ग्वालियर।२२दिसम्बर [सीएनआई ब्यूरो] लोधी समाज के अखिल भारतीय सम्मेलन में आई केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने रानी लक्ष्मीबाई समाधि स्थल के सामने बतौर मुख्य अतिथि लोगों को सम्बोधित करते हुये कहा कि मैं जब प्रवचन करती थी, तो राजनीति से नफरत करती थी, लेकिन में जो उपदेष देती थी वह खुद पर लागू नहीं कर पाती थी। ऐसे में मैंने सोचा कि जो कर पाऊँगी वही कहूँगी। अरविंद केजरीवाल के बारे में उमा ने कहा कि भ्रष्टाचार मिटाओ के दिल्ली मे होर्डिंग लगाये बैठे हैं, लेकिन खुद के सचिव पर जब भ्रष्टाचार के आरोप लगे तो उसकी पैरवी कर रहे हैं। उमा ने कहा गंगा की सफाई के लिये 20 हजार करोड़ का बजट है, लेकिन पहले पूरा प्लान बनाकर इसमें जनसहयोग लेकर लोगों को जोड़ने की इच्छा है। उमा ने कहा कि राष्ट्रपति का पोता और गरीब का बेटा साथ पढ़े तो आरक्षण मिटेगा, उन्होंने षिवराज सिंह की तारीफ की, कि षिवराज सिंह नरम दिल प्रषासक हैं, जबकि प्रषासक को महिलाओं को सुरक्षित रखने तथा गरीबों का हक सुरक्षित रखने सख्त होना चाहिये, लेकिन षिवराज सिंह ने नरम रहकर तीन बार चुनाव जीता है, जो कि बहुत अच्छा है। षिवराज विनम्र हैं, मैं विनम्र नही हूँ षिवराज ने कृषि क्षेत्र में प्रदेष को अब्बल स्थान पर लाकर खड़ा कर दिया है, उन्होंने कहा कि मैं उस शादी में नहीं जाती जहां दहेज और फिजूल खर्ची की जाती है। उमा ने यह भी कहा कि मेरी जाति मेरी ताकत है, जब तक लोधी समाज मेरे साथ है, मुझे कोई भी नष्ट नहीं कर सकता। मैं समाज की बात केन्द्र और राज्य में जरूर पहुंचाऊँगी।
उमा भारती ने माफी मांगी – उमा भारती ने मंच से कहा कि मेरे अपने रिष्तेदार प्रीतम लोधी को कुछ समय पूर्व ग्वालियर पुलिस द्वारा षड़यंत्र पूर्वक प्रताड़ित कर थाने में बंद कर डंडों से मारपीट की, उसे चड्डी में घुमाकर घर के पास बेइज्जत किया, उसके साथ बड़ा अन्याय तत्कालीन अधिकारियों ने किया। मेरे दखल न देने पर प्रीतम लोधी के साथ जबरदस्त अन्याय पुलिस ने किया। उनके घरवालों, महिलाओं को भी प्रताड़ित किया गया। मैं पूरा मामला समझ नहीं पाई, कुछ माह बाद जमानत होने पर प्रीतम ने जब मुझे पूरी बात बताई तो मुझे बड़ा अफसोस हुआ कि मैंने उसी समय दखल क्यों नहीं दिया। मुझे नहीं पता था कि मेरे दखल न देने से प्रीतम के साथ कितना अन्याय हो जायेगा। प्रीतम की पीड़ा पर उमा ने कहा कि वे अच्छे व्यक्ति हैं, मैं भाई प्रीतम और उसके परिवार सहित पूरे लोधी परिवार से माफी मांगती हूँ। करीब 35 मिनट के भाषण में सुश्री भारती ने प्रीतम की पीड़ा पर षिवराज सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया और चेतावनी भी दी कि अब ऐसा हुआ तो ठीक नहीं होगा। मंच से केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा कि प्रीतम के साथ जो अन्याय हुआ उसकी निष्पक्ष की जांच की जायेगी। इसके लिये सीएम और राज्य सरकार से बात करूंगी। जिन अधिकारियों ने भी षड़यंत्र पूर्वक यह कार्यवाही उसे छोड़ा नहीं जायेगा।
मंषापूर्ण हनुमान मंदिर पर की पूजा-अर्चना: पड़ाव पुल के नीचे मंषापूर्ण हनुमान मंदिर पर पहुंचकर हनुमान जी के दर्षन कर पूजा-अर्चना की। मंदिर के महंत पंडित गोपाल दुबे ने केन्द्रीय उमा भारती को पूजा-अर्चना कराई।
