रायसिख समाज ने प्रतिभाओं का किया सम्मान, शिक्षा की अलख जगाएंगे।

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हनुमानगढ़ 10 अगस्त (प्रदीप पालद्ध) समय से बड़ा गुरु कोई नहीं। यही वजह है कि अब शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ने का दर्द हर उन वर्ग के लोगों को महसूस हो रहा है जो कहीं न कहीं अशिक्षित होने की वजह से मुख्यधारा से नहीं जुड़ पाए। लिहाजा, वे अपने बच्चों को उससे मुक्ति दिलाने के लिए तैयार हैं। रायसिख समाज ने भी यही पहल की है। रायसिख महासभा की ओर से गांव नवां में प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इसमें रिटायर्ड व्याख्याता बुधसिंह, गुरमीत सिंह और कृष्णसिंह भट्टी आदि ने शिरकत की। वक्ताओं ने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला और बच्चों को अधिकाधिक पढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बेटे और बेटियों में कोई अंतर नहीं है। इसलिए बेटियों को भी पढ़ाने में सबको आगे आने की जरूरत है। इस मौके पर समाज की प्रतिभाओं को सम्मानित भी किया गया।