ब्यास नदी किसानो से कर रही खिलवाड़ प्रसासन, तुरन्त करवाई करते किनारो को मजबूत करने कि उचित करवाई करे

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मुकेरिया 23 नवम्बर (प्रेम कुमार) यहाँ ब्यास नदी के समीप रहते किसानो के लिए उनकी खेती हर पल खुशहाली देते हुए उनके लिए अधिक सहाई रही है लेकिन कुछ बर्षो से यह नदी किसनो के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रही है ब्यास नदी अपने तेज़ पानी के बहाव के चलते किसनो की उपजाऊ भूमि को दिन प्रति दिन निगल रहा है होशियारपुर के मुकेरिया,दसूया व टांडा के साथ लगते ब्यास नदी के किनारे बसे गावो के किसानो की हज़ारो एकड़ भूमि ब्यास नदी आने तेज़ बहाव के चलते निगल चुकी है किसनो की सरकार से मांग है जल्द नदी के किनारो पर स्पर बांधते हुए मजबूत किये जाये।
होशियारपुर के मुकेरिया दसूया व टांडा के किसान जो ब्यास नदी के तट के पास बसे गावो के किसान है वो पिछले कुछ बर्षो से ब्यास नदी दोबारा उनकी उपजाऊ भूमि को अपने बहब से निगलने से काफी चिंतित है यहाँ किसानो की हज़ारो एकड़ उपजाऊ भूमि को ब्यास अपने तेज़ बहब के चलते निगल चूका है वही किसानो की उपजाऊ भूमि रोज़ी रोटी का साधन छीन चुकी है कभी यह ब्यास नदी किसनो के लिए जीवन जीने में एक सहायक रूप में सिद्ध होती थी इस के निर्मल जल से किसान अपने खेतो की सिंचाई करते थे लेकिन आज यह ब्यास नदी किसनो की रोज़ी रोटी छीन रहा है इस के किनारे बसे हज़रो किसनो की उपजाऊ भूमि को ब्यास अपने पानी के तेज़ बहब के चलते भूमि के किनारो को खोर लगा हर बर्ष हज़ारो एकड़ भूमि को निगल रहा है जिस चिंतित किसानो ने पंजाब सरकार से मांग कर रहे है की नदी के किनारो पर पथरो के सपर बंधे जाये जिस से उनकी उपजाऊ भूमि को नदी के तेज़ पानी के बहाव से बचाया जाये किसनो का कहना है की लम्बे समय से सरकार ने उनकी तरफ ध्यान नही दिया जिस कारण आज उनको ब्यास की मार झेलनी पड़ रही है।
वही किसनो ने ब्यास नदी से होने वाले नुकसान की जानकारी दी।
वही किसान अगु और समाज सेविक शम्भु भारती ने ब्यास नदी पर सरकार को जल्द स्पर बधने की मांग की और यदि एक महीने में सरकार ने नदी पर सपरो का काम न शुरू करवाया तो बो जल्द भूख हड़ताल पर बैठेंगे।
वही जब डिप्टी कमिश्नर अनादिता मित्रा से बात की तो उनोने जल्द ही काम शुरू होने की बात की।