ग्वालियर।२२दिसम्बर [सीएनआई ब्यूरो] लोधी समाज के अखिल भारतीय सम्मेलन में आई केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने रानी लक्ष्मीबाई समाधि स्थल के सामने बतौर मुख्य अतिथि लोगों को सम्बोधित करते हुये कहा कि मैं जब प्रवचन करती थी, तो राजनीति से नफरत करती थी, लेकिन में जो उपदेष देती थी वह खुद पर लागू नहीं कर पाती थी। ऐसे में मैंने सोचा कि जो कर पाऊँगी वही कहूँगी। अरविंद केजरीवाल के बारे में उमा ने कहा कि भ्रष्टाचार मिटाओ के दिल्ली मे होर्डिंग लगाये बैठे हैं, लेकिन खुद के सचिव पर जब भ्रष्टाचार के आरोप लगे तो उसकी पैरवी कर रहे हैं। उमा ने कहा गंगा की सफाई के लिये 20 हजार करोड़ का बजट है, लेकिन पहले पूरा प्लान बनाकर इसमें जनसहयोग लेकर लोगों को जोड़ने की इच्छा है। उमा ने कहा कि राष्ट्रपति का पोता और गरीब का बेटा साथ पढ़े तो आरक्षण मिटेगा, उन्होंने षिवराज सिंह की तारीफ की, कि षिवराज सिंह नरम दिल प्रषासक हैं, जबकि प्रषासक को महिलाओं को सुरक्षित रखने तथा गरीबों का हक सुरक्षित रखने सख्त होना चाहिये, लेकिन षिवराज सिंह ने नरम रहकर तीन बार चुनाव जीता है, जो कि बहुत अच्छा है। षिवराज विनम्र हैं, मैं विनम्र नही हूँ षिवराज ने कृषि क्षेत्र में प्रदेष को अब्बल स्थान पर लाकर खड़ा कर दिया है, उन्होंने कहा कि मैं उस शादी में नहीं जाती जहां दहेज और फिजूल खर्ची की जाती है। उमा ने यह भी कहा कि मेरी जाति मेरी ताकत है, जब तक लोधी समाज मेरे साथ है, मुझे कोई भी नष्ट नहीं कर सकता। मैं समाज की बात केन्द्र और राज्य में जरूर पहुंचाऊँगी।
उमा भारती ने माफी मांगी – उमा भारती ने मंच से कहा कि मेरे अपने रिष्तेदार प्रीतम लोधी को कुछ समय पूर्व ग्वालियर पुलिस द्वारा षड़यंत्र पूर्वक प्रताड़ित कर थाने में बंद कर डंडों से मारपीट की, उसे चड्डी में घुमाकर घर के पास बेइज्जत किया, उसके साथ बड़ा अन्याय तत्कालीन अधिकारियों ने किया। मेरे दखल न देने पर प्रीतम लोधी के साथ जबरदस्त अन्याय पुलिस ने किया। उनके घरवालों, महिलाओं को भी प्रताड़ित किया गया। मैं पूरा मामला समझ नहीं पाई, कुछ माह बाद जमानत होने पर प्रीतम ने जब मुझे पूरी बात बताई तो मुझे बड़ा अफसोस हुआ कि मैंने उसी समय दखल क्यों नहीं दिया। मुझे नहीं पता था कि मेरे दखल न देने से प्रीतम के साथ कितना अन्याय हो जायेगा। प्रीतम की पीड़ा पर उमा ने कहा कि वे अच्छे व्यक्ति हैं, मैं भाई प्रीतम और उसके परिवार सहित पूरे लोधी परिवार से माफी मांगती हूँ। करीब 35 मिनट के भाषण में सुश्री भारती ने प्रीतम की पीड़ा पर षिवराज सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया और चेतावनी भी दी कि अब ऐसा हुआ तो ठीक नहीं होगा। मंच से केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा कि प्रीतम के साथ जो अन्याय हुआ उसकी निष्पक्ष की जांच की जायेगी। इसके लिये सीएम और राज्य सरकार से बात करूंगी। जिन अधिकारियों ने भी षड़यंत्र पूर्वक यह कार्यवाही उसे छोड़ा नहीं जायेगा।
मंषापूर्ण हनुमान मंदिर पर की पूजा-अर्चना: पड़ाव पुल के नीचे मंषापूर्ण हनुमान मंदिर पर पहुंचकर हनुमान जी के दर्षन कर पूजा-अर्चना की। मंदिर के महंत पंडित गोपाल दुबे ने केन्द्रीय उमा भारती को पूजा-अर्चना कराई।