हिन्दी को देश की राष्ट्रभाषा होने का गौरव प्राप्त होना चाहिये- सक्सेना

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0 शब्दम् ने कराया प्रश्न-मंच का आयोजन
फिरोजाबाद। नारायण महाविद्यालय में हिन्दी परिषद,हिन्दी विभाग द्वारा आयोजित ‘हिन्दी दिवस’ पर परिचर्चा का आयोजन किया गसा। मुख्य अतिथि प्राचार्य डा वी0के0सक्सेना थे। उन्होंने कहा कि हिन्दी को देश की राष्ट्रभाषा होने का गौरव प्राप्त होना चाहिये। अध्यक्ष पद से बोलते हुए प्रख्यात समाज वैज्ञानिक जमदग्नि ने कहा विविध जातियों, धर्मों एवं भाषाओं वाले इस देश को, जिसे कवीन्द्र रवीन्द्र ने ‘महामानवे समुद्र’ कहा है, उसे एकता के सूत्र में पिरोने का काम हिन्दी ही करती है। उप- प्राचार्य डा0जे0के0अवस्थी ने कहा कि ‘हिन्दी ने फारसी, अरबी, उर्दू से लेकर अंग्रेजी तक को आत्मीयता से अपनाया है। हिन्दी विभागाध्यक्ष एवं युवा कवि आलोचक डा0 महेश आलोक ने कहा कि हिन्दी आत्म-सम्मान की भाषा है। उन्होने प्रश्न उठाते हुए कहा कि हिन्दी प्रदेशों मे ‘हिन्दी दिवस क्यों?’ सही ढंग से तो हमें आज के दिन ‘राजभाषा दिवस’ मनाना चाहिये क्योंकि संविधान में आज के दिन हिन्दी को ‘राजभाषा’ का दर्जा दिया गया था।’ ब्राइट स्कालर्स के प्रबन्धक संजय शर्मा एवं प्रवेश ने कहा कि शब्दम् द्वारा आयोजित हिन्दी प्रश्नमंच कार्यक्रम आज की भावी पीढ़ी के लिए अत्यन्त ज्ञानवर्धक है।
इसके अवसर ‘शब्दम्’ द्वारा नारायण महाविद्यालय एंव ब्राइट स्कालर्स अकेडमी सिरसागंज में ‘हिन्दी प्रश्नमंच’ का आयोजन किया गया, जिसमें छात्र-छात्राओं ने पूरे उत्साह से भाग लिया। नारायण महाविद्यालय में संचालन डाॅ0 महेश आलोक एंव ब्राइट स्कालर्स अकेड़मी में संचालन करते मंजर उलवासै ने छात्र-छात्राओं से हिन्दी दिवस एवं व्याकरण संबन्धी प्रश्न पूछे। छात्र-छात्राओं ने कहा कि इस कार्यक्रम से उनका ज्ञानवर्धन हुआ है और भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित किया जाना चाहिये। इस अवसर पर डा0 भरतवीर सिंह, डा0अनुपमा चतुर्वेदी, डा0रेखा जैन, डा0वेदानन्द त्रिपाठी, डा0 ए0पी0 दुबे,डा0 रेखा पचैरी, डा0 सुधीर तिवारी,उदय प्रताप, एवं सैकड़ों छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में शब्दम् संस्था द्वारा 18 सितम्बर को अपराह्न 2ः00 बजे से इण्टर में हिन्दी विषय में 80 प्रतिशत से ऊपर एवं स्नातक एवं स्नातकोत्तर में हिन्दी विषय में 65 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मान किया जा रहा है।