संत की शरण में आकर सुधर जाता मानस दा मरण ; बाबा कश्मीरा सिंह
चंडीगढ़ ; आरके शर्मा राज ;—-संत की शरण बहुत दुर्लभ होती ये कई जन्मों के पुण्य से मिलती है ! संत की शरण में जाने से जून ही सुधर जाती है ! संत की वाणी का अनुशरण करने से जीवन में सदा एक सा रंग रहता इस रंग पर फिर दुनिया का कोई रंग नहीं चढ़ता ! ये बात गाँव महरोली स्थित निर्माणाधीन गुरुद्वारा में लोक समाज का कल्याण करने में जुटे बाबा कश्मीर सिंह जी ने कहे ! संगत सवेरे से शं तक आती जाती रहती बाबा जी का ज्ञान रथ चलता रहता है ! बाबा कश्मीरा सिंह जी सेना से सेवानिवृत हैं और अनपढ़ है पर ज्ञान के पुंज में हैं ! सादगी भरा जीवन जीना और सब अपने ऊपर लेने उनकी प्रवृति हैं ! सिख युवकों को राह दर्शन करवाते हुए नाप जपना, मिलके छकना,सिखी धारण करनी व् सब की हिफाजत, सेवा करनी सिखाते हैं ! मधुर कंठी बाबा कश्मीरा सिंह जी हंस हंस के सब के दुःख हरते हैं ! रोगों की दवा नाम जपना की पुड़िया देते हैं ! हरियाणा राजस्थान व् पंजाब सहित जहाँ बाबा जी को बाबे गुरुनानक जी की आवाज आती वहीँ सेवा करने पहुँच जाते हैं ! शुगर के रोगियों की लम्बी लाइन थी सब को दवाई छोड़ के दिनचर्या में बदलाव और नित नेम नाम जपना सही दवाई बताते रहे और परशाद भी केले का ही देते हैं ! नशे में आये युवकों को रब्ब दे घर का रास्ता बताते हैं और बोलते वो राह छोडो नानक अपनी राह ने रोगी नहीं बनने देते ! संगत बड़े चाव से सुनती पर अम्ल कितनी करती बाबा जी हंस मात्र देते है गाँव वाले और रब्ब दे दीवानों की दीवानगी से गुरु घर के लंगर बरताया जाता है ! मीठी ठंडी लस्सी दाल फुल्का चावल का लंगर मन को तृप्त करता है ! सेवा करने वाले चाय का लंगर बरताते हैं ! दानी सज्जन गुरु घर की जारी सेवा में अपनी नेक कीरत कमाई से हिस्सा देते हैं ! गुरुद्वारा का मुख्य भाग का निर्माण कार्य जोरों पर है ! कोई भी दानीजन हर रूप से सरिया सीमेंट ईंटें जो मनभाता देने के सेवादारों से सम्पर्क करें ! सेवक दविंदर सिंह और जगतार सिंह ने बताया कि बाबा कश्मीरा सिंह जी की अगुवाई में सात गुरु द्वारों की अबाध सेवा चल रही है ! गुरुद्वा गुरु तीर्थ दनौदा साहब जिला जींद व् गुरुद्वारा गुरु नानक निावस पाण्ड़री पालसर साहब फतेहबाद व् गुरुद्वारा शहीदां छोटी चंदो साहिब फतेहबाद और गुरुद्वारा गुरु कलगीधर पातशाही दसवीं रमायण साहब हिसार व् गुरुद्वारा अम्बसर साहब मेहरौली झंडा साहब मोहाली और गुरुद्वारा कल्याण सर साहिब अमृतसर कलां सिरसा सहित गुरुद्वारा पातशाही दसवीं साहिब गाँव 16–17 चक के एनएन नौहर में सेवा जारी है ! दानी वीर सज्जन बढ़ चढ़ कर भाग लें ! बाबा कश्मीरा सिंह जी के कथन अनुसार उनको सेवा की बख्शीश बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फ़तेह सिंह जी ने खुद बख्शी है ! तब से अब एक बाबा कश्मीरा सिंह जी अबाध रूप से सेवा व्रती बने हुए हैं !
