ग्वालियर। १ अक्टूबर [सीएनआई]बिजली कम्पनी की रीडिंग की मनमानी से उपभोक्ता परेषान हैं, ज्यादातर उपभोक्ताओं के बिल में 50 से 200 यूनिट ज्यादा जुड़कर आ रहा हैं सूत्र बताते हैं कम्पनी अपना राजस्व बढ़ाने व टारगेट पूरा करने के लिये बिल में अतिरिक्त यूनिट जोड़ रही है। वर्तमान में टारगेट से 10-15 करोड़ कम बसूली हो रही है, जुपीटर कम्पनी की बजह से हो रहे राजस्व की कमीं की भरपाई के लिये बिजली कम्पनी ने नगर और ग्रामीण क्षेत्रों डबरा, भितरवार, चीनोर, पिछोर आदि के 2 लाख से अधिक उपभोक्ताओं के बिलों में 200 यूनिट तक अधिक दर्ज करके घाटा पूरा करने के लिये बिल भेज हैं, कुछ लोग जमा करते हैं, कुछ गिड़गिड़ाते रहते हैं। फूलबाग जोन, सिटी सेंटर जोन, तानसेन जोन, थाटीपुर जोन, डबरा शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बिलों को सुधरवाने के लिये लोग गिड़गिड़ाते और चक्कर लगाते रहते हैं। जुपीटर कम्पनी ने अनभिज्ञ लोगों को भर्ती कर रखा है। जिसका खामियाजा ग्वालियर सिटी सर्किल के उपभोक्ताओं को अधिक रीडिंग और टैरिफ बदलने के रूप में ज्यादा पैसा देकर भुगतना पड़ रहा है। मीटर तेज चलने वास्तविक रीडिंग के अलावा आंकलित खपत लगने और मनमानी रीडिंग लिखने की सबसे ज्यादा षिकायतें हैं।
जुपीटर कम्पनी किसकी – सूत्रों के अनुसार रीडरों की भर्ती करने वाली जुपीटर कम्पनी में जमकर हेराफेरी की षिकायतें बाहर आ रही हैं, नाम न छापने की शर्त पर एक व्यक्ति ने बताया कि उक्त कम्पनी ग्वालियर बिजली कम्पनी के बड़े अधिकारी के खास रिष्तेदार की है, उसके माध्यम से प्रति नई भर्ती रीडर पर कई हजार रूपये दो नं. में लेकर करोड़ों की हेराफेरी की जा रही है। भर्ती रीडरों की संख्या काफी है, कुछ षिकायतें प्रेस एवं लोकायुक्त में भी की गई हैं।
ग्वालियर। १ अक्टूबर [सीएनआई]बिजली कम्पनी की रीडिंग की मनमानी से उपभोक्ता परेषान हैं, ज्यादातर उपभोक्ताओं के बिल में 50 से 200 यूनिट ज्यादा जुड़कर आ रहा हैं सूत्र बताते हैं कम्पनी अपना राजस्व बढ़ाने व टारगेट पूरा करने के लिये बिल में अतिरिक्त यूनिट जोड़ रही है। वर्तमान में टारगेट से 10-15 करोड़ कम बसूली हो रही है, जुपीटर कम्पनी की बजह से हो रहे राजस्व की कमीं की भरपाई के लिये बिजली कम्पनी ने नगर और ग्रामीण क्षेत्रों डबरा, भितरवार, चीनोर, पिछोर आदि के 2 लाख से अधिक उपभोक्ताओं के बिलों में 200 यूनिट तक अधिक दर्ज करके घाटा पूरा करने के लिये बिल भेज हैं, कुछ लोग जमा करते हैं, कुछ गिड़गिड़ाते रहते हैं। फूलबाग जोन, सिटी सेंटर जोन, तानसेन जोन, थाटीपुर जोन, डबरा शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बिलों को सुधरवाने के लिये लोग गिड़गिड़ाते और चक्कर लगाते रहते हैं। जुपीटर कम्पनी ने अनभिज्ञ लोगों को भर्ती कर रखा है। जिसका खामियाजा ग्वालियर सिटी सर्किल के उपभोक्ताओं को अधिक रीडिंग और टैरिफ बदलने के रूप में ज्यादा पैसा देकर भुगतना पड़ रहा है। मीटर तेज चलने वास्तविक रीडिंग के अलावा आंकलित खपत लगने और मनमानी रीडिंग लिखने की सबसे ज्यादा षिकायतें हैं।
जुपीटर कम्पनी किसकी – सूत्रों के अनुसार रीडरों की भर्ती करने वाली जुपीटर कम्पनी में जमकर हेराफेरी की षिकायतें बाहर आ रही हैं, नाम न छापने की शर्त पर एक व्यक्ति ने बताया कि उक्त कम्पनी ग्वालियर बिजली कम्पनी के बड़े अधिकारी के खास रिष्तेदार की है, उसके माध्यम से प्रति नई भर्ती रीडर पर कई हजार रूपये दो नं. में लेकर करोड़ों की हेराफेरी की जा रही है। भर्ती रीडरों की संख्या काफी है, कुछ षिकायतें प्रेस एवं लोकायुक्त में भी की गई हैं।