11 अक्टुबर सन्तोष पाठक आये दिन सहर मे कहि
ना कहि हर रोज सुनने मे आता है कि भोले भाले लोगों को कोइ ना कोइ नई स्टाइल मे नौसरबाज अपनी ठगी का शिकार बना जाते
है और हमारे हि कुछ ऐसे लोग समाज मे बैठे है जो उन नौसरबाजो का साथ देकर पुलिस से बचा लेते है और गरिब जनता कसुरवार
पुलिस को ठहराती है जो असल मे कसुरवार होती नहि क्योकि चंद
लोग अपनी सरारती फितरत के कारण पुलिस को निसपक्क्ष काम
नहि करने देते अभी हाल हि मे कुछ पहले इन्द्रपाल पुत्र बाबुलाल
वासींदा सतगुर नगर का कहना है कि वह ग्राम सुविधा का फ्रेनचाइसी जो सारी सरकारी गतीबिधीयां पुरी करने के बाद लिया है
22.9.2015 दिन मंगलवार साम 6 बजे के करिब इन्द्रपाल अपनी दुकान पे था जहां वह लोगों के आधार कार्ड और बिजली बिल मनी
ट्रंासफर आदी का सुविधा देता है अपने फ्रेनचाइसी के जरिए तभी
अचानक उसकि दुकान मे 4 लोग आफिसीयल स्टाइल मे आतें है और अपने आप को सि आइ ए कि स्टाफ बताते हुए इन्द्रपाल को
अपनी मशीन और उसके कागजात चेक करवाने को कहते है
मशीन और उसके कागजात अपने कब्जे मे उसका सबकुछ जाली
होना बताकर उससे 50000 पचास हजार कि मांग करते है नहि तो
अंजाम बुरा होगा कहकर धमकाना सुरू करके धक्का मुक्की करने
लगे और दुकान मे पड़े बिल और मनी ट्रंासफर के रूपये 30000 जो
वह लेकर चंपत होने के बाद उनका कार और मोबाइल नंबर बेरीफाइ होने बाद पता चला कि वह स्पेशल 26 है जो और
भी कइ जगहोें पर किए है जिसका मास्टर मांइड राजिव धिंमान है
इसी स्टाइल मे इनकी टिम सेरपुर मे भी ठगी कइ जगहों पे कि है
ठगी का शिकार हुआ ब्यकती थाने मे दरखास देता है तो इनकि
उची रसुक के चलते कार्यवाइ ना होत देख निराश हो चुप कर जाता है क्योकि इनकि फितरत बडे. बडे.लोगों के साथ खडंे हो.
फोटो कराने और कुछ लुटने वाले एन जी वो के साथ होना
11 अक्टुबर सन्तोष पाठक आये दिन सहर मे कहि
ना कहि हर रोज सुनने मे आता है कि भोले भाले लोगों को कोइ ना कोइ नई स्टाइल मे नौसरबाज अपनी ठगी का शिकार बना जाते
है और हमारे हि कुछ ऐसे लोग समाज मे बैठे है जो उन नौसरबाजो का साथ देकर पुलिस से बचा लेते है और गरिब जनता कसुरवार
पुलिस को ठहराती है जो असल मे कसुरवार होती नहि क्योकि चंद
लोग अपनी सरारती फितरत के कारण पुलिस को निसपक्क्ष काम
नहि करने देते अभी हाल हि मे कुछ पहले इन्द्रपाल पुत्र बाबुलाल
वासींदा सतगुर नगर का कहना है कि वह ग्राम सुविधा का फ्रेनचाइसी जो सारी सरकारी गतीबिधीयां पुरी करने के बाद लिया है
22.9.2015 दिन मंगलवार साम 6 बजे के करिब इन्द्रपाल अपनी दुकान पे था जहां वह लोगों के आधार कार्ड और बिजली बिल मनी
ट्रंासफर आदी का सुविधा देता है अपने फ्रेनचाइसी के जरिए तभी
अचानक उसकि दुकान मे 4 लोग आफिसीयल स्टाइल मे आतें है और अपने आप को सि आइ ए कि स्टाफ बताते हुए इन्द्रपाल को
अपनी मशीन और उसके कागजात चेक करवाने को कहते है
मशीन और उसके कागजात अपने कब्जे मे उसका सबकुछ जाली
होना बताकर उससे 50000 पचास हजार कि मांग करते है नहि तो
अंजाम बुरा होगा कहकर धमकाना सुरू करके धक्का मुक्की करने
लगे और दुकान मे पड़े बिल और मनी ट्रंासफर के रूपये 30000 जो
वह लेकर चंपत होने के बाद उनका कार और मोबाइल नंबर बेरीफाइ होने बाद पता चला कि वह स्पेशल 26 है जो और
भी कइ जगहोें पर किए है जिसका मास्टर मांइड राजिव धिंमान है
इसी स्टाइल मे इनकी टिम सेरपुर मे भी ठगी कइ जगहों पे कि है
ठगी का शिकार हुआ ब्यकती थाने मे दरखास देता है तो इनकि
उची रसुक के चलते कार्यवाइ ना होत देख निराश हो चुप कर जाता है क्योकि इनकि फितरत बडे. बडे.लोगों के साथ खडंे हो.
फोटो कराने और कुछ लुटने वाले एन जी वो के साथ होना