ग्वालियर।७ नवम्बर[ सीएनआई] प्रदेष के मेडीकल कॉलेज में वेंटीलेटर की खरीदी में जबरदस्त धांधली का खुलासा हुआ है। चिकित्सा षिक्षा विभाग ने हाल ही प्रदेष के 6 कॉलेजों को 30 वेंटीलेटर खरीदने की स्वीकृति प्रदान की है। इसके अनुसार ज्यादातर कॉलेजों में वेंटीलेटर खरीदे जा चुके हैं। एक वेंटीलेटर पर 10 लाख 10 हजार खर्च किये गये हैं, जबकि दूसरी कंपनी 8 लाख 26 हजार रूपये में देने को तैयार थी। इस प्रकार शासन को दूसरी कंपनी की खरीदी से 50 लाख की चपत लगी है। कंपनी साइंटीफिक सप्लाई एंड मेन्युफैक्चरिंग कंपनी के मनीष अग्रवाल ने बताया कि इस मामले में कंपनी ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। उनके रेट कम होने के बाद भी शासन ने दूसरी कंपनी से महंगे रेट में खरीद की, जिसमें हेराफेरी की बू आती है। सुनवाई के दौरान विभाग को हाईकोर्ट ने 15 दिन के भीतर निराकरण के निर्देष दिये हैं।
ग्वालियर।७ नवम्बर[ सीएनआई] प्रदेष के मेडीकल कॉलेज में वेंटीलेटर की खरीदी में जबरदस्त धांधली का खुलासा हुआ है। चिकित्सा षिक्षा विभाग ने हाल ही प्रदेष के 6 कॉलेजों को 30 वेंटीलेटर खरीदने की स्वीकृति प्रदान की है। इसके अनुसार ज्यादातर कॉलेजों में वेंटीलेटर खरीदे जा चुके हैं। एक वेंटीलेटर पर 10 लाख 10 हजार खर्च किये गये हैं, जबकि दूसरी कंपनी 8 लाख 26 हजार रूपये में देने को तैयार थी। इस प्रकार शासन को दूसरी कंपनी की खरीदी से 50 लाख की चपत लगी है। कंपनी साइंटीफिक सप्लाई एंड मेन्युफैक्चरिंग कंपनी के मनीष अग्रवाल ने बताया कि इस मामले में कंपनी ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। उनके रेट कम होने के बाद भी शासन ने दूसरी कंपनी से महंगे रेट में खरीद की, जिसमें हेराफेरी की बू आती है। सुनवाई के दौरान विभाग को हाईकोर्ट ने 15 दिन के भीतर निराकरण के निर्देष दिये हैं।