भारत हिंदु महा सभा पंजाब प्रान्त में तैयार करेगी बजरंगी अखाड़े

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बरनाला  २२ दिसंबर  ( अखिलेश  बंसल  )  भारत हिंदु महा सभा पंजाबभर में बजरंगी अखाड़े तैयार करेगी। जिसका मकसद नौजवानों को नशों से दूर करना, भारतीय संस्कृति के साथ जोड़ना, आत्म निर्भर करना, अच्छे और शक्तिशाली समाज की सृजना करना होगा। इस सम्बन्धित प्रान्त के 10 जिलों ( बरनाला, संगरूर, लुधियाना, अमृतसर, श्री फतेहड़ साहिब, पटियाला, बठिंडा, मानसा, जालंधर, गुरदासपुर) के अंदर बजरंगी अखाड़ तैयार किये चुके हैं, बाकी जिलों में नव वर्ष की शुरुआत होते ही शुरू कर दिए जाएंगे। इन बातों का प्रगटावा किया है अखिल भारत हिंदु महा सभा पंजाब के प्रभारी करन अवतार कपिल एडवोकेट ने । उन्होंने कहा कि पंजाब में हिंदु बेशक एक तिहाई है परन्तु हिंदु देशस्तर पर पूरी ताकत में हैं। उन्होंने कहा कि सभी ही वर्ग हिंदु धर्म में से ही पैदा हुए हैं। इस लिए जिस किसी भी व्यक्ति ने भारत में जन्म लिया है वह भारत माता का सपूत होने के नाते इस मिट्टी का ही कर्ज़ अदा करे।
हिंदु धर्म की व्याख्या करते हुए एडवोकेट कपिल ने बताया कि केवल हिंदु धर्म ही है, जो कि संस्कृति और परंपराओं अनुसार है। हिंसा को दूर करना और रोकने का अर्थ ही हिंदु /हिन्दुअत्तव /हिन्दोस्तान है। जो सृष्टि की शुरुआत से ले कर अब तक कायम है। हिंदु धर्म का आधार’भाव'(feelings) है। उक्त संस्कृति का पतन करने वालों की वजह से विश्व अंदर कोहराम, हत्याकांड, जबर -बलात्कार, नफ़रत जैसी घातक घटनाओं ने जन्म लिया। जिसका हिंदु महांसभा ने हमेशा विरोध किया है।
एडवोकेट कपिल ने कहा कि कुछ समाज और देश विरोधी ताकतें राजसी नेताओं के साथ मिलकर आम लोगों का सोशन करते आ रहे हैं। नतीजा यह है कि उन्होंने पूरे देशभर में पवित्र जाने जाते धार्मिक स्थानों को अपने निजी हितों की ख़ातिर बदनाम कर दिया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि ऐसीं गतिविधियों पर लगाम कसने के लिए अखिल भारत हिंदु महा सभा  देशभर में कानून के अंतर्गत योजनाबद्ध ढंग के साथ काम कर रही है। ईस्ट इंडिया कंपनी ko 1947 समय पर अखिल भारत हिंदु महा सभा द्वारा  ही देश से बाहर निकाला गया था और वही हाल मौजूदा असामाजिक व् देश विरोधी ताकतों का होगा।
एडवोकेट कपिल ने कहा कि अखिल भारत हिंदु महा सभा देश की सबसे पहली राजनैतिक पार्टी है। जिसकी स्थापना 1882 दौरान हुई थी । परन्तु इस को विशव स्तर पर अस्तित्व में लाने के लिए प्रखर राष्ट्रवादी नेता पंडित मदन मोहन मालविया ने पूरे देश के हिंदु महासभा नेताओं, करांतीकारियों  और राजे महाराजों के साथ पवित्र नगरी हरिद्वार में साल 1915 के दौरान वैसाखी के दिन एक सभा का अयोजन किया था। जिसकी प्रगति और विस्तार करने के लिए साल 2006 के दौरान हिंदु महासभा के युवा नेता श्री चन्द प्रकाश कौशिक, श्री मुन्ना कुमार शर्मा और श्री विरेश त्यागी को कमान सौंपी गई थी। उन्होंने यह भी बताया कि देश की आज़ादी, समाजसेवी कार्यों में हिंदु महासभा का सबसे  बड़ा योगदान रहा है। हिंदु महासभा के मंच पर खड़े होकर लड़ाई लडने वालों में से सर्वश्री पंजाब केसरी लाला लाजपतराए, शहीद भगत सिंह, राजगुरू, सुखदेव, चंद्र शेखर आज़ाद, लाला जगत नारायण, लाला हरदयाल, महाराजा मनीष चंद्र नंदी, पंडित मदनमोहन मालविया, डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, भाई दामोदर सावरकर, डा. हेडगेवार समेत ओर कई उच्च सखशियतें शामिल थीं ।

उन्होंने बताया कि हिंदु महासभा की तरफ से हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गोरखपुर, दिल्ली आदि केन्द्रों पर अपनी पहचान कायम की हुई है। हिंदु महासभा की तरफ से ऐसे काम किये हैं जो इतिहास में दर्ज़ हैं। अखिल भारत हिंदु महा सभा की तरफ से आखंड भारत की पुनर स्थापना करने  के लिए योजनाबद्ध रूपरेखा तैयार की जा रही है। जिसे बहुत ही जल्द अमली रूप दिया जायेगा। जिसके बाद कोई भी हिंदु व  हिंदुस्तानी अपने अधिकारों से पिछड़ा महसूस नहीं करेगा। एडवोकेट कपिल ने बताया कि हिंदुओं के पवित्र स्थल अयोध्या में श्री राम जन्म भूमि का मामला भी हिंदु महा सभा द्वारा ही अदालतों में लड़ा जा रहा है। लखनऊ हाई कोर्ट की बैंच से हिंदु महासभा केस जीत चुकी है। अब सुप्रीम कोर्ट में विचार अधीन है।
इस मौके सभा के प्रदेश प्रैस सचिव अखिलेश पटियाल, प्रदेश सलाहकारों में बिक्रम गिल, बलराम खन्ना, एडवोकेट ऐस.के. लाडवाल, लोक सभा हलका इंचार्ज फ़िरोज़पुर, लुधियाना ज़िला के आज ही नियुक्त किये ज़िला प्रधान रणजीत सिंह’बाबा’आदि शामिल हुए।