190 करोड़ खर्च फिर भी गुल हो रही बिजली।

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ग्वालियर 27 जुलाई (द्धारका हक्वानी ) उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली मिले इसके लिये 190 करोड़ रूपये कागजों में विद्युत वितरण कंपनी ने खर्च कर दिये, लेकिन मैंटेनेंस व लाइनलास के नाम पर अभी भी 4 से 6 घंटे कटौती हो रही है यह हाल ग्वालियर, डबरा, महाराजपुरा, बाराघाट, तानसेन नगर, मुरार, ग्वालियर औद्योगिक क्षेत्रों एवं सामान्य फीडरों पर हो रही है। 10 वर्ष पहले जितनी बिजली मिलती थी, उसमें से कुछ प्रतिषत सुधार हुआ है। बिजली कंपनी ने आर.ए.पी.डी.आर.पी. योजना के तहत करोड़ों रूपया खर्च कर दिया, लेकिन वास्तव में अधिकारियों, ठेकेदारों के घर भर गये हैं। लाइनलास अभी भी 45 प्रतिषत के करीब चल रहा है, बिजली काटकर और उपभोक्ताओं पर आंकलित खपत हाईकोर्ट के निर्देषों के विरूद्ध लगाकर लाइनलास की भरपाई की जाती है। लो टेंषन व हाईटेंषन उपभोक्ताओं से 42 करोड़ रूपया मासिक रेवेन्यू आता है, इसमें लो टेंषन का हिस्सा 33 करोड़ का है। करीब 2 लाख 28 हजार उपभोक्ताओं 11केवी के 176 फीडर, 33 केवी के 25 फीडर, 18 बिजली घर, 720 अधिकारी, कर्मचारी बिजली कंपनी से जुड़े हैं। औद्योगिक क्षेत्रों में लाइनलास होने पर उद्योगों का बहुत नुकसान होता है। समाजसेवी संगठनों ने 190 करोड़ खर्च की जांच की मांग की है। आरोप है कि घटिया सामग्री, तार, केबिल, खम्बे एवं स्विच बाॅक्स मीटर आदि में हेराफेरी की गई है।