ग्वालियर २२अक्तुबर [सीएनआई ]डबरा स्यावर माता मंदिर पर विशाल किसान आक्रोश सभा में भाजपा सरकार पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया एव शशि थरूर जमकर भाजपा सरकार पर बरसे। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने भाषण में कहा कि मध्यप्रदेश के विगत 12 वर्षो से भाजपा की सरकार है और विगत 12 वर्षो में भाजपा राज में किसान केवल बर्बाद हुआ है जिसमें विगत 3 वर्षो में मौसम की मार से किसान पूरी तरह त्रस्त है, फ सल बर्बाद हो रही है जिससे किसान आत्महत्या कर रहा है लेकिन प्रदेश सरकार इस ओर ध्यान तक नहीं दे रही है।
श्री सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री कहते है कि किसान उनका भगवान है और मैं उनका पुजारी, यह कैसा पुजारी है जिसका भगवान भूखा है और शिवराज सरकार की बेरूखी की वजह से आत्महत्या कर रहा है। श्री सिंधिया जी ने मध्यप्रदेश शासन व प्रशासन पर आरोप लगाते हुये कहा कि मौसम की मार से त्रस्त
किसान जब तहसीलदार व पटवारी के पास अपना दुखडा लेकर जाता है तब पटवारी किसान के कहेनुसार पेन्सिल से 80 प्रतिशत फ सल बर्बादी लिख लेता है पर उस किसान के वहाँ से चले जाने के बाद पटवारी रबड़ से पेन्सिल से लिखा हुआ मिटारकर उसकी जगह पेन से 15 प्रतिशत फसल बर्बादी लिख देता है। श्री सिंधिया ने कहा कि प्रशासन के पटवारी किसान के खाते से बीमा राशि काट ली जाती है लेकिन नुकसान होने पर बीमा नहीं दिया जाता। परन्तु किसान अन्नदाता है और सरकार के खजाने पर सबसे पहला हक़ उसी अन्नदाता का है और उसका हक़ मैं और कांग्रेस पार्टी दिलाकर ही रहेंगे।
वहीं दूसरी ओर पूर्व केन्द्रीय मंत्री शशि थरूर ने 15 महीने पुरानी मोदी सरकार पर निशाना साधते हुये कहा कि यूपीए सरकार में लाये गये भूमि अधिग्रहण बिल को मोदी सरकार बदलकर किसान विरोधी बनाकर 3 बार संसद में लाई जिसका कांग्रेस पार्टी ने लगातार विरोध करके, संसद से सड़क तक आंदोलन करके अन्तत: उसे पास नहीं होने दिया जो कि किसानों की एक बहुत बड़ी जीत है।
आक्रोश सभा को अशोक सिंह, रामसेवक गुर्जर, प्रदुम्न तोमर, दर्शन ङ्क्षसह, लाखन ङ्क्षसह, नगर पालिका उपाध्यक्ष राजकुमार गुप्ता, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष कोमल साहू, कांग्रेस पार्षद जीतेन्द्र गुर्जर, मोहन ङ्क्षसह, क्षेत्रीय विधायक, अशोक नगरिया, वृन्दावन कोरी, राजेन्द्र सिंह राणा, अवध किशोर मौर्य और दिनेश भार्ग, चिंटू पटेल, हरीशंकर बिलैया, आलोक शर्मा, जयेन्द्र गुर्जर आदि लोग मौजूद थे।