉ0 राधाकृष्ण महाविद्यालय चरोखरा, भऊआपुरा सेंवढ़ा का केन्द्र राधाकृष्ण महाविद्यालय इन्दरगढ़ में बनाने के लिये सीधे कुल सचिव डॉ0 आनन्द मिश्रा को एसएमएस कर दिया। सूत्रों का कहना हें कि इस एसएमएस को परीक्षा नियंत्रण डॉ0 अविनाष तिवारी को भेज दिया। अफसरों ने किसी बिना सवाल जबाब के दोनों कॉलेजों के परीक्षा केन्द्र यादव की मर्जी के मुताबिक तय कर दिया। बाद में घालमेल सामने आने पर अन्य लोगों ने इस पर आपत्ति दर्ज कराई, मामला कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला तक पहुंचा, उसके बाद भी कमेटी के सदस्यों ने दोनों कॉलेज का परीक्षा केन्द्र सांई कृपा कॉलेज ऑफ इन्दरगढ़ कर दिया। ईसी मेम्बर गायत्री मंडेलिया का नाम भी एग्जाम सेंटर में दखलअंदाजी में उछला था। ईसी मेम्बर के रिष्तेदार जेयू में छात्र को पास कराने, नौकरी लगवाने के लिये सक्रिय रहते हैं। उधर हुकुम सिंह यादव का कहना हैं कि मैंने किसी कॉलेज का सेंटर बनाने के लिये एसएमएस नहीं किया। मैं ऐसे मामलों से दूर रहता हूँ, जिसने भी ऐसा किया है, मैं उसका पता लगाऊँगा, अपने नाम का दुरूपयोग नहीं होने दूंगा।
पांच करोड़ का है नकल का करोबार – युनिवर्सिटी की परीक्षाओं में नकल माफिया हाबी है और नकल का कारोबार करीब 5 करोड़ रूपये सालाना का है। क्षेत्र के कॉलेजों में नकल कराने के नाम पर जमकर अवैध बसूली हो रही है। दतिया कॉलेज के छात्रों ने नकल के लिये 5 से 10 हजार रूपये मांगने का आरोप लगाया था, इस तरह के मामले अन्य कॉलेजों में भी सामने आ रहे हैं।
ग्वालियर। १ दिसंबर [सीएनआई ]जीवाजी युनिवर्सिटी में परीक्षा केन्द्रों में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। ईसी मेम्बर कार्य परिषद सदस्य हुकुम सिंह यादव के एसएमएस पर उनके रिष्तेदारों से जुड़े राधाकृष्ण महाविद्यालय का परीक्षा केन्द्र सांई कृपा कॉलेज ऑफ एज्युकेषन इन्दरगढ़ और डॉ0 राधाकृष्ण महाविद्यालय चरोखरा, भऊआपुरा सेंवढ़ा का केन्द्र राधाकृष्ण महाविद्यालय इन्दरगढ़ में बनाने के लिये सीधे कुल सचिव डॉ0 आनन्द मिश्रा को एसएमएस कर दिया। सूत्रों का कहना हें कि इस एसएमएस को परीक्षा नियंत्रण डॉ0 अविनाष तिवारी को भेज दिया। अफसरों ने किसी बिना सवाल जबाब के दोनों कॉलेजों के परीक्षा केन्द्र यादव की मर्जी के मुताबिक तय कर दिया। बाद में घालमेल सामने आने पर अन्य लोगों ने इस पर आपत्ति दर्ज कराई, मामला कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला तक पहुंचा, उसके बाद भी कमेटी के सदस्यों ने दोनों कॉलेज का परीक्षा केन्द्र सांई कृपा कॉलेज ऑफ इन्दरगढ़ कर दिया। ईसी मेम्बर गायत्री मंडेलिया का नाम भी एग्जाम सेंटर में दखलअंदाजी में उछला था। ईसी मेम्बर के रिष्तेदार जेयू में छात्र को पास कराने, नौकरी लगवाने के लिये सक्रिय रहते हैं। उधर हुकुम सिंह यादव का कहना हैं कि मैंने किसी कॉलेज का सेंटर बनाने के लिये एसएमएस नहीं किया। मैं ऐसे मामलों से दूर रहता हूँ, जिसने भी ऐसा किया है, मैं उसका पता लगाऊँगा, अपने नाम का दुरूपयोग नहीं होने दूंगा।
पांच करोड़ का है नकल का करोबार – युनिवर्सिटी की परीक्षाओं में नकल माफिया हाबी है और नकल का कारोबार करीब 5 करोड़ रूपये सालाना का है। क्षेत्र के कॉलेजों में नकल कराने के नाम पर जमकर अवैध बसूली हो रही है। दतिया कॉलेज के छात्रों ने नकल के लिये 5 से 10 हजार रूपये मांगने का आरोप लगाया था, इस तरह के मामले अन्य कॉलेजों में भी सामने आ रहे हैं।