पूर्व पार्षद ने फिर से तोड़ी पॉश कालोनी की दीवार,जबरन गेट खोलने को लेकर आरोपी 6 महीने पहले कर चुका है आत्महत्या का प्रयास

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बरनाला 20 अक्तुबर (अखिलेश बंसल) शहर की सर्वाधिक महंगी कालोनी में जबरन गेट खोलने के मामले में पुलिस द्वारा नामजद करने पर 6 महीने पहले आत्महत्या करने का प्रयास चुके पूर्व
पार्षद के खिलाफ चल रहा मामले ने अभी विराम नहीं लिया, उसने कथित तौर पर दीपावली के पटाखों की गूंज में विवादित जगह की दीवार तोड़ फिर से अपने घर का रास्ता बना लिया। जिसकी कालोनी वासियों से लेकर कालोनाईजर को भिनक तक नहीं लगने दी।
19 अप्रैल को घटी थी पहली घटना:
शहर की आस्था कालोनी में रह रहे बाशिंदों ने बताया कि शहर के एक पूर्व पार्षद ने कालोनी के पीछे खेतों में प्लाट लेकर मकान बना लिया था। उसने मकान का मुख्य द्वार आस्था कालोनी में गैरकानूनी ढ़ंग से खोलने के लिए दीवार तोडऩी शुरू कर दी थी। उस घटनाक्रम में बहुत बड़ा विवाद पैदा हो गया
था। मामला थाना पहुंच गया था। पुलिस ने जांच पड़ताल कर उक्त पूर्व पार्षद के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया था। जिससे गुस्साए आरोपी ने कोई जहरीली वस्तु निगल आत्महत्या करने का प्रयास किया था। जिसको लेकर तत्कालीन पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी एस.पी. स्वर्ण सिंह खन्ना ने कहा था कि यह पार्षद बदनामी के डर से ऐसा कर दबाव बनाना चाहता है। जो कि दीवार तोडऩे की घटना से भी बड़ा जुर्म है।
छ: महीने बाद फिर तोड़ी दीवार:
हालांकि अप्रैल महीने में दर्ज हुए केस का चालान अभी तक पैंडिंग है, उसके बावजूद उक्त आरोपी ने गत दिनों आस्था कालोनी की दीवार तोड़ अपने घर का रास्ता बना लिया। कालोनीवासियों को गेट खोले जाने के बारे में अगले दिन पता लगा। जिसका से $खफा हुए कालोनी के बाशिंदों ने कालोनाईजर से गुहार लगाई है कि यदि लोग ऐसे ही सस्ते प्लाट खरीद कालोनी में अपने गेट खोलते रहे तो जो उन्होंने कालोनी में भारी कीमतें अदा कर प्लाट खरीदें हैं उन्हें आज की कीमत में पैसे लौटाए जाएं।
यह कहते हैं कालोनाईजर:
आस्था कालोनी के कालोनाईजर का कहना है कि मुझे घटना के बारे में आज ही पता लगा है। आरोपी के खिलाफ छ: महीने पहले दर्ज हुए केस से संबंधित चालान अभी अदालत में पेश होना बाकी है। पहले और ताजा घटनाक्रम को लेकर वकीलों से राय ली जा रही है।
यह कहते हैं अधिकारी: नगर परिषद के ई.ओ. परविन्दर सिंह भट्टी का कहना है कि अपरूवड कालोनी के साथ बने मकानों को उक्त कालोनी में गेट खोलने की इजाजत नहीं होती। यदि किसी ने किया है उस संबंधित जैसे ही कोई शिकायत दाखिल होगी उसके अनुसार कानून के मुताबिक कार्यवायी की जाएगी।
जिला पुलिस मुखी एसएसपी हरजीत सिंह आईपीएस का कहना है कि उन्हें मामले
की जानकारी नहीं और ना ही उनके पास किसी किस्म की शिकायत पहुंची है। छ: महीने से किसी आरोपी के खिलाफ चलान पेश क्यूं नहीं किया गया उसके समेत पूरे घटनाक्रम की जांच-पड़ताल करवाएंगे।