भूकंप जैसी आपदा से प्रभावी रूप से निपटने के लिए यह आवश्यक

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सोलन, 27 नवंबर- धर्मपाल ठाकुर –  राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के वरिष्ठ परामर्शदाता मेजर जनरल (सेवानिवृत) वीके दत्ता ने कहा कि भूकंप जैसी आपदा से प्रभावी रूप से निपटने के लिए यह आवश्यक है कि योजनाओं को नियमित रूप से स्तरोन्नत किया जाए,ताकि नुकसान को कम किया जा सके। यह बात जनरल दता ने यहां आयोजित मॉकड्रिल एक्सरसाईट के बाद सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कही।

जनरल दता ने कहा कि इस प्रकार के अभ्यास जहां योजना निर्माण एवं कार्यान्वयन को स्टीक बनाने में सहायता करते हैं,वहीं इनके माध्यम से आपदा के समय किए जाने वाले कार्यों की रूपरेखा पहले से ही निर्धारित भी हो जाती है। उन्होंने कहा कि आपदा की परिस्थितियों में सबसे पहले स्थानीय स्तर पर उपलब्ध श्रम शक्ति एवं संसाधन प्रयोग में लाए जाते हैं। यह आवश्यक है कि सभी स्तरों पर स्थानीय श्रम शक्ति को प्रशिक्षित किया जाए तथा संसाधन एवं उपकरण तैयार रखे जांए।

उन्होंने जिला स्तर पर कार्यरत अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जिला आपदा प्रबंधन कार्यक्रम के तहत त्वरित कार्रवाई बल को हर समय तैयार रखें। उन्होंने कहा कि प्रशासन, पुलिस, गृह रक्षक, सेना सहित स्वयं सेवी भी आपदा नियंत्रण के लिए तैयार रखे जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण हिमाचल जैसे राज्य में भूमि की उपलब्धता सीमित है। आपदा के समय उपलब्ध भूमि का समुचित उपयोग सुनिश्चित बनाया जाना चाहिए।

जनरल दता ने दो दिवसीय कार्यक्रम के उपरांत अनुंशा की कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के माध्यम से स्थानीय स्तर पर उपलब्ध श्रम शक्ति को नियमित रूप से प्रशिक्षण प्रदान किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सेना को भी भूक प से निपटने के लिए पूरी तैयारी रखनी चाहिए। उन्होंने आपदा नियंत्रण के लिए लोगों को जागरूक करने पर बल दिया। उन्होंने दो दिवसीय कार्यक्रम एवं अभ्यास में पूर्ण समर्पण एवं लग्न के साथ कार्य करने के लिए सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दी।

अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी सोलन संदीप नेगी ने कहा कि आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए नियमित अ यास आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के दौरान दिए गए सभी सुझावों को जिला आपदा प्रबंधन योजना में समाहित किया जाएगा। उन्होंने जिले के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को इस दिशा में पूर्ण तैयारी रखने के निर्देश दिए।

जिला राजस्व अधिकारी नरेंद्र चौहान ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। आज की मॉक ड्रिल में भूकंप से प्रभावी रूप से निपटने के लिए सक्षम अधिकारियों की अगुवाई में पांच राहत एवं बचाव दल गठित किए गए थे। इन दलों ने ठोडो मैदान, तहसील आवासीय परिसर, चौंक बाजार, क्षेत्रीय अस्पताल एवं आईटीआई सोलन में आपदा के समय किए जाने वाले राहत एवं बचाव कार्य में भाग लिया। इस मौके पर भारतीय सेना तथा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के अधिकारी पर्यवेक्षक के रूप में उपस्थित थे।

मॉकड्रिल में लोक निर्माण विभाग,नगर परिषद सोलन, गृह रक्षक,राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई बल, विद्युत बोर्ड निगम लिमिटेड, स्वास्थ्य, सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ-साथ अग्निशमन सेवा, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, सेना, पुलिस, स्कूली बच्चों एवं 108 एबुलेंस की टीमों ने भाग लिया। इस मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुशील शर्मा, विभिन्न उपमंडलाधिकारियों सहित वरिष्ठ अधिकारी, संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधि सहित सेना,अर्धसैनिक बलों के वरिष्ठ अधिकारी, जिले के सभी उपमंडलों के अधिकारी एवं स्वयं सेवी संस्थाओं एवं मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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