सिविल हॉस्पिटल में मरीजों से ठेकेदार कर रहा है दुर्व्यवहार ईलाज 5 रूपये में पार्किंग फीस 10 रुपए, मरीजो के परिजनों ने ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग,

0
2135

कैथल, 23अक्टूबर (कृष्ण प्रजापति): अगर आप कैथल के सिविल हस्पताल में इलाज के लिए आए हैं तो जरा सावधान हो जाइए क्योंकि यहां मरीजों से और मरीजों के परिजनों से ठेकेदार द्वारा जमकर दुर्व्यवहार किया जाता है। इसके साथ-साथ जहां पूरे प्रदेश में व कैथल जिले में ईलाज बिल्कुल मुफ़्त है और मात्र ₹5 की रजिस्ट्रेशन पर्ची पर ही पूरा इलाज हो जाता है लेकिन ठेकेदार द्वारा ₹10 की, ₹20 की और ₹30 की जबरन पर्ची काट कर लोगों की जेब पर सरेआम डाका डाला जा रहा है। जिला प्रशासन, अस्पताल मैनेजमेंट प्रशासन सब कुछ जानते हुए भी अनजान बना हुआ है। आज सुबह आए अस्पताल में मरीजों के अनुसार वे जब इमरजेंसी वार्ड की तरफ अपनी बाइक और गाड़ी लेकर जा रहे थे तो ठेकेदार द्वारा जमकर दुर्व्यवहार किया गया और पर्ची काटने के नाम पर गाली गलोच भी की गई। उन्होंने ठेकेदार पाला राम कसान से गुहार लगाते हुए कहा कि पहले मरीज का ईलाज तो करवा लें क्योंकि मरीज गंभीर हालत में है लेकिन ठेकेदार द्वारा केवल अपनी पर्ची कटवाने के बाद ही दवाई लेने व इलाज करवाने की बात कही और उन्होंने धमकाते हुए कहा कि पहले पर्ची कटवाओ उसके बाद ही हॉस्पिटल में अंदर एंट्री करने दूंगा। ठेकेदार द्वारा इतनी सख्ती से मरीजों के साथ पेश आना किसी आफत से कम नहीं। ऐसा नहीं है कि मरीज और परिजनों की परेशानी का जिला प्रशासन या अस्पताल प्रशासन को पता ना हो, सबको पता है लेकिन ठेकेदार को फायदा पहुंचाने के लिए सब चुप्पी साधे हुए हैं। मरीजों ने जिला प्रशासन से इस ओर ध्यान देकर उक्त पार्किंग ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करके उसका ठेका रद्द करवाने की मांग की है। एक गांव से आए मरीज ने बताया कि उसने मात्र परिजन को खाना देकर वापस आना था लेकिन ठेकेदार द्वारा उसको जबरन रोककर बाइक के लिए ₹10 की पर्ची काटने की धमकी दी गई। जब उसने पर्ची कटवाने से मना करते हुए यह कहा कि केवल खाना देकर वापस आना है तो ठेकेदार मारपीट पर उतर आया और उसकी बाइक की हवा निकालने लगा। मरीज के परिजन ने कहा कि अगर हस्पताल में मरीजों को नहीं देखा जाता तो कम से कम पार्किंग ठेकेदार को तो संभाल लो। उसके दुर्व्यवहार का शिकार लोगों को तो नहीं होना पड़े। इस ठेकेदार के रवैया से अस्पताल में आने वाले सैकड़ों मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और लोगों को इलाज से ज्यादा पार्किंग फ़ीस और ऊपर से दुर्व्यवहार का डर सताने लगा है।

क्या कहते हैं हॉस्पिटल के डॉ और मनेजमेंट

उधर जंब इस पुरे  मामले में हॉस्पिटल प्रसाशन के डॉ नरेंद्र सिंह डीपीएम ( DPM ) और डॉ देवेंद्र सिंह, उप सिविल सर्जन नीलम कक्क़ड से बात की गई तो उन्होंने कहा कि किसी भी मरीज से अथवा स्टाफ सदस्य से पार्किंग फ़ीस के नाम पर दुर्व्यवहार करना गलत है। इमरजंसी तक मरीज और मरीज के परिजनो को जाने के बाद भी पर्ची काटी जा सकती है। इस तरह की दुर्व्यवहार करने की अगर कोई शिकायत  आती है तो अवश्य ही उक्त  ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई  की जाएगी। किसी को भी मरीजों से दुर्व्यवहार करने की इजाजत नहीं है।