समिति प्रबंधक ने लिखकर दिया, हुआ है घोटाला।

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ग्वालियर। १ अक्टूबर [ सीएन आई ]  जिला सहकारी बैंक की चीनोर शाखा में करोड़ों के घोटाले में प्रषासन और संबंधित अधिकारी जांच पर जांच का नाटक कर कोई कार्यवाही करता नजर नहीं आ रहा। राजनैतिक दबाव में संभवतः जांच का नाटक किया जा रहा है। बैंक की शाखा से भेजे गये दस्तावेजों में समितियों और बैंक की शाखा में दर्ज राषि को स्पष्ट दर्षाया गया है। बैंक से 30 जून 2015 को मुख्यालय को दी गई रिपोर्ट में बताया गया कि जून तक स्थिति में बैंक से संस्थाओं को 83 करोड़ 40 लाख रूपये दिये गये हैं, जबकि संस्थाओं की रिपोर्ट में यह धन घटकर 36 करोड़ 20 लाख रह गया। नियमानुसार संस्था को दिये धन में ब्याज लगाकर बढ़ातरी होना चाहिये, लेकिन इस नियम के उलट चीनोर बैंक की शाखा और सोसायटियों के लेन-देन में 47 करोड़ 20 लाख का सीधा अंतर सामने आया है। राषि की गड़बड़ी होने से बसूली लटकी हुई है। कलेक्टर ग्वालियर ने बार-बार बसूली के निर्देष दिये हैं, लेकिन संस्थाताओं पर राषि वितरण का हिसाब घोटाले में बदलने के कारण बसूली में अभी तक प्रगति नही हुई है। बता दें कि यह राषि 2005 से 2010 तक सदस्य स्तर पर दर्षाये गये ऋण वितरण के योग के रूप में सामने आई है, इसकी षिकायत के बाद तत्कालीन डीआर आरके बाजपेयी सहित 9 सदस्यीय दल ने शुरूआती जांच में 9 करोड़ रूपये की गड़बड़ी पकड़ ली थी, इसके बाद राजनैतिक दबाव में जांच ठंडे बस्ते में चली गई। अब बैंक में हुई गड़बड़ियों के मामले में कोई भी अधिकारी सीधे बात नहीं कर रहे हैं और गड़बड़ी करने वाले अथाह सम्पत्ति के मालिक बनकर सफेदपोष बनकर बैठे हैं।
अन्ना समर्थक देंगे ज्ञापन – जिला सहकारी बैंक में करोड़ों के घोटाले को लेकर अन्ना समर्थक टीम विष्णुकांत के नेतृत्व में अपर आयुक्त जेपी गुप्ता को ज्ञापन देकर भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारी-कर्मचारी, नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की गई है। विष्णुकांत का कहना हैं कि करोड़ों का प्रमाणित घोटाला हुआ है, फिर एपीसी की मीटिंग का दिखावा क्यों किया जा रहा है।
कानून के हिसाब से कर रहे हैं कार्यवाही – कलेक्टर डॉ0 संजय गोयल ने पत्रकारों को बताया कि सहकारी बैंक के सभी मामलों में कार्यवाही जारी है, सभी दस्तावेजों का परीक्षण किया जा रहा है, कानून के हिसाब से सारे काम हो रहे हैं।ghotala1 hindicol gwl sanjay goyal 1