ग्वालियर। 29 अगस्त (सीएनआई ब्यूरो)सिंहपुर जंगल में गोवर्धा धाम के पास भाई-बहिन की हत्या के बाद गिजौर्रा थाने में मेहगांव गांव में मातम पसरा हुआ है। पीएम के बाद मारे गये भाई बहिन का अंतिम संस्कार कर दिया। जबकि भांजे विक्की का ग्वालियर में अस्पताल में इलाज चल रहा है। घटना के बारे में पूछने पर वह सेहर उठता है। उसकी आंखों से आंसू निकल आते हैं, रक्षा बंधन के एक दिन पूर्व हुई घटना में पूरे गांव में मातम पसरा है। मेहगांव से अंधियारी जाते समय जलदेवी पत्नी मुरारी परिहार और विंगे परिहार पुत्र दयाराम निवासी अंधियारी थाना अमायन भिंड को अंधियारी जाते समय अज्ञात हत्यारों ने गला दबाकर हत्या कर दी। भांजे को भी मरा समझकर छोड़ गये थे। लेकिन भांजा किसी तरह बच गया, उसका इलाज चल रहा है। मृतका जल देवी मेहगांव में मध्यान्ह भोजन बनाने का काम करती है। उसके पास महज 2 बीघा खेती है, जिसमें पति मुरारी खेती करता है भाई भी मजदूरी करता था। दोनों भाई-बहिनों की आर्थिक स्थिति कमजोर बताई गई।
ग्वालियर। 29 अगस्त (सीएनआई ब्यूरो)सिंहपुर जंगल में गोवर्धा धाम के पास भाई-बहिन की हत्या के बाद गिजौर्रा थाने में मेहगांव गांव में मातम पसरा हुआ है। पीएम के बाद मारे गये भाई बहिन का अंतिम संस्कार कर दिया। जबकि भांजे विक्की का ग्वालियर में अस्पताल में इलाज चल रहा है। घटना के बारे में पूछने पर वह सेहर उठता है। उसकी आंखों से आंसू निकल आते हैं, रक्षा बंधन के एक दिन पूर्व हुई घटना में पूरे गांव में मातम पसरा है। मेहगांव से अंधियारी जाते समय जलदेवी पत्नी मुरारी परिहार और विंगे परिहार पुत्र दयाराम निवासी अंधियारी थाना अमायन भिंड को अंधियारी जाते समय अज्ञात हत्यारों ने गला दबाकर हत्या कर दी। भांजे को भी मरा समझकर छोड़ गये थे। लेकिन भांजा किसी तरह बच गया, उसका इलाज चल रहा है। मृतका जल देवी मेहगांव में मध्यान्ह भोजन बनाने का काम करती है। उसके पास महज 2 बीघा खेती है, जिसमें पति मुरारी खेती करता है भाई भी मजदूरी करता था। दोनों भाई-बहिनों की आर्थिक स्थिति कमजोर बताई गई।