हल्की बात न करें ;मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा

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POSTED BY SAGAR CHANANA

लालकुआंं। मुख्यमंत्री हरीश रावत के आगमन पर आइटीबीपी हैलीपैड पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा निर्दलीय मंत्री हरीश चन्द्र दुर्गापाल पर उपेक्षा का आरोप लगाने के दौरान मुख्यमंत्री ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं की जमकर लताड लगायी तथा नसीहत भी दी कि एक वर्ष विधानसभा चुनाव का बचा है ऐसे में वह संगठन के लिए कार्य करने के बजाय आपसी मनमुटाव कर पार्टी को नुकसान पहचाने का कार्य कर रहे है। उन्होंने दुर्गापाल के समर्थकों को भी संगठन के साथ तालमेल बनाये रखने की नसीहत दी।


मुख्यमंत्री हरीश रावत जैसे ही शहीद मोहन नाथ गोस्वामी के घर जाने के लिए आईटीबीपी के हैलीपैड में उतरे तो वहां खडे कांग्रेसियों ने उनसे बात करने का समय मांगा तो इस पर मुख्यमंत्री ने शहीद के घर से आने के बाद उनकी समस्याएं सुनने का आश्वासन दिया। शहीद के घर से लौटने के बाद जैसे ही मुख्यमंत्री कार्यकर्ताओं की बात सुनने को आईटीबीपी परिसर में पेड के नीचे मौजूद १५० से अधिक कांग्रेसियों व दुर्गापाल समर्थकों के समक्ष पहचे तभी कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ता श्रम मंत्री पर कांग्रेसियों की उपेक्षा करने, कांग्रेसियों के घरों से निकलकर जाने वाली रोड न बनाने के आरोप लगाने लगे इसी बीच लालकुआं के पूर्व चेयरमेंन कैलाश चन्द्र पंत ने यह कह दिया कि उन्होंने कांग्रेस को वोट देकर हमें अफसोस हो रहा है। इस बात पर मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कडी नाराजगी जताते हुए कहा कि यदि वह पार्टी छोडने की बात कह रहे है तो तुरन्त छोड कर चले जायें और साथ में एक दो कार्यकर्ताओं को और ले जायें। परन्तु इस तरह की हल्की बात न करें उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव को एक वर्ष बचा हुआ है और हमारे कार्यकर्ता चुनाव की तैयारी छोडकर एक दूसरे पर आरोप -प्रत्यारोप लगा रहे है और यह क्रम पिछले ४ वर्षों से निरंतर चल रहा है उक्त मनमुटाव से पार्टी का भला होने वाला नहीं है। मुख्यमंत्री ने दुर्गापाल समर्थकों को भी नसीहत दी कि वह भी कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से बेहतर तालमेंल बनाकर रखें ताकि आगामी विधानसभा चुनाव में मिलकर चुनाव लडा जा सकें। उन्होंने दुर्गापाल समर्थकों एवं कांग्रेसियों से सयंम बनाये रखने की नसीहत दी।


मुख्यमंत्री के कडे तेवर देख विरोध करने का मन बनाकर आये कांग्रेसी भी संगठन की मजबूती की बात करने लगे और उन्हें चुप रहने में भी अपनी भलाई भी दिखाई दी। अक्सर शांत रहने वाले मुख्यमंत्री हरीश रावत कांग्रेस कार्यकर्ताओं की जलीकटी बातें सुनकर उग्र हो उठे और यह कहने लगे कि आप की बातों से जब मुझे मिर्च लग रही है तो जिसके बारे में आप बात कर रहे है उसे कितनी लग रही होगी। कुल मिलाकर मुख्यमंत्री हरीश रावत कांग्रेस कार्यकर्ताओं व दुर्गापाल समर्थकों को अनुशासन का पाठ पढा गये तथा जाते-जाते यह भी कडा संदेश दे गये कि संगठन से बगावत करने वालों से अब वह सख्ती के साथ निपटेंगे। इस अवसर पर राजस्व मंत्री यशपाल आर्य, श्रम मंत्री हरीश चन्द्र दुर्गापाल, कांग्रेसी नेता हरेन्द्र बोरा, एन के कपिल, बालम सिंह बिष्ट, शंकर जोशी, राम बाबू मिश्रा, बीना जोशी, हेम दुर्गापाल, खजान पाण्डे, किरन जोशी, नितिन पंत, कैलाश बमेटा, कैलाश दुम्का, उमेश कबडवाल, कन्नू दुम्का, त्रिलोक सिंह मन्टू, ओम प्रकाश अरोरा, रविशंकर तिवारी, शेखर उपाध्याय, रमेश तिवारी, स.गुरदीप सिंह, गोपाल सिंह रावत, हरीश बिसौती,खीमानन्द दुम्का, शेखर जोशी, सारदा बमेटा सहित भारी संख्या में कांग्रेसी व दुर्गापाल समर्थक मौजूद थे।


फोटो परिचय एलएएलपी५-आईटीबीपी हैलीपैड के समीप कांग्रेसियों की समस्या सुनते मुख्यमंत्री हरीश रावत।
लालकुअंा। मुख्यमंत्री हरीश रावत को क्षेत्र के कई गणमान्य नागरिकों व कांग्रेसियों ने विभिन्न समस्याओ को लेकर ज्ञापन सौंपे। जिसमें लालकुआं नगर के लोगों को उनकी भूमि का मालिकाना हक, बाईपास, खनन सम्पदा की रायल्टी दरों में की गयी वृद्धि व बंगाली कालौनी क्षेत्र के उजाडे गये लोगों का पुर्नवास सहित अन्य कई मांगे शामिल है।