संत की शरण में आकर सुधर जाता मानस दा मरण ; बाबा कश्मीरा सिंह
चंडीगढ़ ; आरके शर्मा राज ;—-संत की शरण बहुत दुर्लभ होती ये कई जन्मों के पुण्य से मिलती है ! संत की शरण में जाने से जून ही सुधर जाती है ! संत की वाणी का अनुशरण करने से जीवन में सदा एक सा रंग रहता इस रंग पर फिर दुनिया का कोई रंग नहीं चढ़ता ! ये बात गाँव महरोली स्थित निर्माणाधीन गुरुद्वारा में लोक समाज का कल्याण करने में जुटे बाबा कश्मीर सिंह जी ने कहे ! संगत सवेरे से शं तक आती जाती रहती बाबा जी का ज्ञान रथ चलता रहता है ! बाबा कश्मीरा सिंह जी सेना से सेवानिवृत हैं और अनपढ़ है पर ज्ञान के पुंज में हैं ! सादगी भरा जीवन जीना और सब अपने ऊपर लेने उनकी प्रवृति हैं ! सिख युवकों को राह दर्शन करवाते हुए नाप जपना, मिलके छकना,सिखी धारण करनी व् सब की हिफाजत, सेवा करनी सिखाते हैं ! मधुर कंठी बाबा कश्मीरा सिंह जी हंस हंस के सब के दुःख हरते हैं ! रोगों की दवा नाम जपना की पुड़िया देते हैं ! हरियाणा राजस्थान व् पंजाब सहित जहाँ बाबा जी को बाबे गुरुनानक जी की आवाज आती वहीँ सेवा करने पहुँच जाते हैं ! शुगर के रोगियों की लम्बी लाइन थी सब को दवाई छोड़ के दिनचर्या में बदलाव और नित नेम नाम जपना सही दवाई बताते रहे और परशाद भी केले का ही देते हैं ! नशे में आये युवकों को रब्ब दे घर का रास्ता बताते हैं और बोलते वो राह छोडो नानक अपनी राह ने रोगी नहीं बनने देते ! संगत बड़े चाव से सुनती पर अम्ल कितनी करती बाबा जी हंस मात्र देते है गाँव वाले और रब्ब दे दीवानों की दीवानगी से गुरु घर के लंगर बरताया जाता है ! मीठी ठंडी लस्सी दाल फुल्का चावल का लंगर मन को तृप्त करता है ! सेवा करने वाले चाय का लंगर बरताते हैं ! दानी सज्जन गुरु घर की जारी सेवा में अपनी नेक कीरत कमाई से हिस्सा देते हैं ! गुरुद्वारा का मुख्य भाग का निर्माण कार्य जोरों पर है ! कोई भी दानीजन हर रूप से सरिया सीमेंट ईंटें जो मनभाता देने के सेवादारों से सम्पर्क करें ! सेवक दविंदर सिंह और जगतार सिंह ने बताया कि बाबा कश्मीरा सिंह जी की अगुवाई में सात गुरु द्वारों की अबाध सेवा चल रही है ! गुरुद्वा गुरु तीर्थ दनौदा साहब जिला जींद व् गुरुद्वारा गुरु नानक निावस पाण्ड़री पालसर साहब फतेहबाद व् गुरुद्वारा शहीदां छोटी चंदो साहिब फतेहबाद और गुरुद्वारा गुरु कलगीधर पातशाही दसवीं रमायण साहब हिसार व् गुरुद्वारा अम्बसर साहब मेहरौली झंडा साहब मोहाली और गुरुद्वारा कल्याण सर साहिब अमृतसर कलां सिरसा सहित गुरुद्वारा पातशाही दसवीं साहिब गाँव 16–17 चक के एनएन नौहर में सेवा जारी है ! दानी वीर सज्जन बढ़ चढ़ कर भाग लें ! बाबा कश्मीरा सिंह जी के कथन अनुसार उनको सेवा की बख्शीश बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फ़तेह सिंह जी ने खुद बख्शी है ! तब से अब एक बाबा कश्मीरा सिंह जी अबाध रूप से सेवा व्रती बने हुए हैं !