लुधियाना, 1 दिसम्बर ( सी एन आई ) आज यहां पंजाब के शाही इमाम मौलाना हबीब-उर-रहमान सानी लुधियानवी ने ऐलान किया कि 12 रबी-उल-अव्वल (12 वफात) का पवित्र दिन आज 2 दिसम्बर को पंजाब भर में मनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि 12 रबी-उल-अव्वल का दिन दुनिया के इतिहास में इसलिए विशेष है कि इस दिन अल्लाह पाक के आखरी नबी हजरत मुहम्मद (स.) साहिब का जन्म मक्का शरीफ में हुआ और अल्लाह पाक ने हजरत मुहम्मद (स.) साहिब को पूरी दुनिया के लिए रहमत बनाकर भेजा। उन्होंने बताया कि हजरत मुहम्मद (स.) साहिब ने इस्लाम धर्म के रूप में दुनिया भर के इंसानों को आपसी भाईचारे और शांति का संदेश दिया, शाही इमाम मौलाना हबीब ने बताया कि आज के दिन मुसलमान मस्जिदों में जाकर विशेष दुआ करते हैं और गरीबों तथा यतीमों को अच्छा खाना खिलाते हैं। उन्होंने बताया कि आज के दिन को 12 वफात इसलिए कहा जाता है क्योंकि 63 साल बाद आज ही के दिन हजरत मुहम्मद (स.) साहिब इस दुनिया से वापिस तशरीफ ले गये थे। शाही इमाम ने सभी मुसलमानों को अपने संदेश में कहा है कि आज के दिन ज्यादा से ज्यादा दरूद शरीफ पढ़ें और अपने अंदर की बुराईयों को त्याग कर अच्छे काम करने का संकल्प करें।
लुधियाना, 1 दिसम्बर ( सी एन आई ) आज यहां पंजाब के शाही इमाम मौलाना हबीब-उर-रहमान सानी लुधियानवी ने ऐलान किया कि 12 रबी-उल-अव्वल (12 वफात) का पवित्र दिन आज 2 दिसम्बर को पंजाब भर में मनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि 12 रबी-उल-अव्वल का दिन दुनिया के इतिहास में इसलिए विशेष है कि इस दिन अल्लाह पाक के आखरी नबी हजरत मुहम्मद (स.) साहिब का जन्म मक्का शरीफ में हुआ और अल्लाह पाक ने हजरत मुहम्मद (स.) साहिब को पूरी दुनिया के लिए रहमत बनाकर भेजा। उन्होंने बताया कि हजरत मुहम्मद (स.) साहिब ने इस्लाम धर्म के रूप में दुनिया भर के इंसानों को आपसी भाईचारे और शांति का संदेश दिया, शाही इमाम मौलाना हबीब ने बताया कि आज के दिन मुसलमान मस्जिदों में जाकर विशेष दुआ करते हैं और गरीबों तथा यतीमों को अच्छा खाना खिलाते हैं। उन्होंने बताया कि आज के दिन को 12 वफात इसलिए कहा जाता है क्योंकि 63 साल बाद आज ही के दिन हजरत मुहम्मद (स.) साहिब इस दुनिया से वापिस तशरीफ ले गये थे। शाही इमाम ने सभी मुसलमानों को अपने संदेश में कहा है कि आज के दिन ज्यादा से ज्यादा दरूद शरीफ पढ़ें और अपने अंदर की बुराईयों को त्याग कर अच्छे काम करने का संकल्प करें।